CBI ने आरजी कर कॉलेज के पूर्व-प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया:संदीप घोष पर करप्शन करने का आरोप; IMA सदस्यता रद्द कर चुका
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को CBI ने गिरफ्तार कर लिया है। कॉलेज में भ्रष्टाचार करने के मामले में CBI ने उसे 16 अगस्त को हिरासत में लिया था। आज उसे CBI के स्पेशल क्राइम ब्रांच ऑफिस से CBI की एंटी करप्शन ब्रांच ले जाया गया।
CBI ने 24 अगस्त को घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितता का मामला दर्ज किया था। CBI ने यह कार्रवाई कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर की थी। इसके बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने 28 अगस्त को संदीप घोष की सदस्यता सस्पेंड कर दी थी।
इधर, कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर लगातार 24वें दिन कोलकाता में राजनीतिक दलों और डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। सोमवार (2 सितंबर) को अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टरों ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल के तत्काल इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 8-9 अगस्त की रात 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था। 9 अगस्त की सुबह डॉक्टर की बॉडी मिली थी। इसके बाद से बंगाल में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है।
बंगाल में जारी प्रदर्शन की तस्वीरें…
डॉक्टरों ने पुलिस के खिलाफ रैली निकाली
सोमवार को डॉक्टरों ने कोलकाता पुलिस हेडक्वार्टर तक रैली निकाली। डॉक्टरों का आरोप है कि आरजी कर केस की जांच के दौरान पुलिस ने ठोस कदम नहीं उठाए। आरजी कर में हुई तोड़फोड़ को रोकने में भी पुलिस नाकाम रही। वहीं, पुलिस ने इस रैली को रोकने बी बी गांगुली स्ट्रीट पर बैरिकेडिंग की।
बीजेपी ने भी सिलीगुड़ी और अलीपुरद्वार में आरजी की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। बीजेपी कार्यकताओं ने अलीपुरद्वार में डीएम ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की और उन पर वाटर कैनन का उपयोग किया।
आरोपी बोला- सेमिनार हॉल में पहले से पड़ी थी डॉक्टर की लाश
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट में CBI को बताया कि 8 अगस्त की रात वह गलती से सेमिनार रूम में घुसा था क्योंकि एक मरीज की हालत खराब थी। उसे ऑक्सीजन की जरूरत थी। इसलिए वो डॉक्टर को ढूंढ रहा था। इसी दौरान थर्ड फ्लोर पर सेमिनार रूम में गया। वहां ट्रेनी डॉक्टर की बॉडी पड़ी थी। उसने शरीर को हिलाया, लेकिन कोई मूवमेंट नहीं हुआ। इससे वह घबरा गया और बाहर भागा।
इस दौरान किसी चीज से टकराकर वह लड़खड़ाया और उसका ब्लूटूथ डिवाइस गिर गया। आरोपी ने दावा किया कि वह ट्रेनी डॉक्टर को पहले से नहीं जानता था। उसने बताया कि घटना के दिन अस्पताल के गेट पर कोई सिक्योरिटी नहीं थी और न किसी ने उसे रोका।
CBI ने अब तक 10 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 8-9 अगस्त की रात 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था। 9 अगस्त की सुबह डॉक्टर की बॉडी मिली थी। इसके बाद देशभर के डॉक्टर सड़क पर उतर आए थे। सुप्रीम कोर्ट की अपील के बाद कई अस्पतालों के डॉक्टरों ने हड़ताल कैंसिल कर दी। हालांकि बंगाल में प्रदर्शन जारी है।
कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर CBI मामले की जांच कर रही है। एजेंसी ने 29 अगस्त को अस्पताल के दो सिक्योरिटी गार्ड्स का पॉलीग्राफ टेस्ट (लाई डिटेक्टर टेस्ट) किया था। दोनों गार्ड्स उस रात अस्पताल के मेन गेट पर तैनात थे। संजय अपनी बाइक से आया और गाड़ी पार्क करके थर्ड फ्लोर पर गया था।
CBI ने 25 अगस्त को सेंट्रल फोरेंसिक टीम की मदद से कोलकाता की प्रेसीडेंसी जेल में संजय का पॉलीग्राफ टेस्ट किया था। अधिकारियों ने करीब 3 घंटे उससे सवाल-जवाब किए। संजय सहित अब तक कुल 10 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ है।
इनमें आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, ASI अनूप दत्ता, 4 फेलो डॉक्टर, एक वॉलंटियर और दो गार्ड्स शामिल हैं।
अधीर रंजन का दावा- रेप पीड़ित का परिवार नजरबंद
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीड़ित के माता-पिता के नजरबंद होने का दावा किया। अधीर ने शनिवार (31 अगस्त) को कहा कि उन्होंने ट्रेनी डॉक्टर के परिवार से मुलाकात की है। पुलिस ने उन्हें नजरबंद करके रखा है। उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा। चारों ओर मोर्चाबंदी कर दी गई है। CISF को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा-
पीड़ित के परिवार को पुलिस की तरफ से पैसे की पेशकश भी की गई थी, ताकि वे बेटी का अंतिम संस्कार जल्दी कर सकें। यह सब राज्य सरकार के निर्देश पर किया गया था।
रेप-मर्डर वाले क्राइम सीन पर भीड़ की तस्वीर वायरल
ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर केस से जुड़ी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इनमें घटना के बाद क्राइम सीन पर 10-12 लोग दिखाई दे रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर के बाद क्राइम सीन पर पुलिस के अलावा भी लोग वहां गए। इससे सबूतों से छेड़छाड़ की गुंजाइश है। CBI ने भी 20 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सबूतों से छेड़छाड़ की आशंका जताई थी।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कोलकाता पुलिस के सूत्रों ने बताया कि ये तस्वीरें घटना के दिन यानी 9 अगस्त को सेमिनार हॉल के अंदर जांच पूरी होने के बाद की हैं। कोलकाता पुलिस के मुताबिक, वायरल तस्वीर में दिख रहे लोगों को यहां जाने की अनुमति थी। क्राइम सीन से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई। फोटो 9 अगस्त को तब ली गई, जब पूछताछ पूरी हो चुकी थी। पूरी खबर पढ़ें…