प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल टीचर्स अवार्ड विनर्स से मुलाकात की। इस साल 82 शिक्षकों को यह अवार्ड दिया जाएगा। पीएम ने कहा- आज के युवाओं को विकसित भारत के लिए तैयार करने में टीचर्स की अहम जिम्मेदारी है।
मोदी ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी (NEP) पर भी चर्चा की। इस दौरान तमिलनाडु से आई एक टीचर ने बताया कि, उनके इलाके में कई लोग लोकल लैंग्वेज में पढ़ना चाहते हैं। इस पर पीएम ने कहा- हमारे बीच तो यही भ्रम है कि तमिलनाडु में सब इंग्लिश जानते होंगे। इसीलिए नई शिक्षा नीति में मातृ भाषा पर जोर दिया गया है।
मोदी की टीचर्स से मुलाकात की 5 तस्वीरें…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने टीचर्स को अवार्ड दिया था राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 5 सितंबर को देशभर के 82 शिक्षकों को यह अवार्ड दिया था। इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा था कि शिक्षकों को ऐसे नागरिक तैयार करने होंगे जो न केवल शिक्षित हों बल्कि संवेदनशील, ईमानदार और उद्यमी भी हों। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ना ही सफलता है, लेकिन जीवन की सार्थकता दूसरों के कल्याण में भी है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, किसी को पढ़ाना केवल एक नौकरी नहीं है। यह मानव विकास का एक पवित्र मिशन है। अगर कोई बच्चा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है, तो इसकी जिम्मेदारी एजुकेशन सिस्टम और टीचर्स को लेनी होती है।