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विनेश फोगाट के फैसले से ताऊ महावीर नाराज:बोले- राजनीति 2028 के बाद कर लेती, जल्दबाजी की; बृजभूषण बोले- उसे CM फेस घोषित करे कांग्रेस

विनेश फोगाट के फैसले से ताऊ महावीर नाराज:बोले- राजनीति 2028 के बाद कर लेती, जल्दबाजी की; बृजभूषण बोले- उसे CM फेस घोषित करे कांग्रेस

रेवाड़ी11 मिनट पहलेलेखक: मुकेश शर्मा
विनेश फोगाट और महावीर फोगाट।

हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट के ताऊ द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित महावीर फोगाट उनके राजनीति में उतरने के फैसले से नाराज हैं। महावीर का कहना है कि विनेश ने राजनीति में जाने का फैसला जल्दबाजी में लिया है। वह नेता तो बन जाएगी, लेकिन ओलिंपिक मेडलिस्ट नहीं कहलाएगी।

वहीं, पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है- विनेश फोगाट हरियाणा की मुख्यमंत्री बन जाए। मैं तो कहता हूं कि विनेश को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर चुनाव लड़ाना चाहिए। इतनी दबंग लेडी है, जो ट्रायल नहीं होने देती, हारी हुई कुश्ती को जीत लेती है।

विनेश के ताऊ महावीर फोगाट द्रोणाचार्य अवॉर्डी हैं। वह विनेश के कुश्ती छोड़ने के फैसले से निराश हैं।

2028 में विनेश यकीनन विजेता बनती विनेश फोगाट ने ओलिंपिक में कुश्ती के फाइनल से डिस्क्वालिफाई होने के बाद कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद बीते शुक्रवार को उन्होंने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली। महावीर कहते हैं कि विनेश को 2028 के ओलिंपिक का इंतजार करना चाहिए था। इस बार वह यकीनन विजेता बनती।

महावीर फोगाट कहते हैं, ‘राजनेता को लोग 5 साल में भूल जाते हैं। एक ओलिंपिक पदक विजेता को हमेशा याद रखा जाता है। अगर उसे राजनीति करनी भी थी तो वह 2028 का ओलिंपिक खेलने के बाद भी कर सकती थी। अभी उसकी उम्र सिर्फ 30 साल है। उसने देश वासियों के सपने को पूरा नहीं किया।’

विनेश को कांग्रेस ने जुलाना से कैंडिडेट बनाया इससे पहले बीते रविवार को रेसलर विनेश फोगाट ने पहली बार पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम बढ़े वजन से मेडल से चूकने के बारे में बात की। विनेश ने दावा किया कि मेडल को लेकर उनके पास कानूनी विकल्प था। यह उन्हें भारतीय डेलिगेशन नहीं, बल्कि एक दोस्त ने बताया था। विनेश ने यह भी कहा कि BJP वालों ने ओलिंपिक मेडल को मेरा मेडल समझा। मेरी कोई मदद नहीं की गई।

विनेश 6 सितंबर को ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं और कांग्रेस ने उन्हें जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से उम्मीदवार भी बना दिया है। वहीं, उनके साथ ही कांग्रेस में शामिल हुए बजरंग पूनिया को पार्टी ने ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया है।

विनेश भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से जुड़े आंदोलन की अगुआई करने वालों में शामिल थीं। कांग्रेस में शामिल होने से पहले दोनों पहलवानों ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी।

विनेश फोगाट ने बजरंग पूनिया के साथ 6 सितंबर को कांग्रेस जॉइन की। इससे पहले दोनों पहलवानों ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी।

विनेश बोलीं- भाजपा वाले ईगो पर बात ले गए, 4 सवालों के जवाब

सवाल: पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन बढ़ा हुआ मिला तो आपके पास कानूनी विकल्प थे, ये किसने बताया? विनेश: जब हम प्रोटेस्ट में थे तो एक फ्रेंड थी जो इंटरनेशनल स्पोर्ट्स में है। उन्होंने मुझे अप्रोच किया कि ऐसी चीजें हैं।

सवाल: भारतीय प्रतिनिधिमंडल में जो लोग थे, उन्होंने कोई आपकी मदद नहीं की? विनेश: नहीं, वह सब बाद में आए। केस मैंने किया। इनके वकील बाद में आए।

सवाल: आपको कुछ विदेशी खिलाड़ियों ने बताया कि सही तरीके से लड़ाई लड़ी जाती तो मेडल आपका होता। विनेश: यह सच है। दुर्भाग्य देश का है। ये इतनी ईगो पर बात ले गए कि वह मेडल मेरा था। वह मेरा नहीं, देश का मेडल था। देश चाहता तो ला सकता था। वह कौन नहीं लेकर आए, सबको पता है।

सवाल: विनेश का कैसे, वह मेडल तो भारत का था? विनेश: BJP वाले तो सोच रहे हैं कि विनेश का था। तभी इन्होंने मुझसे बदला लेने के लिए इतना कुछ किया। मुझे कोई मदद नहीं मिली।

मेरे चुनाव लड़ने का फैसला कांग्रेस का- विनेश कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव लड़ने के बारे में विनेश फोगाट ने कहा कि बजरंग पूनिया के साथ चुनाव लड़ने को लेकर कोई बात नहीं हुई थी। हमने यह कांग्रेस पार्टी पर छोड़ा था और उन्होंने फैसला कर दिया। बजरंग को जो ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया गया है, वह भी हमारे दिल के करीब है। मुझे लगता है कि बजरंग के पास मुझसे ज्यादा जिम्मेदारी है।

कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह।

बृजभूषण को थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा पूर्व कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण के छेड़छाड़ पर थप्पड़ क्यों नहीं मारने के सवाल पर विनेश ने कहा कि वही हमारी गलती रह गई। भगवान ने पहले इतनी हिम्मत नहीं दी थी, वर्ना बहुत सारी बच्चियां बच जातीं। थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा। वह अभी क्यों डर रहा है। इतना क्यों बौखला रहा है। बृजभूषण के एक दिन में डबल ट्रायल के आरोपों पर विनेश ने कहा कि यह सब नियमों के तहत हुआ। अगर मैं इतनी शक्तिशाली होती तो बृजभूषण को जेल के अंदर नहीं डाल देती।

3 पार्टियों में बंटा फोगाट फैमिली का कुनबा महावीर फोगाट का कुनबा इस समय तीन पार्टियों में बंटा हुआ हैं। उनकी बेटी बबीता फोगाट BJP नेता हैं। वह 2019 में दादरी से BJP की टिकट पर चुनाव भी लड़ी थी, लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया। जबकि, उनकी भतीजी विनेश फोगाट और उनके दामाद बजरंग पूनिया ने हाल में कांग्रेस पार्टी जॉइन की है। उनके भाई सज्जन बलाली JJP के दादरी में जिला अध्यक्ष हैं।

बेटी बबीता का दादरी से टिकट कटने पर महावीर फोगाट ने कहा- यह तो राजनीति में चलता रहता है। संगठन किसी एक को ही खुश कर सकता है। पार्टी का फैसला बबीता के लिए सबसे ऊपर है।

दरअसल, फोगाट फैमिली के बीच लंबे समय से तनातनी बनी हुई हैं। महावीर फोगाट की बेटी बबीता फोगाट खुलकर BJP की तारीफ करती आई हैं, जबकि विनेश फोगाट की राजनीतिक शुरुआत ही BJP के विरोध से हुई है।

100 ग्राम वजन ज्यादा होने से डिस्क्वालीफाई हुई बता दें कि 50 किलोग्राम वजन कैटेगरी फ्री स्टाइल कुश्ती में विनेश फोगाट इस बार पेरिस ओलिंपिक में मेडल से चूक गई थीं। उन्होंने लगातार दो मैच में नामी रेसलर को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। विनेश को 7 अगस्त को गोल्ड मेडल के लिए फाइनल मुकाबला खेलना था। मैच से पहले जब उनका वजन किया गया तो 100 ग्राम अधिक मिला। जिसके चलते उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। जिसके चलते वह मेडल से चूक गई थी।

विनेश-बजरंग ने बृजभूषण के खिलाफ धरने की अगुआई की साल 2023 में महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। उनकी गिरफ्तारी की मांग पर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की अगुआई में पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया। यह धरना करीब 140 दिन तक चला।

विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खुला खत लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे मेडल लौटा देंगी। इससे पहले पहलवान साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने की घोषणा की थी। पहलवान बजरंग पूनिया ने भी अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के बाहर रख दिया था।

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