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TDP का दावा-तिरुपति लड्डू में एनिमल फैट, फिश ऑयल था:केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंध्र सरकार से रिपोर्ट मांगी; मंदिर ने जांच कमेटी बनाई

TDP का दावा-तिरुपति लड्डू में एनिमल फैट, फिश ऑयल था:केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंध्र सरकार से रिपोर्ट मांगी; मंदिर ने जांच कमेटी बनाई

अमरावती14 मिनट पहले
तिरुपति मंदिर के 300 साल पुराने किचन में रोजाना 3.50 लाख लड्डू बनते हैं। तिरुमाला ट्रस्ट हर साल प्रसादम से सालाना 500 करोड़ रुपए कमाता है।

तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिलने का विवाद दिल्ली तक पहुंच गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कहा, मैंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात की है। मंदिर के प्रसाद (लड्डू) की जांच कराई जाएगी।’

यह विवाद तब शुरू हुआ जब राज्य के CM नायडू की पार्टी TDP ने बुधवार को यह आरोप लगाया कि राज्य में YSR कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में तिरुपति मंदिर में मिलने वाले लड्डू (प्रसादम्) में जानवरों की चर्बी वाला घी और फिश ऑयल मिलाया गया था।

इसके अगले दिन TDP ने एक लैब रिपोर्ट दिखाकर अपने आरोपों की पुष्टि का दावा किया। इसके खिलाफ YSR कांग्रेस ने हाईकोर्ट से नायडू के आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बनाने की मांग की। कोर्ट इस पर 25 सितंबर को सुनवाई करेगा।

तिरुपति मंदिर के 300 साल पुराने किचन में रोजाना 3.50 लाख लड्डू बनते हैं। तिरुमाला ट्रस्ट हर साल प्रसादम से सालाना 500 करोड़ रुपए कमाता है।

मंदिर ट्रस्ट ने प्रसाद की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई

जगन मोहन सरकार ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया 18 सितंबर को आंध्र प्रदेश के CM चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि पिछले 5 साल में जगन मोहन सरकार और YSRCP के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया।

मंदिर प्रशासन ने चार सदस्यों की विशेष समिति बनाई तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने मंदिर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, घी की गुणवत्ता की निगरानी के लिए चार सदस्यीय विशेष समिति बना दी है।

लैब रिपोर्ट 17 जुलाई को मिली थी। तभी से ही यह रिपोर्ट पब्लिक डोमेन में है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट में ना तो जारी करने वाली संस्था का नाम लिखा है और ना ही किस जगह के सैंपल की जांच की गई है, उसका जिक्र है।

सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने इस मामले में जगन मोहन रेड्डी, ठेकेदार और टीटीडी के अफसरों के खिलाफ शिकायत की है। इसमें कहा कि इन्होंने प्रसादम में जानवरों की चर्बी वाला घी मिलाकर लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।

उन्होंने कहा कि इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और सख्त कार्रवाई हो। उधर केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।

TDP ने इस लैब रिपोर्ट के हवाले से आरोप लगाए हैं। दैनिक भास्कर इसकी पुष्टि नहीं करता है।

3 दिन में TDP के आरोप, लैब रिपोर्ट सार्वजनिक की

  • 19 सितंबर: टीडीपी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने 19 सितंबर, गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में लैब रिपोर्ट सार्वजनिक की। उन्होंने बताया कि गुजरात स्थित लाइवस्टॉक लैबोरेटरी, NDDB (नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड) CALF लिमिटेड (सेंटर फॉर एनालिसिस एंड लर्निंग इन लाइवस्टॉक एंड फूड) को 9 जुलाई, 2024 को सैंपल भेजा गया था।
टीडीपी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने गुरुवार को लैब रिपोर्ट सार्वजनिक की।
  • 18 सितंबर: आंध्र के मुख्यमंत्री और TDP सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू बोले प्रसाद में चर्बी मिलाई जा रही थी। नायडू ने कहा कि जिस कंपनी से घी लिया जा रहा था, उससे करार खत्म कर ब्लैक लिस्ट कर रहे हैं। मामले की जांच विजिलेंस को सौंप दी गई है। एक साल पहले ही कंपनी को सप्लाई का टेंडर मिला था।

YSCRP सांसद बोले- प्रसादम में मिलावट के आरोप फर्जी तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के पूर्व प्रधान चेयरमैन और वाईएसआर पार्टी सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा, ‘तिरुपति लड्डू की पवित्रता पर सीएम नायडू का बयान बहुत ही अपमानजनक है। इससे दुनियाभर के हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि टीटीडी ने 2019 से 2024 तक नैवेद्यम और प्रसादम तैयार करने में उच्चतम मानकों को बनाए रखा और 2019 से पहले की तुलना में गुणवत्ता में भी सुधार किया।

प्रसादम विवाद पर किसने-क्या कहा..

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टीडीपी धार्मिक मामलों का राजनीतिकरण कर रही है। प्रसादम के लिए टेंडर प्रोसेस हर 6 महीने में होती है। सप्लायर की योग्यता का पैमाना दशकों से नहीं बदला है। सप्लाई करने वालों को NABL सर्टिफिकेट और प्रोडक्ट क्वालिटी सर्टिफिकेट देना होगा। TTD घी से नमूने कलेक्ट करता है। केवल उन्हीं प्रोडक्ट का यूज किया जाता हैं, जिन्हें पास सर्टिफिकेट मिलता है। हमने अपने शासन में 18 बार प्रोडक्ट को खारिज किया था।

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– वाईएस जगन मोहन रेड्डी, आंध्र प्रदेश के पूर्व CM

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यह हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत पर सीधा हमला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।

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टी. राजा, भाजपा विधायक, तेलंगाना

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जांच से यह स्पष्ट है कि इसमें मछली का तेल मिलाया गया था। यह एक साजिश है और सनातन धर्म पर हमला है। दोषी को सजा मिलनी चाहिए।

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– आचार्य सत्येंद्र दास, राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी

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तिरुपति मंदिर प्रसादम में मिलावट न केवल आंध्र प्रदेश में बल्कि पूरे देश और यहां तक ​​कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी करोड़ों लोगों की भावना और आस्था से संबंधित है। कांग्रेस पार्टी ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है। हम इस मुद्दे की CBI जांच की मांग कर रहे हैं। इसी मांग के साथ हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखा है।

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– आंध्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वाईएस शर्मिला

प्रसाद में शामिल घी में मिलावट, YSRCP-TDP सरकार के अलग-अलग सप्लायर

YSRCP ने पिछले साल घी सप्लायर बदला था, गड़बड़ी मिली थी दरअसल पिछले 50 साल से कर्नाटक KMF रियायती दरों पर ट्रस्ट को घी दे रहा था। हर छह महीने में 1400 टन घी मंदिर में लगता है। जुलाई 2023 में कंपनी ने कम रेट में सप्लाई देने से मना कर दिया, जिसके बाद जगन सरकार (YSRCP) ने 5 फर्म को सप्लाई का काम दिया था। इनमें से एक तमिलनाडु के डिंडीगुल स्थित एआर डेयरी फूड्स भी है। जिसके प्रोडक्ट में इसी साल जुलाई में गड़बड़ी मिली थी।

TDP सरकार ने इसी साल जुलाई में घी बेचने वालों को ब्लैक लिस्ट किया टीडीपी सरकार ने इस साल जून में सीनियर IAS अधिकारी जे श्यामला राव को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) का नया एक्जीक्यूटिव ऑफिसर अपॉइंट किया था।

उन्होंने प्रसादम (लड्डू) की क्वॉलिटी जांच का आदेश दिया। इसके लिए एक कमेटी बनाई। प्रसाद के टेस्ट और क्वॉलिटी को बेहतर बनाने के लिए कमेटी ने कई सुझाव दिए। साथ ही घी की जांच के लिए नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB), गुजरात में सैंपल भेजे। जुलाई में सामने आई रिपोर्ट में फैट का जिक्र था।

इसके बाद TTD ने तमिलनाडु के डिंडीगुल स्थित एआर डेयरी फूड्स की तरफ से भेजे गए घी के स्टॉक को वापस कर दिया और ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। इसके बाद TTD ने कर्नाटक मिल्क फेडरेशन से घी खरीदना शुरू कर दिया।

पुराने सप्लॉयर से घी 320 रुपए प्रति किलोग्राम के रेट से खरीदा जाता था। जबकि तिरुपति ट्रस्ट अब कर्नाटक कोआपरेटिव मिल्क फेडरेशन (KMF) से 475 रुपए प्रति किलोग्राम के रेट से घी खरीद रहा है।

300 साल पुराना किचन, ब्राह्मण ही बनाते हैं 3.5 लाख लड्‌डू

तिरुपति मंदिर में करीब 200 ब्राह्मण 300 साल पुराने किचन में शुद्ध देसी घी से लड्डू बनाते हैं।

तिरुपति मंदिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय और अमीर धर्मस्थलों में से है। यहां हर दिन करीब 70 हजार श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करते हैं। इसका प्रशासन तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम (TTD) संभालता है।

मंदिर परिसर में बनी 300 साल पुरानी किचन ‘पोटू’ में शुद्ध देसी घी के रोज 3.50 लाख लड्‌डू बनते हैं। यह मंदिर का मुख्य प्रसाद है, जिसे करीब 200 ब्राह्मण बनाते हैं।

लड्‌डू में शुद्ध बेसन, बूंदी, चीनी, काजू और शुद्ध घी होता है। ट्रस्ट ने करीब एक लाख लड्‌डू राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के वक्त अयोध्या भेजे थे।

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