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मोदी बोले- कांग्रेस में देशभक्ति की आत्मा दम तोड़ चुकी:इन्हें गणपति से भी चिढ़; मैंने गणेश पूजा की, तो कांग्रेस बेचैन हो गई

मोदी बोले- कांग्रेस में देशभक्ति की आत्मा दम तोड़ चुकी:इन्हें गणपति से भी चिढ़; मैंने गणेश पूजा की, तो कांग्रेस बेचैन हो गई

मुंबई2 घंटे पहले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महाराष्ट्र दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ‘पीएम विश्वकर्मा’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के अंदर देशभक्ति की आत्मा दम तोड़ चुकी है। वे विदेश से बैठकर एजेंडे चलाते हैं। इन्हें अब गणपति बप्पा से भी चिढ़ होने लगी है। मैंने गणेश पूजा की तो कांग्रेस बेचैन हो गई।

मोदी ने यह बातें महाराष्ट्र के वर्धा में एक रैली को संबोधित की। वे यहां PM विश्वकर्मा योजना के एक साल पूरे होने पर कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। पीएम ने कहा- पुरानी सरकारों में कामगारों के हुनर को सम्मान नहीं मिलता था। कांग्रेस और उनके दोस्तों ने SC/ST को दबाकर रखा। उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया।

हमारी सरकार ने स्किल मंत्रालय बनाया। पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की। एक साल में इस योजना के तहत 8 लाख लोगों को स्किल ट्रेनिंग दी गई है।

मोदी की स्पीच की 4 बड़ी बातें…

गणपति उत्सव पर पीएम मोदी ने कहा- जिस पार्टी में हमारी आस्था और संस्कृति का जरा सा भी सम्मान होगा, वो पार्टी कभी गणपति पूजा का विरोध नहीं कर सकती। लेकिन आज की कांग्रेस को गणपति पूजा से भी नफरत है। मैं गणेश पूजन कार्यक्रम में चला गया, तो कांग्रेस का तुष्टिकरण का भूत जाग उठा। कांग्रेस गणपति पूजा का विरोध करने लगी। दरअसल पीएम मोदी CJI डीवाई चंद्रचूड़ के घर गणपति पूजन करने गए थे। जिसका विपक्ष ने विरोध किया था।

किसानों को लेकर PM ने कहा- महाराष्ट्र में दशकों तक कांग्रेस और बाद में महा विकास अघाड़ी सरकार ने कपास को महाराष्ट्र के किसानों की ताकत बनाने के बजाय उन्हें बदहाली में धकेला, किसानों के नाम पर राजनीति की और भ्रष्टाचार में लिप्त रहे। 2014 में जब देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनी तो अमरावती में टेक्सटाइल पार्क का काम शुरू हुआ।

दलितों-पिछड़ों पर कांग्रेस और उसके मित्रों ने जानबूझकर एससी, एसटी और ओबीसी के लोगों को आगे नहीं बढ़ने दिया। हमने सरकारी व्यवस्था से कांग्रेस की इस दलित-विरोधी और पिछड़ा-विरोधी सोच को खत्म कर दिया है। पिछले एक साल के आंकड़े बताते हैं कि एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय विश्वकर्मा योजना का लाभ उठा रहे हैं।

पाकिस्तान के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ये वो कांग्रेस हैं जिसे टुकड़े-टुकड़े गैंग और अर्बन नक्सल के लोग चला रहे हैं। आज देश की सबसे बेईमान और भ्रष्ट पार्टी कांग्रेस है। देश का सबसे भ्रष्ट परिवार कांग्रेस का शाही परिवार है। ये लोग विदेशी धरती से एजेंडे चलाते हैं। दरअसल पीएम मोदी ने हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बयान का जिक्र किया। जिसमें उन्होंने कहा था कि आर्टिकल 370 की बहाली पर पाकिस्तान और कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन की राय एक है।

PM मोदी ने विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को सर्टिफिकेट बांटे

PM विश्वकर्मा योजना के तहत मोदी ने कामगारों को एक लाख रुपए का लोन भी बांटा।

पीएम मोदी ने विश्वकर्मा योजना के एक लाख लाभार्थियों को ऑनलाइन स्किल प्रमाण पत्र बांटे। 75 हजार लाभार्थियों को लोन बांटे। पीएम ने आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्र योजना का भी शुभारंभ किया। इसके जरिए 15 से 45 साल के युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। राज्य में करीब डेढ़ लाख युवाओं को हर साल मुफ्त कौशल विकास प्रशिक्षण मिलेगा। महाराष्ट्र CM एकनाथ शिंदे, डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।

PM विश्वकर्मा कार्यक्रम की 4 तस्वीरें…

पीएम मोदी ने एग्जीबीशन में भगवान जगन्नाथ की मूर्ति खरीदी। उन्होंने UPI से पेमेंट किया।
पीएम विश्वकर्मा प्रोग्राम में मोदी वर्धा में बने एक एग्जीबीशन में पहुंचे।
मोदी ने एग्जीबीशन में शामिल प्रोडक्ट को देखा और उनकी डिटेल ली।
मोदी ने रॉ म्यूजिक (किसी भी वस्तु को बजाकर म्यूजिक निकालना) का भी आनंद लिया।

17 सितंबर 2023 को मोदी ने PM विश्वकर्मा योजना लॉन्च की थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2023 को स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने भाषण में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी। एक महीने बाद 17 सितंबर को योजना लॉन्च की गई। सरकार छोटे कामगारों, कौशल वाले लोगों की आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए यह योजना लेकर आई।

इस योजना से 18 व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा हो रहा है। इसके लिए 13 हजार करोड़ का आउटले (फंड) बनाया गया।

इन 18 व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा पहुंचाया गया 1. कारपेंटर (बढ़ई) 2. नाव बनाने वाले 3. अस्त्र बनाने वाले 4. लोहार 5. ताला बनाने वाले (मरम्मतकार) 6. हथौड़ा और टूलकिट निर्माता 6. सुनार 7. कुम्हार 8. मूर्तिकार 9. मोची 10. राज मिस्त्री 11. टोकरी, चटाई, झाड़ू बनाने वाले 12. पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले 13. नाई 14. मालाकार 16. धोबी 17. दर्जी 18. मछली का जाल बनाने वाले।

देशभर में करीब 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को फायदा मिलेगा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना पर वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 13,000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। योजना में देशभर में करीब 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को फायदा मिलेगा। योजना के पहले चरण में कामगारों को 5% ब्याज दर से 1 लाख रुपए का लोन दिया जा रहा है। वहीं, अगले चरण में यह रकम 2 लाख रुपए कर दी जाएगी।

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