प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे के पहले दिन शनिवार (21 सितंबर) को राष्ट्रपति बाइडेन के होमटाउन डेलावेयर पहुंचे। यहां वे देर रात 1:30 बजे (भारतीय समयानुसार) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई PM एंथनी अल्बनीज और जापान के PM फूमियो किशिदा के साथ क्वाड (क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग) समिट में शामिल हुए।
बैठक के बाद क्वाड लीडर्स के फोटोशूट में बाइडेन से अमेरिकी चुनाव के बाद संगठन के अस्तित्व को लेकर सवाल पूछा गया। इस पर बाइडेन ने PM मोदी के कंधे पर हाथ रखकर कहा कि क्वाड चुनाव के बाद भी बना रहेगा।
समिट के दौरान PM मोदी ने कहा-
यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब दुनिया संघर्षों से घिरी है। ऐसे में क्वाड का साथ मिलकर चलना जरूरी है। हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, क्षेत्रीय अखंडता और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं।
बाइडेन ने गले लगाकर किया मोदी का स्वागत क्वाड समिट के बाद चारों नेताओं ने कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां PM मोदी ने इंडो-पैसेफिक देशों को सर्विकल कैंसर के लिए 4 करोड़ वैक्सीन मुफ्त देने की घोषणा की। समिट से पहले PM मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन से डेलावेयर स्थित आवास पर मुलाकात की। बाइडेन ने मोदी का गले लगाकर स्वागत किया।
इसके बाद दोनों के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। इस दौरान बाइडेन ने UNSC में भारत की परमानेंट सीट का समर्थन किया। PM मोदी ने जापान और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों के साथ भी द्विपक्षीय बातचीत की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी के अमेरिका पहुंचने से चंद घंटे पहले व्हाइट हाउस ने खालिस्तान समर्थकों की मेजबानी की। अमेरिकी सरकार ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे सिख एक्टिविस्ट्स को दूसरे देशों के दमन से बचाएंगे।
मैप में QUAD देशों को देखिए
क्या है क्वाड क्वाड 2007 में बनाया गया एक सुरक्षा सहयोग संगठन है, जिसका मकसद हिंद और प्रशांत महासागर में शांति और सहयोग को बढ़ावा देना और चीन की विस्तारवादी नीतियों को काउंटर करना है। इस संगठन में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
क्वाड समिट इस साल भारत में होनी थी, पर अमेरिका की रिक्वेस्ट पर इसे होस्ट करने का मौका बाइडेन को दे दिया गया।
मोदी के अमेरिका दौरे के पहले दिन के अपडेट्स को सिलसिलेवार तरह से पढ़ें…