बेंगलुरु में महिला की हत्या और शव के 30 टुकड़े किए जाने के मामले में पुलिस ने संदिग्ध आरोपी की पहचान कर ली है। कर्नाटक के गृह मंत्री गंगाधरैया परमेश्वर ने कहा की पुलिस ने घटना से जुड़े कई सुराग ढूंढ लिए हैं। आरोपी इस वक्त पश्चिम बंगाल में है। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी होगी।
वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने बेंगलुरु पुलिस को मामले में शामिल लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आदेश दिया है ताकि मामले की जांच समय रहते हो सके। इसके अलावा आयोग ने पुलिस को तीन दिन के अंदर मामले की डिटेल रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
दरअसल, बेंगलुरु के व्यालिकेवल इलाके में 21 सितंबर को श्रद्धा वालकर हत्याकांड जैसा मामला सामने आया था। झारखंड की 29 साल की महालक्ष्मी की हत्या कर शव के 30 टुकड़े कर दिए गए थे। आरोपी शव के टुकड़ों को फ्रिज में रखकर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि महिला फ्लैट में अकेली रहती थी।
3 महीने से किराए के घर में रह रही थी महिला 21 सितंबर को बेंगलुरु वेस्ट के एडिशनल पुलिस कमिश्नर एन सतीश कुमार ने बताया था कि घटना व्यालिकेवल पुलिस थाना क्षेत्र के मल्लेश्वरम इलाके की है। ऐसा लग रहा है जैसे हत्या 4-5 दिन पहले की गई है।
उन्होंने बताया पता चला है कि महिला बेंगलुरु में एक मॉल में काम करती थी। बीते 3 महीने से वह यहां किराए से रह रही थी। उसका पति शहर से दूर एक आश्रम में काम करता है। घटना की जानकारी मिलने के बाद वह भी मौके पर पहुंचा था।
पड़ोसियों ने फ्लैट से बदबू आने की शिकायत की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना के बारे में तब पता चला जब पड़ोसियों ने घर से फ्लैट मालिक को फ्लैट से बदबू आने की शिकायत की। जब मकान मालिक फ्लैट में घुसा तो उसने देखा की घर की हालत बेहद खराब है।
पूरे घर में सामान बिखरा हुआ था। रसोई के पास कीड़े रेंग रहे थे, और खून के धब्बे दिखाई दे रहे थे। फ्रिज खाेला तो उसमें शव के टुकड़े दिखे। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस की इन्वेस्टिगेशन टीम ने सबूत इकट्ठा किए।
मई 2022 में सामने आया था श्रद्धा वालकर मर्डर केस, शरीर के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रखे थे 18 मई 2022 को दिल्ली के छतरपुर इलाके में रहने वाले आफताब ने अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े कर 300 लीटर के फ्रिज में रखे थे।
आफताब इन टुकड़ों को धीरे-धीरे ठिकाने लगाता था। हर रोज एक दो टुकड़े जंगल में फेंका करता था। दिल्ली पुलिस ने 12 नवंबर 2022 को उसे गिरफ्तार किया था। 24 जनवरी को पुलिस ने इस मामले में आफताब के खिलाफ 6,629 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई थी।
जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने आफताब का नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट किया था, जिसमें उसने श्रद्धा की हत्या करने की बात स्वीकार की थी। मामले में पुलिस ने 150 से ज्यादा गवाहों के बयान दर्ज किए। पुलिस ने आफताब का वॉयस सैंपल भी रिकॉर्ड किया था, फिलहाल मामला कोर्ट में है।
18 मई से पहले ही मारने का मन बना लिया था आफताब ने पुलिस के सामने कबूला था कि मर्डर वाले दिन यानी 18 मई से एक हफ्ते पहले ही आफताब ने श्रद्धा को मारने का मन बना लिया था। उस दिन भी श्रद्धा और आफताब का झगड़ा हुआ था।
उसने कहा था, ‘मैंने 11 मई को ही उसे मारने की ठान ली थी कि वह अचानक से इमोशनल हो गई और रोने लगी। इसलिए मैंने तय किया कि अब इसे किसी और दिन मारूंगा।’
श्रद्धा का इंस्टाग्राम अकाउंट अपडेट रखता था आफताब न्यूज एजेंसी से बातचीत में एक पुलिस अफसर ने कहा था कि आफताब ने पूछताछ में बताया कि वो वेब सीरीज और खासतौर पर क्राइम शोज देखने का आदी था। इन्हीं को देखकर उसने श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स को फ्रिज में रखने का तरीका सीखा।
इतना ही नहीं, इन्हीं सीरीज और शोज के जरिए उसने यह भी सीखा कि कैसे श्रद्धा को फैमिली और फ्रेंड्स की नजरों में जिंदा दिखाया जाए। इसके लिए वो श्रद्धा के इंस्टाग्राम प्रोफाइल और अकाउंट को अपडेट रखने के लिए उस पर पोस्ट करता रहता था। इसमें किसी ने उसकी मदद नहीं की थी।
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