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आर्मी अफसर की मंगेतर ओडिशा CM से मिलीं:मुख्यमंत्री ने यौन उत्पीड़न मामले के न्यायिक जांच के आदेश दिए, 2 महीने में रिपोर्ट मांगी

ओडिशा CM मोहन चरण माझी ने भुवनेश्वर के भरतपुर थाने में आर्मी अफसर की मंगेतर से यौन उत्पीड़न मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। हाई कोर्ट के जस्टिस चित्तरंजन दास न्यायिक जांच की अध्यक्षता करेंगे। सरकार ने 60 दिनों के भीतर उनसे जांच रिपोर्ट मांगी है।

मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने 23 सितंबर की देर रात 1:21 बजे X पर इसकी जानकारी दी। बयान के अनुसार, सरकार ने हाई कोर्ट से पुलिस की क्राइम ब्रांच की तरफ से हो रही जांच की निगरानी करने की भी अपील की है। पीड़ित महिला से ओडिशा CM ने सोमवार सुबह मुलाकात भी की।

दरअसल, 15 सितंबर की रात 1 बजे आर्मी अफसर और उनकी मंगेतर कैफे बंद कर लौट रहे थे। इस दौरान रास्ते में कुछ युवकों ने उनके साथ मारपीट और बदसलूकी की। कपल शिकायत लेकर भरतपुर थाने पहुंचे। वहां पुलिसकर्मियों ने आर्मी अफसर को लॉकअप में बंद किया और मंगेतर का यौन उत्पीड़न किया।

महिला पूर्व ब्रिगेडियर की बेटी है। पुलिस ने उसे बदसलूकी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। महिला ने 19 सितंबर को हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मामले का खुलासा किया था। इसके बाद 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

आर्मी अफसर और उनकी मंगेतर के पुलिस पर 5 गंभीर आरोप

  • आर्मी अफसर की मंगेतर के मुताबिक, उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की तो सिविल ड्रेस में मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी उनसे गाली-गलौज करने लगी। थोड़ी देर बाद एक पेट्रोलिंग गाड़ी से कुछ और पुलिसकर्मी थाने पहुंचे। उन्होंने आर्मी ऑफिसर को लॉकअप में बंद कर दिया।
  • पीड़ित ने कहा कि वे आर्मी ऑफिसर को हिरासत में नहीं रख सकते, यह गैरकानूनी है, तो दो महिला पुलिसकर्मियों ने उनके बाल पकड़ लिए जोर-जोर से मारने लगीं। एक महिला पुलिसकर्मी ने उनकी गर्दन पकड़ने की कोशिश की।
  • महिला पुलिसकर्मियों ने पीड़ित की जैकेट से उसके हाथ बांध दिए। एक लेडी कॉन्स्टेबल के स्कार्फ से पैर बांध दिए। थोड़ी देर बाद एक मेल ऑफिसर आया। उसने महिला अंडरगारमेंट उतारे और छाती पर लातें मारने लगा।
  • फिर इंस्पेक्टर-इंचार्ज आया। उसने पीड़ित की पैंट नीचे कर दी। फिर अपनी पैंट नीचे की और प्राइवेट पार्ट दिखाकर अश्लील बातें की।
  • आर्मी ऑफिसर ने बताया कि चार पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ा और घसीटते हुए एक सेल में ले गए। वहां उनकी पैंट उतारी। सारा सामान ले लिया। सुबह 3 बजे तक अवैध रूप से सेल के अंदर बंद रखा। इस बीच लॉबी से 30 मिनट तक उनकी मंगेतर के चीखने की आवाज आती रही। फिर पुलिस ने मंगेतर को बदतमीजी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।

पूर्व सीएम पटनायक ने न्यायिक जांच की मांग की थी ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने 20 सितंबर को मामले की अदालत की निगरानी में SIT जांच और न्यायिक जांच की मांग की थी। नवीन पटनायक ने X पर लिखा, ‘भरतपुर पुलिस स्टेशन में आर्मी मेजर और एक महिला के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया वह चौंकाने वाला और समझ से परे है। पुलिस ने उनके साथ जिस तरह का व्यवहार किया है, उसने देश की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है।’

बीजू जनता दल ने मंगलवार, 24 सितंबर को घटना को विरोध में भुवनेश्वर बंद का आह्वान किया है। बीजद विधायक अरुण कुमार साहू ने कहा कि यह बंद मंगलवार सुबह 6 बजे से दोपहर तक छह घंटे की अवधि के लिए होगा।

पुलिस का आरोप- आर्मी ऑफिसर और मंगेतर नशे में थी

आरोपी पुलिसकर्मियों में शामिल इंस्पेक्टर-इंचार्ज दिनकृष्ण मिश्रा।

भरतपुर पुलिस ने बताया कि आर्मी ऑफिसर और उनकी मंगेतर नशे में थी। उन्होंने 15 सितंबर की रात भरतपुर पुलिस स्टेशन पहुंचकर तोड़फोड़ की। कंप्यूटर और फर्नीचर को तोड़ा। ऑन-ड्यूटी अफसरों से मारपीट भी की। इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया।

रास्ते में बदसलूकी करने वाले युवकों को 4 घंटे में जमानत दूसरी तरफ, पुलिस ने कपल से मारपीट और बदसलूकी करने वाले 7 आरोपी युवकों को 20 सितंबर की रात गिरफ्तार किया था। हालांकि, 4 घंटे बाद कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई। सभी आरोपी इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स हैं।

आरोपियों को 20-21 सितंबर की देर रात ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास-2 (JMFC) कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें बेल मिल गई। एडिशनल DCP कृष्ण प्रसाद दास ने बताया कि आरोपियों के 11 मोबाइल फोन और एक गाड़ी जब्त की गई है। पूरी खबर पढ़ें…

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