दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज में प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर छात्रों के बीच मारपीट हुई। इस दौरान एक छात्र की पगड़ी गिर गई। इस घटना का वीडियो सामने आया है। इसके बाद पीड़ित छात्र ने दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई।
मामला दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव से जुड़ा है। श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज के अधिकारियों ने कहा कि वे 27 सितंबर को होने वाले दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (DUSU) चुनावों में भाग नहीं लेंगे। ये फैसला कॉलेज की मूल संस्था दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (DSGMC) के आदेश के बाद लिया गया। इसके विरोध में छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस बीच छात्रों में झड़प हो गई।
वीडियो के मुताबिक, जिस लड़के की पगड़ी गिरी थी, बाद में उसे उठाकर दे दी गई थी। वहीं, कुछ स्टूडेंट प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर खड़े होकर अधिकारियों से बात करते दिखे।
मामले को तीन फोटोज में समझें…
गुरु तेग बहादुर कॉलेज की DU एडमिनिस्ट्रेशन को चिट्ठी- हम अपने चुनाव अलग से कराएंगे
श्री गुरु तेग बहादुर कॉलेज में हुई झड़प को लेकर पुलिस ने धारा 299 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए जानबूझकर किया गया काम), 115(2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 351(2) (आपराधिक धमकी) और 3(5) (दो या दो से ज्यादा लोगों के एक साथ काम करने पर संयुक्त आपराधिक दायित्व) के तहत FIR दर्ज की है।
वहीं, श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज के प्रिंसिपल गुरमोहिंदर सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी प्रशासन को एक पत्र लिखा था। इसमें कहा गया कि कॉलेज अपने छात्र चुनाव अलग आयोजित करेगा, जिसे स्टाफ एडवाइजरी कमेटी देखेगी।
इस फैसले के विरोध में कॉलेज में स्टूडेंट का विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) दोनों के छात्र इस फैसले का विरोध करने लगे। ABVP ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (DSGMC) कॉलेजों को DUSU से अलग करने के लिए अदालत में याचिका भी दायर की।
चार कॉलेजों को कंट्रोल करती है DSGMC
DSGMC दिल्ली यूनिवर्सिटी के चार कॉलेजों – श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज, श्री गुरु नानक देव खालसा कॉलेज, श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज ऑफ कॉमर्स को कंट्रोल करता है। ये सभी कॉलेज DUSU से जुड़े हैं। जबकि DSGMC से कंट्रोल होने वाला माता सुंदरी कॉलेज फॉर वुमेन भी है, लेकिन यह DUSU से जुड़ा हुआ नहीं है।