फ्रिज खोला तो महालक्ष्मी का कटा सिर-पैर नजर आए:भाई उक्कम बोला- ऑफिस वालों पर शक, स्कूटी पर आए दो लोग कौन
20 सितंबर, शुक्रवार का दिन था। बेंगलुरु के व्यालिकावल इलाके में बसप्पा गार्डन के पास बने तीन मंजिला मकान से बदबू आ रही थी। पास ही रहने वाले जीवन प्रकाश से बदबू सहन नहीं हुई, तो उन्होंने खोजबीन शुरू की। पता चला कि बदबू टॉप फ्लोर से आ रही है। टॉप फ्लोर पर 29 साल की महालक्ष्मी रहती थीं।
जीवन महालक्ष्मी के दरवाजे पर पहुंचे तो बदबू इतनी बढ़ गई कि खड़ा होना मुश्किल हो गया। दरवाजे पर लॉक लगा था। जीवन ने तुरंत महालक्ष्मी के भाई उक्कम सिंह और बहन को फोन लगाया। देर रात करीब 12.30 बजे महालक्ष्मी की फैमिली पहुंची। उन्होंने दरवाजे का लॉक तोड़ा। अंदर दाखिल हुए तो उनके होश उड़ गए।
कमरे में खून बिखरा पड़ा था और जमीन पर कीड़े रेंग रहे थे। घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था। फ्रिज खोला तो अंदर महालक्ष्मी का कटा सिर, पैर और डेडबॉडी के 59 से ज्यादा टुकड़े थे। फैमिली ने तुरंत पुलिस को बुलाया। महालक्ष्मी के मर्डर केस में पुलिस फिलहाल एक आरोपी को ढूंढ रही है। अशरफ नाम के एक हेयर ड्रेसर से भी पूछताछ हुई है।
ने महालक्ष्मी के भाई उक्कम से बातचीत की। उक्कम के मुताबिक, अशरफ के अलावा परिवार को महालक्ष्मी के ऑफिस में काम करने वाले कुछ लोगों पर भी शक है। पुलिस ने ही परिवार को बताया है कि मर्डर की रात 2 लोग स्कूटी से महालक्ष्मी के घर आए थे। CCTV में ये दो लोग नजर आए हैं। पढ़िए, महालक्ष्मी के भाई उक्कम सिंह ने और क्या-क्या खुलासे किए…
फ्रिज खोला तो महालक्ष्मी की डेडबॉडी के टुकड़े भरे पड़े थे महालक्ष्मी के भाई उक्कम शुरू में बात करने से हिचकिचाते हैं। उनके मुताबिक पुलिस नहीं चाहती कि परिवार का कोई भी शख्स मीडिया से बात करे। काफी मनाने के बाद वे तैयार होते हैं।
उक्कम बताते हैं, ’20 सितंबर की शाम 7 बजे मेरी मां के पास बड़ी बहन लक्ष्मी का फोन आया। उसी ने बताया कि महालक्ष्मी के पड़ोसी का फोन आया था। हमें चिंता हुई तो तुरंत मिलने के लिए निकले और रात तकरीबन साढ़े 12 बजे महालक्ष्मी के घर पहुंचे। घर के बाहर से ही बदबू आ रही थी।’
उक्कम के मुताबिक, ‘जैसे ही ताला तोड़कर घर में घुसे तो सब कुछ बिखरा पड़ा था। हॉल में एक ट्रॉलीवाला सूटकेस रखा था। फर्श पर खून के निशान थे। कीड़े रेंग रहे थे। मेरी मां ने सबसे पहले फ्रिज खोला। वे घबराकर पीछे हट गईं। मेरी बहन के साथ घर से बाहर निकल गईं।’
‘फ्रिज में महालक्ष्मी की डेडबॉडी के टुकड़े रखे थे। हमने सबसे पहले पुलिस और फिर महालक्ष्मी के पति हेमंत को फोन करके ये सब बताया।’
उक्कम बोले- पुलिस अशरफ से पूछताछ कर रही, लेकिन मुझे ऑफिस वालों पर शक महालक्ष्मी के साथ ऐसा कौन कर सकता है, इस सवाल के जवाब में उक्कम कहते हैं, ‘मैंने पुलिस को तीन नाम बताए थे। इनमें से एक महालक्ष्मी का मैनेजर, एक ऑफिस कलीग और एक दोस्त शामिल है। पुलिस ने इन्हें पकड़ा भी, लेकिन बस पूछताछ करके छोड़ दिया।’
उक्कम ये भी कहते हैं कि जिस शख्स पर उन्हें शक है, उनमें एक अल्पसंख्यक भी शामिल है। बातचीत के दौरान उक्कम बार-बार ये कहते हैं कि नाम बताने से पुलिस ने मना किया है।
जांच अधिकारी से आखिरी बातचीत के हवाले से उक्कम बताते हैं, ‘उन्होंने एक आरोपी को ट्रैक कर लिया है (ये अशरफ है या कोई और ये साफ नहीं है)। मैं पुलिस स्टेशन गया तो पुलिस ने एक शख्स को पकड़ रखा था। शुरू में हमें ये बताया गया कि इस मामले में 5 लोगों पर शक है।’
‘अब पता चल रहा है कि एक अरेस्ट हो चुका है और मुख्य आरोपी फरार है। हमें बस इतना पता चला है कि वह ओडिशा का रहने वाला है, लेकिन अब तक वो गिरफ्तार नहीं हुआ है।’
CCTV में दो लोग स्कूटी पर दिखे, मर्डर में दोनों के शामिल होने का शक महालक्ष्मी के भाई उक्कम के मुताबिक, पुलिस ने उसे बातचीत में बताया है कि CCTV फुटेज में घर के आस-पास दो लोग स्कूटी पर नजर आए हैं।
उक्कम ये भी कहते हैं, ‘मेरी बहन (महालक्ष्मी) इंडिपेंडेंट महिला थी। घर में मौजूद सारा सामान उसने अपने पैसों से ख़रीदा था। सोफा, अलमारी समेत घर का सारा सामान खुद लाई थी। जिस फ्रिज में उसकी लाश मिली है, वो भी उसने कुछ ही दिन पहले खरीदा था।’
‘पुलिस हमें ठीक से बता भी नहीं रही कि जांच में अब तक क्या मिला है। हमें ये भी नहीं समझ आ रहा कि हमें जिन पर शक था, उन्हें इतनी जल्दी छोड़ कैसे दिया गया।’
महालक्ष्मी पति को छोड़कर अकेले रहती थी, बहन ने भी मुस्लिम से शादी की महालक्ष्मी के भाई उक्कम बताते हैं कि हमारा परिवार नेपाल के कठंद राज्य के टीकापुर गांव का रहने वाला है। 30 साल पहले मम्मी-पापा काम के लिए आए और यहीं बस गए।
महालक्ष्मी की एक बहन और दो भाई हैं। लक्ष्मी और महालक्ष्मी दोनों जुड़वां बहनें हैं। लक्ष्मी ने एक मुस्लिम शख्स से शादी की है। शादी के बाद उसने अपना नाम बदलकर शहीदा बुशुरा कर लिया है।
महालक्ष्मी की शादी नेलमंगला में रहने वाले हेमंत दास से हुई थी। हेमंत मोबाइल एसेसरीज की शॉप में काम करता है। महालक्ष्मी एक मॉल में काम करती थी। उनकी 4 साल की एक बेटी भी है। महालक्ष्मी और हेमंत करीब 4 साल से अलग-अलग रह रहे थे। हालांकि दोनों का अभी तलाक नहीं हुआ था। बेटी हेमंत के साथ रहती थी।
महालक्ष्मी अक्टूबर 2023 से बसप्पा गार्डन के पास 5वीं क्रॉस पाइपलाइन रोड पर व्यालिकावल में किराए के मकान में रह रही थी।
उक्कम बताते हैं, ‘मैं अपनी पत्नी दीपिका के साथ करीब 15 दिन तक उनके साथ रहा था। बाद में महालक्ष्मी ने मुझसे भी झगड़ा कर लिया। उसने कहा कि वो अकेली रहना चाहती है। इसके बाद मैं वाइफ को लेकर चला गया और मराठहल्ली के गंजूर में रहने लगा। इसके बाद भी महालक्ष्मी से मिलने मैं कई बार उसके घर पर जाता रहता था। मुझे कभी नहीं लगा था कि उसके साथ ऐसा होगा।’
क्या महालक्ष्मी के पति को वे क्लीन चिट दे रहे हैं? जवाब में उक्कम बताते हैं, ‘हर पति-पत्नी के बीच छोटे-मोटे झगड़े होते रहते हैं। इसका ये मतलब नहीं है कि वे अलग हो जाएं। दीदी का पहले से मन था कि वे अलग रहें और कुछ बड़ा करें।’
‘हमारे पास भारतीय नागरिकता है और हम चाहते हैं कि देश के कानून के हिसाब से आरोपियों को सजा मिले। हम चाहते हैं कि हमें न्याय मिले और आरोपी जल्द से जल्द सलाखों के पीछे जाए।’
पड़ोस में किराना दुकान चलाने वाली योगिता बताती हैं कि महालक्ष्मी कभी-कभी सामान लेने आया करती थी। वो यहां अकेले ही रहती थी और पड़ोसियों से ज्यादा घुलती-मिलती नहीं थी। रोजाना सुबह 9:30 बजे काम पर चली जाती और रात 10:30 बजे के बाद ही घर लौटती थी।
पड़ोसियों ने कई बार एक अजनबी शख्स को महालक्ष्मी को घर से पिक और ड्रॉप करते जरूर देखा था, लेकिन वो शख्स कौन था, कोई नहीं जानता।
8 लोगों पर शक, 67 से पूछताछ, FSL जांच में नहीं मिले सबूत पुलिस सोर्सेज ने हमें बताया कि इस मामले में अब तक 67 लोगों से पूछताछ हुई है। इनमें से 8 लोगों से पुलिस ने शक के आधार पर कड़ी पूछताछ की है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम को घर के अंदर से किसी भी फोर्स एंट्री के सबूत नहीं मिले हैं। फर्श पर भी खून के निशान नहीं मिले हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि आरोपियों ने हत्या के बाद खून को केमिकल से साफ किया और फरार हो गए। FSL एक्सपर्ट ल्यूमिनोल नाम के केमिकल का इस्तेमाल करके खून के धब्बों का पता लगा रहे हैं। हालांकि FSL का ये दावा और परिवार का बयान आपस में मेल नहीं खाता है। उक्कम ने दावा किया है कि जब वे लोग अंदर घुसे तो फर्श पर खून और कीड़े थे।
आरोपी फरार, सैलून वाले अशरफ से कनेक्शन का शक महालक्ष्मी के अलग हुए पति हेमंत दास ने एक लोकल मीडिया चैनल से बातचीत में आरोप लगाया कि महालक्ष्मी का कथित तौर पर अशरफ नाम के एक शख्स के साथ अफेयर चल रहा था। दास ने कहा कि हो सकता है कि उसने ही महालक्ष्मी की हत्या की हो।
दास ने ये भी कहा कि उन्होंने कई महीने पहले बेंगलुरु के एक पुलिस स्टेशन में उसके कथित प्रेमी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। हालांकि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सोर्सेज के मुताबिक, पुलिस जिस आरोपी को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में ढूंढ रही है, वो हेयर सैलून में काम करने वाले अशरफ का भाई है। पुलिस ने अशरफ को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की है। उसने बताया है कि वो महालक्ष्मी के साथ 6 महीने से कॉन्टैक्ट में था। हालांकि उसने हत्या की बात कबूल नहीं की है।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने भी कन्फर्म किया है कि मुख्य संदिग्ध ओडिशा का है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमें लगी हुई हैं। पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने मीडिया से कहा- हमारे पास संदिग्ध के बारे में अहम सुराग हैं। हम उसे पकड़ने के बाद ही ज्यादा जानकारी दे सकते हैं।
व्यालिकावल पुलिस ने सोमवार को रेफ्रिजरेटर जब्त कर लिया और उसे फोरेंसिक लैब ले गई है। उन्हें शक है कि हत्यारे ने भागने से पहले घर को अच्छी तरह से धोया या फिर उसके शरीर को कहीं और काटा। बेडरूम में मिला ट्रॉली सूटकेस शव रखकर उसे ठिकाने लगाने के लिए लाया गया था।
शव को बाहर नहीं निकाल सके, इसलिए काटकर फ्रिज में छिपाया पुलिस को शक है कि डेडबॉडी को घर से बाहर ले जाकर ठिकाने लगाने में रिस्क था। जहां महालक्ष्मी रहती है, वो भीड़भाड़ वाला इलाका है। इसी वजह से मर्डर करने वालों ने बॉडी के टुकड़े किए। उन्हें फ्रिज में भर दिया, ताकि कुछ दिनों तक बदबू न आए। आरोपियों ने खून के निशान मिटाए और फरार हो गए।
शुरुआती जांच में पता चला है कि बॉडी के टुकड़े 19 दिनों से फ्रिज में बंद थे। अब तक शव के 59 टुकड़े मिले हैं। इन टुकड़ों को बोरिंग हॉस्पिटल के पोस्टमॉर्टम हाउस में पहले एक-दूसरे के साथ जोड़ा गया। फिर आगे की जांच की गई। महालक्ष्मी का मोबाइल घर से बरामद हुआ, उसे ऑफ किया गया था। उसकी भी फोरेंसिक जांच करवाई जा रही है।
बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने बताया कि बॉडी के टुकड़े कर सिंगल डोर वाले 165 लीटर के फ्रिज में रखे गए थे। जांच में सामने आया है कि महिला के सिर को तीन हिस्सों में काटा गया। पैर के कई टुकड़े किए गए। महिला की आंतें, सिर के बाल और अन्य छोटे हिस्से एक प्लास्टिक में भर फ्रिज में रखे हुए थे।
पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, ‘पुलिस को वो हथियार भी नहीं मिला, जिसका इस्तेमाल महालक्ष्मी के शरीर को टुकड़ों में काटने के लिए किया गया था। हत्या वाली जगह पर पुलिस को कई उंगलियों के निशान मिले हैं। पुलिस अब भी पोस्टमॉर्टम जांच और FSL रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इस मामले की जांच करने के लिए दो स्पेशल टीमें बनाई गई हैं।