राहुल गांधी ने शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर को लेटर लिखकर श्रीलंका में बंद तमिल मछुआरों की मांग की है।
राहुल ने कहा कि मछुआरों की रिहाई कराने और जब्त की गई नावों को छोड़ने के लिए श्रीलंका के अफसरों से बात करें।
इससे पहले 27 सितंबर को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करके मछुआरों की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया था। उन्होंने मछुआरों को जल्द रिहाई की मांग की थी।
दरअसल, 21 सितंबर 2024 को श्रीलंकाई नेवई अफसरों ने 37 तमिल मछुआरों की गिरफ्तारी की। साथ ही उनकी नौकाओं को जब्त कर लिया था।
राहुल गांधी के लेटर की 2 बड़ी बातें…
1. मछुआरे श्रीलंकाई नाव को बचा रहे थे मुझे मयिलादुथुराई संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस सांसद आर सुधा ने मामले की जानकारी दी है। गिरफ्तार किए गए मछुआरे घटना वाले दिन संकट में फंसी श्रीलंकाई नाव को बचाने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने श्रीलंकाई अधिकारियों से सहायता के लिए भी संपर्क किया था। इसके बावजूद उन्हने अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पार करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
2. मछुआरों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए ऐसी घटनाएं मछुआरों के जीवन को प्रभावित करती हैं। इनकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और मछुआरों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
जनवरी से जून तक 182 भारतीय गिरफ्तार श्रीलंकाई अधिकारियों के मुताबिक इस साल अब तक 182 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया और 25 नाव जब्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय मछुआरे अवैध तरीके से श्रीलंका में घुसने की कोशिश करते हैं।
इस साल भी पिछले साल के बराबर गिरफ्तारियां हुईं श्रीलंकाई अधिकारियों ने बताया कि 2023 में भी भारतीय मछुआरों यहीं हाल था, जिसमें जून के महीने में 240-245 तक मछुआरों गिरफ्तार किया था, जो इस साल लगभग 75% है। कई बार तमिलनाडु सरकार इस बात का मुद्दा केन्द्र सरकार के सामने भी उठा चुकी है।
मछुआरे सबसे ज्यादा तमिलनाडु के पाक स्ट्रेट से श्रीलंका के उत्तरी सिरे में मछलियों पकड़ने जाते हैं। यहां बड़ी संख्या में मछलियों का झुंड रहता है, जो लंबी और वजन में भारी होती हैं।
कैसे पकड़े जाते हैं मछुआरे भारतीय हिस्से में मछलियों की संख्या लगातार कम हो रही हैं। ऐसे में फिशिंग के लिए मछुआरे श्रीलंका के आइलैंड की तरफ जाते हैं। हालांकि वहां तक जाने के रास्ते में इंटरनेशनल समुद्री सीमा पड़ती है, जिसे भारतीय मछुआरों को लांघना पड़ता है। इस सीमा को पार करते ही श्रीलंकन नेवी भारतीय मछुआरों को अरेस्ट कर लेती है। श्रीलंकाई सेना कई बार भारतीय मछुआरों पर गोली चला चुकी