तिरुपति लड्डू विवाद, सुप्रीम कोर्ट में आज नहीं कल सुनवाई:कोर्ट ने केंद्र से पूछा था- क्या केंद्रीय एजेंसी इन्वेस्टिगेट कर सकती है; आंध्र पुलिस ने रोकी थी SIT जांच
आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) के प्रसादम (लड्डुओं) में जानवरों की चर्बी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टल गई है। अब ये सुनवाई कल होगी।
30 सितंबर की सुनवाई में जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की बेंच ने कहा- ‘जब प्रसाद में पशु चर्बी होने की जांच CM चंद्रबाबू नायडू ने SIT को दी, तब उन्हें मीडिया में जाने की क्या जरूरत थी। कम से कम भगवान को तो राजनीति से दूर रखें।’
इसके बाद 1 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश पुलिस ने मामले की SIT जांच रोक दी। राज्य के डीजीपी द्वारका तिरुमाला राव ने कहा कि अभी सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक ये तय किया जाएगा कि SIT जांच को आगे बढ़ाना है या नहीं।
वहीं, लड्डू विवाद को लेकर डिप्टी CM पवन कल्याण की 11 दिन की प्रायश्चित दीक्षा जारी है। प्रायश्चित के तहत पवन 1 अक्टूबर से तीन दिन के लिए नंगे पैर तिरुपति मंदिर यात्रा पर हैं। दीक्षा खत्म होने के बाद वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करेंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें…
पिछली सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- क्या सबूत है कि लड्डू बनाने में दूषित घी का इस्तेमाल हुआ सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा, ‘जुलाई में लैब रिपोर्ट आई। वह स्पष्ट नहीं है। मुख्यमंत्री SIT जांच के आदेश देते हैं और फिर सितंबर में मीडिया के सामने बयान देते हैं। एक संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति ऐसा कैसे कर सकता है।’
कोर्ट ने तिरुपति मंदिर की ओर से पेश हुए वकील सिद्धार्थ लूथरा से पूछा- इस बात के क्या सबूत हैं कि लड्डू बनाने में दूषित घी का इस्तेमाल किया गया था। इस पर वकील ने कहा कि हम जांच कर रहे हैं। इसके बाद जस्टिस गवई ने पूछा, ‘फिर तुरंत प्रेस में जाने की क्या जरूरत थी? आपको धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।’
बेंच ने करीब 1 घंटे की सुनवाई के बाद कहा कि मामले की जांच SIT से ही कराएं या फिर किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी से, इसके लिए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से हम सुझाव चाहते हैं। सभी याचिकाओं पर एक साथ 3 अक्टूबर को दोपहर 3:30 बजे सुनवाई करेंगे। पूरी खबर पढ़ें…