दशहरा रैली में आदित्य बोले- महाराष्ट्र में खोखा सरकार:कहा- उद्धव गुट ही असली शिवसेना, इसका नाम मेरे पिता-दादा के नाम पर
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना का साउथ मुंबई के आजाद मैदान में दशहरा कार्यक्रम शुरू हो गया है। वहीं, उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (UBT) का दशहरा कार्यक्रम दादर के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में चल रहा है।
शनिवार शाम 7 बजे के करीब उद्धव ठाकरे बेटे आदित्य के साथ शिवाजी पार्क पहुंचे और बाला साहेब ठाकरे की तस्वीर पर माथा टेका। अपने संबोधन में आदित्य ठाकर ने कहा कि शिवसेना (UBT) की असली शिवसेना है।
आदित्य ने कहा- असली शिवसेना यही है। मुझे गर्व है कि इस पार्टी का नाम मेरे पिता उद्धव और मेरे दादा बालासाहेब ठाकरे के नाम पर रखा गया है। वे (महायुति सरकार) सरकार में केवल भ्रष्टाचार करते हैं, आप सभी को इसे रोकना होगा और हमें वोट देकर उन्हें महाराष्ट्र की ताकत दिखानी होगी। वे एक ‘खोखा’ सरकार है।
शिवाजी पार्क की तस्वीरें…
आजाद मैदान की तस्वीरें…
शिंदे-उद्धव गुट ने जारी किए टीजर …
शिंदे गुट टीजर- CM को शिवसेना (बाघ) को आजाद करते दिखाया
शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने अपने कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए 3,000 निजी बसें बुक कीं। रैलियों से पहले दोनों गुटों ने टीजर Hkh जारी किए।
शिंदे की अगुवाई वाले समूह के टीजर में एक बाघ को रस्सी से कांग्रेस के पंजे से बांधा गया है। पंजे के पास उद्धव ठाकरे खड़े हैं। इसके बाद एनिमेशन में मुख्यमंत्री शिंदे को तीर से रस्सी काटते हुए दिखाया गया है, वह शिवसेना (बाघ) को पंजे से आजाद कराते हैं।
शिवसेना (यूबीटी) टीजर- गद्दारों को दफनाने की बात करते हैं अपने टीजर में, शिवसेना (यूबीटी) महाराष्ट्र के गौरव को बचाने और गद्दारों को दफनाने की बात करती है। पार्टी ने यहां उन विधायकों पर निशाना साधा है जिन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह किया था, जिसके कारण महाराष्ट्र में उनकी सरकार गिर गई थी। रैली में, उद्धव ठाकरे भाजपा के साथ-साथ शिंदे पर भी हमला करने वाले हैं।
महाराष्ट्र: लोकसभा चुनाव में भाजपा 23 से 9 पर सिमटी, मराठा आरक्षण सबसे बड़ी चुनौती
महाराष्ट्र में महायुति यानी शिवसेना, भाजपा और NCP अजित पवार गुट की सरकार है। एंटी इन्कंबेंसी और 6 बड़ी पार्टियों के बीच बंटने वाले वोट को साधना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी।
2024 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में INDIA गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिलीं।। इनमें BJP को 9, शिवसेना को 7 और NCP को सिर्फ 1 सीट मिली। भाजपा को 23 सीटों का नुकसान हुआ। 2019 लोकसभा चुनाव से NDA को 41 सीटें मिली थीं। 2014 में यह आंकड़ा 42 था। यानी आधे से भी कम।
2024 लोकसभा चुनाव के हिसाब से भाजपा 60 सीटों के आसपास सिमट जाएगी। विपक्षी गठबंधन के एक सर्वे में राज्य की 288 सीटों पर MVA यानी महाविकास अघाड़ी को 160 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। भाजपा के लिए मराठा आंदोलन सबसे बड़ी चुनौती है। इसके अलावा शिवसेना और NCP में तोड़फोड़ के बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ लोगों की सिंपथी है।