गुजरात के जामनगर के जाम साहब शत्रुशल्य सिंहजी ने अपने राजघराने के वारिस का ऐलान कर दिया है। उन्होंने पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को अपना उत्तराधिकारी चुना है। शत्रुशल्य सिंहीजी ने कहा, मुझे आनंद है कि अजय जडेजा नवानगर के नए जाम साहब होंगे।
अभी के जाम साहब शत्रुशल्य सिंहजी की कोई संतान नहीं है। इस वजह से उन्हें अपना वारिस चुनना था। उन्होंने अजय जडेजा को चुना। जाम साहब शत्रुशल्य सिंहजी के पिता दिग्विजय सिंह थे जिन्होंने जाम साहब का पद 33 साल तक संभाला। उनके चाचा रणजीत सिंहजी ने उनको गोद लिया और अपना वारिस बनाया। जाम साहब रणजीत सिंह के नाम पर ही भारतीय क्रिकेट की डोमेस्टिक टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेली जाती है।
पूर्वजों के नाम पर रणजी और दलीप ट्रॉफी खेली जाती है जाम साहब रणजीत सिंह के नाम पर ही भारतीय क्रिकेट की डोमेस्टिक टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेली जाती है। रणजीत सिंह के भाई जुवान सिंह के बेटे दलीप सिंह के नाम पर दलीप ट्रॉफी खेली जाती है।
रणजी ट्रॉफी भारत की एक घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता है। यह फर्स्ट क्लास क्रिकेट चैंपियनशिप है। राज्य क्रिकेट संघों का प्रतिनिधित्व करने वाली टीमें इसमें हिस्सा लेती हैं। वहीं दलीप ट्रॉफी भारत में खेले जाने वाली घरेलू फर्स्ट क्लास क्रिकेट टूर्नामेंट है। इन दोनों टूर्नामेंट का आयोजन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) करता है। इस टूर्नामेंट में चार टीमें शामिल हुईं इंडिया ए, बी, सी, और डी खेलती हैं।
जाम साहब का इतिहास जाम साहब नवानगर के शासक राजकुमार की उपाधि है, जो अब गुजरात में जामनगर है। जाम साहब राजपूतों के जाम जाडेजा वंश से थे। जाम रावलजी 1540 में नवानगर के पहले जाम साहब थे। उन्होंने कच्छ से प्रवास किया और हलार क्षेत्र में नवानगर की स्थापना की। इसमें 999 गांव शामिल हैं।
वनडे में 5 हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं जडेजा अजय जडेजा ने भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से 1992 से 2000 के बीच 15 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने चार अर्धशतकों की मदद से 576 रन बनाए। जडेजा ने टीम इंडिया के लिए खेले 196 वनडे मैचों में 5359 रन बनाए हैं। इनमें 6 शतक और 30 अर्धशतक शामिल हैं।
फिक्सिंग मामले में 5 साल का बैन झेल चुके हैं जडेजा अजय जडेजा पर साल 2000 में मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे। इसके बाद BCCI ने जडेजा पर 5 साल का प्रतिबंध भी लगा दिया था। इस प्रतिबंध के खिलाफ जडेजा ने दिल्ली हाईकोर्ट पर याचिका दायर की थी। बाद में कोर्ट ने आरोप खारिज कर दिए। इसके बाद जडेजा ने डोमेस्टिक क्रिकेट में वापसी भी की, हालांकि दूसरी पारी खास नहीं रही और वो टीम इंडिया में दोबारा जगह नहीं बना सके।