शिवसेना उद्धव गुट की दूसरी लिस्ट, इसमें 15 नाम:अब तक 80 उम्मीदवारों की घोषणा, संजय राउत ने कहा था- 100 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर शिवसेना उद्दव गुट ने 15 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट शनिवार सुबह जारी कर दी है। इसमें शिवडी विधानसभा से अनिल चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है।
शिवडी सीट से लालबाग राजा मंडल के मानद सचिव सुधीर साल्वी टिकट मांग रहे थे, लेकिन अनिल चौधरी का नाम फाइनल हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिंदे की बगावत के समय अनिल चौधरी ने ठाकरे परिवार का साथ दिया था। इसलिए पार्टी ने उन्हें ही टिकट दिया है।
शिवसेना ने अब तक 80 उम्मीदवारों का ऐलान किया है। MVA के सीट शेयरिंग के तहत उद्धव गुट, NCP शरद गुट और कांग्रेस 85-85 सीटों पर लड़ेगी।
हालांकि, उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने 24 अक्टूबर को कहा था उनकी पार्टी 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
होल्ड पर रखी गई मुंबई की दहिसर सीट मुंबई की दहिसर विधानसभा सीट उद्धव के हिस्से आई है। इस सीट को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। क्योंकि उद्धव यहां से अभिषेक घोसालकर की पत्नी तेजस्विनी को चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन अभिषेक के पिता पूर्व विधायक विनोद घोसालकर भी दहिसर सीट से टिकट मांग रहे हैं।
दरअसल, 8 फरवरी 2024 की रात उद्धव गुट के नेता और पूर्व पार्षद अभिषेक घोषालकर की गोली मार कर हत्या की गई थी। घटना के दौरान अभिषेक फेसबुक पर लाइव थे। हमला करने वाले आरोपी मॉरिस नरोन्हा ने भी खुद को 4 गोलियां मारकर सुसाइड कर लिया था।
शिवसेना (UBT) की पहली लिस्ट में 65 नाम थे MVA में शिवसेना (UBT) ने 23 अक्टूबर की शाम सबसे पहले लिस्ट जारी की थी। इसमें 65 नाम थे। उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे को वरली से प्रत्याशी बनाया गया था। कोपरी पाचपखाडी से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सामने केदार दिघे को टिकट दिया गया।
सिंगल फेज में 20 नवंबर को चुनाव, 23 नवंबर को रिजल्ट महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को 2024 को खत्म हो रहा है। महाराष्ट्र में महायुति यानी शिवसेना, भाजपा और NCP अजित पवार गुट की सरकार है। एंटी इनकम्बेंसी और 6 बड़ी पार्टियों के बीच बंटने वाले वोट को साधना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी।
महाराष्ट्र 2019 विधानसभा चुनाव समीकरण
- 2019 में BJP-शिवसेना गठबंधन था। बीजेपी ने 105 सीटें और शिवसेना ने 56 सीटें जीती। गठबंधन से NCP को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं थी। भाजपा-शिवसेना आसानी से सत्ता में आ जाती, पर मनमुटाव के कारण गठबंधन टूट।
- 23 नवंबर 2019 को फड़नवीस ने मुख्यमंत्री और अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ये सुबह-सुबह की शपथ थी। पर बहुमत परीक्षण से पहले 26 नवंबर 2019 को दोनों ने इस्तीफा दे दिया। 28 नवंबर 2019 को शिवसेना, NCP और कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी सत्ता में आई। इसके बाद शिवसेना और NCP में बगावत हुई और 4 दल बने। लोकसभा चुनाव में शरद और उद्धव को बढ़त मिली। इन्हीं सब पृष्ठभूमि में विधानसभा चुनाव होगा। पूरी खबर पढ़े…