इन्हीं के कारण 2 बार NDA छोड़कर महागठबंधन में गया:मंत्री विजेंद्र यादव की ओर इशारा कर नीतीश ने कहा, CM हाउस में हुई NDA की मीटिंग
पटना में एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर NDA नेताओं के साथ करीब ढाई घंटे तक नीतीश कुमार की बैठक चली। इस मीटिंग में बिहार के सभी केंद्रीय मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, सभी सांसद और विधायक मौजूद रहे। इसके अलावा बीजेपी, जेडीयू, लोजपा (रा.), हम पार्टियों के नेता भी इस बैठक में रहे।
मीटिंग के बाद नीतीश कुमार ने मंत्री विजेंद्र यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ‘इन्हीं लोगों के कहने पर दो बार एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गया था।’
बैठक के बाद जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि ‘मीटिंग में एनडीए गठबंधन के सभी 5 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में नीतीश कुमार ने सभी नेताओं को कोऑर्डिनेशन बनाकर काम करने का दिशा निर्देश दिया। अब सभी नेता किसी पार्टी के सदस्य नहीं, बल्कि NDA के हिस्सा हैं। केंद्र सरकार से जो बिहार को सहायता मिल रही है, और बिहार की विकास यात्रा के बारे में खासकर नई पीढ़ी के लोगों को बताना है।
2025 में 225 सीटें जीतने का टारगेट
उन्होंने आगे कहा कि ‘एनडीए से पहले पूर्व की जो सरकार थी, उनके बारे में भी बताना है कि उस वक्त बिहार में क्या स्थिति थी । 2024 में एनडीए गठबंधन ने 30 लोकसभा सीट जीती हैं। 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन 225 सीट जीते यह बैठक में लक्ष्य तय हुआ है।’
NDA की लाइन से बाहर जाने वाले नेताओं को मिली हिदायत
मीटिंग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा NDA के बड़े नेताओं ने जिला अध्यक्ष को कोऑर्डिनेशन के साथ काम करने को कहा है। इसमें कहा गया कि NDA के पांचों दल मिलकर काम करेंगे। क्षेत्र में कोई भी मंत्री जाएंगे तो सभी दलों के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। CM नीतीश कुमार समेत सीनियर नेताओं ने जिला अध्यक्ष को हिदायत भी दी है। NDA की पार्टी लाइन से बाहर जाने वाले नेताओं को कड़ी हिदायत दी गई। कहा गया है कि गठबंधन के तहत उपचुनाव में आप कम करें।
बड़ी बात ये है कि इस बैठक के लिए पशुपति पारस को न्योता नहीं दिया गया था। ऐसे में वो एनडीए से बाहर होते दिख रहे हैं।
मीटिंग से पहले BJP के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि ‘इस दौरान सभी दल पार्टी से बूथ तक कैसे तालमेल बिठाया जाए, इस पर चर्चा होगी। उपचुनाव और विधानसभा चुनाव पर भी मंथन होगा।’
यह बैठक ऐसे समय में हुई है कि जब, 13 नवंबर को 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। माना जा रहा है कि उपचुनाव में NDA की बेहतर परिणाम की कोशिश को लेकर सीएम नीतीश ने ये बैठक बुलाई गई थी।
वहीं, पार्टी सूत्रों की माने तो बैठक में पार्टी जिला अध्यक्षों को बुलाने के पीछे का मकसद है कि NDA पूरी मुस्तैदी के साथ चुनाव में जाए। पूरा कुनबा NDA उम्मीदवारों को वोट करें। NDA घटक दल के कार्यकर्ताओं का भी गठजोड़ मतदान केंद्रों पर नजर आए।
बीजेपी सांसद बोले- हमलोग बहुमत से सरकार बनाएंगे
पूर्व केंद्रीय मंत्री भाजपा के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इसे बड़ी बैठक बताया। मीटिंग से पहले उन्होंने कहा, ‘बैठक में चुनाव की रणनीति पर बैठक में बातचीत होगी। मुख्यमंत्री ने खुद बैठक बुलाई है। हम लोग शामिल हो रहे है। चुनाव किस तरह जीत जाए उसे पर मंथन होगा और हम लोग बहुमत से सरकार बनाएंगे।’
4 सीट में 3 इंडिया गठबंधन के पास
बिहार के 4 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। इन 4 में से 3 सीट इंडिया गठबंधन के कब्जे में हैं। NDA के पास सिर्फ एक सीट इमामगंज है। इमामगंज विधानसभा सीट पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का कब्जा था। यहां से पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी विधायक थे। वह सांसद बन गए हैं।
रामगढ़ विधानसभा सीट राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह, तरारी विधानसभा सीट से भाकपा माले के सुदामा प्रसाद और बेलागंज सीट से राजद के सुरेंद्र यादव ने विधानसभा चुनाव 2020 में जीत हासिल की थी।
बैठक के बीच जलता पुतला लेकर पहुंचा शख्स
CM नीतीश कुमार NDA नेताओं के साथ बैठक ले रहे थे। इसी दौरान एक शख्स हाथ में जलता पुतला लेकर पहुंच गया। पुलिस ने उसे रोका और पुतला छीना। युवक का कहना है कि मेरे एक केस में पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही है। इसलिए मुख्यमंत्री जी से मिलने आया हूं।