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स्वाति मालीवाल ने CM हाउस के बाहर काला पानी छिड़का:बोलीं- आतिशी को शर्म नहीं आती, ये दिल्ली सरकार की ‘नल से कोका-कोला’ की स्कीम है

स्वाति मालीवाल ने CM हाउस के बाहर काला पानी छिड़का:बोलीं- आतिशी को शर्म नहीं आती, ये दिल्ली सरकार की ‘नल से कोका-कोला’ की स्कीम है

नई दिल्लीकुछ ही क्षण पहले
स्वाति मालीवाल ने CM आतिशी के आवास के बाहर काला पानी फैलाया।

आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल शनिवार को दिल्ली CM आवास पहुंची। मालीवाल अपने साथ बोतल में काला पानी लेकर पहुंचीं थीं। उन्होंने घर के बाहर पानी को छिड़का और बोतल गेट के पास रख दी।

मालीवाल ने कहा- यह वही काला पानी है जो दिल्ली की जनता पी रही है। उन्हें (सीएम) कोई शर्म नहीं है। क्या दिल्ली में रहने वाले ये दूषित पानी पिएंगे। ये दिल्ली सरकार की नल से कोका-कोला की स्कीम है।

मैंने मुख्यमंत्री को चेतावनी दी है कि ये तो बस एक सैंपल था। अगर 15 दिन के अंदर वो पूरी दिल्ली की पानी सप्लाई ठीक नहीं करती हैं तो मैं एक पूरा टैंकर भर पानी लेकर आऊंगी।

स्वाति मालीवाल ने दिल्ली CM आवास के गेट पर काला पानी रख दिया।
मालीवाल ने द्वारका विधानसभा के एक रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर के घर से बोतल में पानी भरा।

मालीवाल बोलीं- सीएम इस काले पानी से नहाएं, या पाप को धोएं स्वाति मालीवाल ने कहा, सागरपुर, द्वारका के लोगों ने मुझे फोन किया था और वहां की स्थिति बहुत खराब है। मैं एक घर में गई और वहां काला पानी सप्लाई हो रहा था। मैंने उस काले पानी को एक बोतल में भरा और मैं उस पानी को यहां, मुख्यमंत्री आवास पर लेकर आई। 2015 से हम सुन रहे हैं कि अगले साल सब ठीक हो जाएगा।

मैंने जो पानी उन्हें दिया है, वो इस पानी से नहा सकती हैं, इस पानी को पी सकती हैं या अपने पापों को धो सकती हैं। छठ पूजा आ रही है। आज गोवर्धन पूजा थी, कल दिवाली थी और दिल्ली का ये हाल है। कौन इस पानी को पीकर जिंदा रह सकता है? मुख्यमंत्री जल मंत्री भी हैं। क्या उनका काम सिर्फ हर दिन 10 प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मजाक उड़ाना है?”

जानिए स्वाति का AAP सरकार से विवाद…

स्वाति मालीवाल का आम आदमी पार्टी से विवाद इसी साल मई में सामने आया था। दरअसल 13 मई को स्वाति मालीवाल उस वक्त सीएम रहे केजरीवाल से मुलाकात करने पहुंची थीं। सीएम आवास में उनकी पीए बिभव कुमार से बहस हुई। बाहर आकर उन्होंने आरोप लगाया कि बिभव ने उनके साथ मारपीट की। जांच के बाद 18 मई को बिभव को गिरफ्तार कर लिया गया था।

100 दिन से जेल मे बंद रहने के बाद केजरीवाल के पूर्व पीए बिभव कुमार को 3 सितंबर को जमानत दे दी गई थी। कोर्ट ने कहा था कि मालीवाल को आई चोटें सामान्य हैं। इस केस में जमानत मिलनी चाहिए। आप किसी व्यक्ति को ऐसे केस में जेल में नहीं रख सकते हैं।

जमानत के विरोध में दलील, कोर्ट की टिप्पणी असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने जमानत का विरोध किया। उन्होंने कहा कि पहले उन गवाहों की जांच हो जानी चाहिए, जो बिभव के प्रभाव में आते हैं। यह महिला अपराध का मामला है, CCTV फुटेज से छेड़छाड़ की जा सकती है। उन्हें अभी जमानत दिया जाना ठीक नहीं है।

अदालत ने कहा कि केस में चार्जशीट फाइल कर दी गई है। 100 दिन से वे जेल में हैं। मेडिकल रिपोर्ट कहती है कि मालीवाल को आई चोटें सामान्य हैं। ऐसे केस में जमानत मिलती है। असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल को जमानत का विरोध नहीं करना चाहिए।

बिभव के खिलाफ 50 गवाहों वाली चार्जशीट दायर 30 जुलाई को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में स्वाति मालीवाल केस पर सुनवाई हुई थी। कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी। 500 पन्नों की इस चार्जशीट में करीब 50 गवाहों के बयान हैं।

क्या है स्वाति मालीवाल मारपीट केस, 3 पॉइंट में समझिए…

  • बिभव पर AAP की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से 13 मई को सीएम आवास में मारपीट का आरोप है। स्वाति मालीवाल से मारपीट मामले में दिल्ली पुलिस ने 16 मई को FIR दर्ज की थी।
  • स्वाति ​​​​​​ने दावा किया था कि वो केजरीवाल से मिलने उनके आवास गई थीं। वहां बिभव ने उन्हें सीएम से मिलने से रोका और मारपीट की। बिभव ने उन्हें 7-8 थप्पड़ मारे। पेट और प्राइवेट पार्ट पर लात मारी। इससे उनके शर्ट के बटन टूट गए।
  • मालीवाल के मुताबिक, उनके कपड़े खुल गए थे, लेकिन बिभव ने मारना नहीं छोड़ा। बिभव ने उनका सिर भी टेबल पर पटक दिया। केजरीवाल घर पर थे, लेकिन फिर भी कोई मदद के लिए नहीं आया।

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