उमरिया में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के चंदिया वन परिक्षेत्र में हाथियों ने 3 लोगों को कुचल दिया। इनमें 2 लोगों की मौत हो गई। एक युवक घायल है। घटना शनिवार सुबह एनएच-43 से लगे देवरा गांव की है। ये गांव उस सलखनिया गांव से महज 4 किलोमीटर दूर है, जहां पिछले 3 दिन में 10 हाथियों की मौत हो चुकी है।
जानकारी के मुताबिक गांव में सुबह करीब 8 बजे 3 हाथी घुसे। हाथियों को देखते ही हड़कंप मच गया। नदी किनारे गया रतन यादव (62) हाथी के पैरों की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बगदरी तलैया के पास भैरव कोल (35) को भी हाथी ने कुचल दिया, उसने मौके पर ही दम तोड़ा। वन अमला लोगों से जंगल में न जाने की अपील कर रहा है।
गाड़ियों और मचान को भी पहुंचाया नुकसान हाथियों ने चंदिया कॉलेज के पास 2 गाड़ियों को और गांव के खेत में बनी मचान को क्षतिग्रस्त किया। ग्रामीण मालू साहू खेत में धान की कटाई करते समय घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर वन विभाग और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। हाथियों की मूवमेंट के बाद ग्रामीण दहशत में हैं। वन विभाग की टीम हाथियों को रेस्क्यू करने के प्रयास कर रही है।
झुंड में शामिल तीन हाथियों की सर्चिंग समान वन मंडल के उपवन मंडल अधिकारी कुलदीप त्रिपाठी ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद से ही चंदिया, नौरोजाबाद और उमरिया फॉरेस्ट रेंज की टीम मौके पर पहुंच गई है। 50 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है।
हाथियों की ट्रैकिंग की जा रही है। 3 हाथी बताए जा रहे हैं, जिनकी सर्चिंग जारी है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को भी सूचना दे दी गई है। फिलहाल ये साफ नहीं है कि ये हाथी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के हैं या कहीं और से आए हैं।
मृतकों के परिजन को मुआवजा देने के निर्देश चंदिया वन परिक्षेत्र में हुई इस घटना की जानकारी लगते ही वन विभाग के एसीएस अशोक वर्णवाल, पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्टाफ से चर्चा की और घटना स्थल का जायजा लिया। साथ ही एसीएस वर्णवाल ने उमरिया डीएफओ को 24 घंटे के अंदर मुआवजा राशि देने के निर्देश दिए।
बेटे ने कहा- पिता ने कॉल रिसीव नहीं किया रामरतन यादव के बेटे संतलाल यादव ने बताया, सुबह 6 बजे पिताजी शौच के लिए जंगल की ओर गए थे। इसी दौरान कुछ लोग टंकी पर चढ़कर हाथी देख रहे थे। मैंने पूछा, तो बोले– हाथी आया है। सोचा कि इसी तरफ पिताजी गए हैं। मैंने कॉल किया, तो फोन नहीं लगा।
हम उन्हें देखने निकल गए। रास्ते में वह पड़े थे। शौच के लिए बैठे थे, इसी दौरान हाथी ने हमला कर दिया। हालांकि हाथी गांव के अंदर तो नहीं आया।प्रत्यक्षदर्शी महिपाल सिंह ने बताया कि सुबह शौच के लिए गए थे। देखा तो तीन जंगली हाथी आ रहे हैं। मैंने डर के मारे दौड़ लगा दी। अब गांव में दहशत है कि कहीं हाथी नहीं आ जाए।
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