मोदी बोले-हिमाचल, तेलंगाना, कर्नाटक कांग्रेस के शाही परिवार के ATM:चुनाव महाराष्ट्र में है और वसूली इन तीन राज्यों में डबल हो गई है
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अकोला में सभा की। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले PM की ये लगातार तीसरी रैली है। इससे पहले उन्होंने 8 नवंबर को नासिक और धुले में रैली की थी। अकोला के बाद PM 2:15 बजे नांदेड़ में सभा करेंगे।
अकोला में PM ने कहा- एक बार फिर महायुति (भाजपा, शिवसेना और NCP) के लिए आर्शीवाद मांगने आया हूं। आज 9 नवंबर है, ये तारीख बहुत ऐतिहासिक है। आज के ही दिन 2019 में देश की सर्वोच्च अदालत ने राम मंदिर पर फैसला दिया था। फैसले के बाद हर धर्म के लोगों ने संवेदनशीलता का परिचय दिया। ये राष्ट्र प्रथम की भावना है।
PM ने कहा- 2014 से 2024 तक महाराष्ट्र ने भाजपा को दिल खोलकर आशीर्वाद दिया है। मेरे लिए महाराष्ट्र की सेवा का सुख ही अलग है। केंद्र में हमारी सरकार को 5 महीने हुए हैं। इन महीनों में लाखों-करोड़ों रुपए की परियोजनाएं शुरू की गई हैं। इसमें से ज्यादातर महाराष्ट्र में हैं।
मोदी की स्पीच सिलसिलेवार पढ़ें…
कांग्रेस की सरकार शाही परिवार का ATM मोदी बोले- जहां कांग्रेस की सरकार बन जाती है, वो राज्य कांग्रेस के शाही परिवार का ATM बन जाता है। इन दिनों हिमाचल, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे राज्य कांग्रेस के शाही परिवार के ATM बने हुए हैं। लोग बता रहे हैं कि इन दिनों महाराष्ट्र में चुनाव के नाम पर कर्नाटक में वसूली डबल हो गई है। आरोप है कि कर्नाटक में इन लोगों ने शराब के दुकानदारों से 700 करोड़ रुपए कि वसूली कराई है।
कपास किसानों के हालात बदल रहे हैं मोदी बोले- कांग्रेस और इसके साथियों को न बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान की परवाह है, ना कोर्ट की और ना ही देश की भावना की। हमारे अकोला को कपास के उत्पादन के लिए जाना जाता है। कपास टेक्सटाइल इंडस्ट्री का बहुत बड़ा आधार है। लेकिन हमारे कपास किसान को दशकों तक इन संभावनाओं का लाभ नहीं मिला, ये हालात अब बदल रहे हैं।
महाराष्ट्र के लाखों गरीबों को पक्के घर का सपना पूरा होगा मोदी बोले- आज हिंदुस्तान के सभी पोर्ट के मुकाबले उससे डबल ताकत महाराष्ट्र में बनने वाले बंदरगाह की है। पिछले दो कार्यकाल में मोदी ने गरीबों को चार करोड़ पक्के घर बनाकर दिए। अब गरीबों के लिए तीन करोड़ नए घर बन रहे हैं। इससे महाराष्ट्र के लाखों गरीबों को पक्के घर का सपना पूरा होगा।
कच्चे घर वालों का आप पता भेजिए, उनका घर मोदी बनवाएगा आपके एक वोट ने मोदी को गरीबों के लिए घर बनाने का मौका दिया है। अभी आप चुनाव में घर-घर जाएंगे लोगों से मिलेेंगे। रास्ते में जाते हुए नजर आए कि कोई परिवार अभी भी कच्चे घर में रहा रहा है तो उसका नाम पता मुझे भेजिए, मैं उन्हें पक्के घर का वादा करूंगा। ये काम आपको करना होगा, मेरे लिए आप ही मोदी हैं।
70 साल से अधिक के बुजुर्गों को फ्री इलाज देने का वादा पूरा किया मोदी बोले- चुनाव के समय मैंने 70 साल से अधिक के बुजुर्गों को फ्री इलाज देने का वादा किया था। मेरी सरकार ने ये योजना लॉन्च कर दी है। सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ इस योजना का लाभ हर वर्ग, हर समाज के लोगों को मिलेगा। आपके घर के बुजुर्गों की चिंता मत करना, उनका इलाज ये बेटा करेगा।
8 नवंबर: महाराष्ट्र में मोदी की पहली रैली, कांग्रेस पर सावरकर का अपमान करने का आरोप लगाया
PM मोदी ने 8 नवबंर की रैली में नासिक में कहा कांग्रेस पर सावरकर और बाला साहेब ठाकरे के अपमान का आरोप लगाया था। PM ने कहा था कि महाराष्ट्र की राजनीति में बाला साहब ठाकरे का योगदान अतुलनीय है, लेकिन कांग्रेस नेताओं के मुंह से बाला साहब ठाकरे की प्रशंसा में एक शब्द नहीं निकलता है। पूरी खबर पढ़ें…
2019 की तुलना में भाजपा कम सीटों पर लड़ रही 2019 के विधानसभा चुनाव की तुलना में भाजपा इस बार कम सीटों पर लड़ रही है। भाजपा ने पिछली बार 164 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। इस बार 16 उम्मीदवार कम उतारे हैं। भाजपा ने 148, शिंदे गुट ने 80, अजित गुट ने 53 उम्मीदवार उतारे हैं।
शिवसेना और NCP में बंटवारे के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। पिछले चुनाव में शिवसेना (अविभाजित) और NCP (अविभाजित) 124-124 सीटों पर लड़ी थीं। इन सबके अलावा इस बार महायुति ने 5 सीटें सहयोगी पार्टियों के लिए छोड़ी हैं।
भाजपा बोली- CM पर फैसला चुनाव के बाद होगा मुख्यमंत्री के रूप में देखे जाने पर डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने करीब एक हफ्ते पहले कहा था कि लोग उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देख रहे हैं तो यह समस्या नहीं है, समाधान है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि वे CM बनने जा रहा हैं।
महायुति को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि एकनाथ शिंदे मौजूदा मुख्यमंत्री हैं। चुनाव के बाद मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसकी घोषणा की जाएगी। शिवसेना प्रमुख CM एकनाथ शिंदे, NCP प्रमुख अजीत पवार और भाजपा का संसदीय बोर्ड तय करेगा कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा।
महायुति भ्रमित नहीं हैं, समस्या महाविकास अघाड़ी (MVA) में है। चेहरे का सवाल उनके लिए है, महायुति के लिए नहीं। MVA मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं कर रहा है क्योंकि वे जानते हैं कि चुनाव के बाद उनका CM आ सकता है।
महाराष्ट्र के राजनीतिक समीकरण पर एक नजर…
लोकसभा चुनाव में भाजपा 23 से 9 सीटों पर सिमटी लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से INDIA गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिलीं।। इनमें भाजपा को 9, शिवसेना को 7 और NCP को सिर्फ 1 सीट मिली थी। भाजपा को 23 सीटों का नुकसान हुआ। 2019 के लोकसभा चुनाव से NDA को 41 जबकि 2014 में 42 सीटें मिली थीं।
लोकसभा चुनाव के हिसाब से भाजपा को नुकसान का अनुमान महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी अगर लोकसभा चुनाव जैसा ट्रेंड रहा तो भाजपा को नुकसान होगा। भाजपा 60 सीटों के आसपास सिमटकर रह जाएगी। वहीं, विपक्षी गठबंधन के सर्वे में MVA को 160 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। भाजपा के लिए मराठा आंदोलन सबसे बड़ी चुनौती है। इसके अलावा शिवसेना और NCP में तोड़फोड़ के बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ लोगों की सिम्पैथी