हरियाणा के जींद सिविल अस्पताल में प्रसूति वार्ड में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। प्रसूति वार्ड में नॉर्मल डिलीवरी से महिला ने बच्ची को जन्म दिया। जहां स्टाफ ने महिला के प्राइवेट पार्ट में रुई छोड़ दी, जिससे महिला को इन्फेक्शन हो गया।
3 दिन बाद महिला को तेज दर्द हुआ तो उसे वापस नागरिक अस्पताल लाया गया, जहां रुई निकाली गई। महिला के पति ने 5 नवंबर को इसकी शिकायत सिविल सर्जन को दी थी। रविवार (10 नवंबर) को इसका खुलासा हुआ। सिविल सर्जन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
CMO को दी शिकायत की कॉपी…
21 अक्टूबर को अस्पताल में दाखिल कराया
सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव निवासी युवक ने बताया कि उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर 21 अक्टूबर को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। 22 अक्टूबर को महिला ने नॉर्मल डिलीवरी से एक बच्ची को जन्म दिया। 2 दिन बाद उसकी पत्नी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। घर जाने के बाद उसकी पत्नी को तेज दर्द होने लगा।
महिला की दोबारा की गई सफाई उन्होंने सोचा कि प्रसव के कारण ही दर्द हो रहा है। घर पर दवाइयां दीं, लेकिन आराम नहीं हुआ। महिला को एहसास हुआ कि उसके शरीर से कुछ रुई जैसा बाहर निकल रहा है। इसके बाद परिजन उसे दोबारा सिविल अस्पताल में लेकर आए। यहां पत्नी की दोबारा सफाई की गई और उसके पेट से रुई निकाली। महिला के पति ने सिविल सर्जन को शिकायत देकर ऐसी लापरवाही करने वाले डॉक्टर व स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करेगा विभाग वहीं इस मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर गोपाल गोयल ने कहा कि इस प्रकार की शिकायत मिली है कि महिला की डिलीवरी के वक्त डॉक्टरों से गलती हुई। यदि ऐसा हुआ है तो यह बड़ी लापरवाही है। लापरवाही साबित होने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच नागरिक अस्पताल में एमएस डॉ. अरविंद को सौंप दी गई है। जल्द ही जांच रिपोर्ट मिल जाएगी, उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।