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सिद्धू बोले-CM का सपना देखने वाले खत्म हुए:जेल जाना बेहतर टाइम था, मैं राहुल-प्रियंका को समर्पित; कपिल शर्मा के कॉमेडी शो में दिखेंगे

राजनीति से दूरी बनाकर चल रहे पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिद्धू ने कहा कि पंजाब में कई लोग मुख्यमंत्री बनने का सपना देखते थे, लेकिन वे लोग खत्म हो गए। आज मैं जहां कहीं भी जाता हूं तो सिद्धू साहब…सिद्धू साहब होती है। सिद्धू एक निजी चैनल से बात कर रहे थे।

सिद्धू ने आगे कहा कि जेल में जाना मेरा बेहतर समय था। राजनीतिक कारणों के चलते मैं जेल में गया था। गांधी जी, भगत सिंह और पंडित जवाहर लाल नेहरू जेल गए। वह हमारे हीरो हैं। 323 धारा में किसी को 2 दिन में कैद नहीं होती। इस धारा में हवलदार मौके पर जमानत दे देता है। मुझे भी तब हजार रुपए लेकर छोड़ दिया। इसके बाद में दोबारा केस खुलवाया गया। वहां मुझ पर बोझ डाला।

सिद्धू ने कहा कि आज भी मैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को समर्पित हूं। जो जुबान उनको दी थी, उस पर आज भी कायम हूं। पिछले दिनों उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू बेटी राबिया के साथ अमृतसर के BJP नेता तरणजीत सिंह संधू से मिलीं थी। जिसके बाद उनके भाजपा में वापसी की चर्चाएं थीं।

अमृतसर से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले भाजपा नेता तरणजीत संधू के साथ डॉ. नवजोत कौर सिद्धू और उनकी बेटी राबिया।
अमृतसर से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले भाजपा नेता तरणजीत संधू के साथ डॉ. नवजोत कौर सिद्धू और उनकी बेटी राबिया।
नवजोत सिंह सिद्धू जल्द कॉमेडियन कपिल शर्मा के द ग्रेट इंडियन कपिल शो में नजर आएंगे। नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। जिस पर उन्होंने लिखा- द होम रन। इतना ही नहीं उन्होंने जो वीडियो शेयर किया है उस पर लिखा- सिद्धू जी इज बैक।

पत्नी को कैंसर का पता चला तो आंसू आए
सिद्धू ने कहा कि जेल में बैरक थी। वहां ठंड लगनी शुरू हो जाती थी। यहां मैं 16 घंटे मेडिटेशन करता था। इस बीच मुझे पता चला कि पत्नी को कैंसर हो गया। तब मेरी आंखों में आंसू आ गए। 2 महीने जेल में और रहता तो कुछ और ही हो जाता।

इसके बाद मैंने पत्नी की डाइट को लेकर पता किया। भगवान की कृपा से अब वह ठीक है। जिसमें भी काम करने की इच्छा शक्ति है, वह वे चीजें तलाश ही लेगा। हमेशा बड़ा सोचना चाहिए, हमेशा सही होता है।

पत्नी के कैंसरग्रस्त होने के बाद नवजोत सिद्धू उन्हें खाना खिलाते हुए। – फाइल फोटो
पत्नी के कैंसरग्रस्त होने के बाद नवजोत सिद्धू उन्हें खाना खिलाते हुए। – फाइल फोटो
जीतने वालों ने पंजाब के लिए कुछ नहीं किया
सिद्धू ने दावा किया कि भाजपा वाले बादल परिवार से नाता नहीं तोड़ना चाहते थे। मेरे कई मुद्दों पर भाजपा से मतभेद थे। इसलिए, मैंने पंजाब को चुना। अरूण जेटली साहब मेरे बड़े भाई थे। जब जेटली साहब पंजाब आए तो उन्होंने मुझे कुरूक्षेत्र से चुनाव लड़ने की सलाह दी। साथ ही कहा था कि तुम 2 लाख मतों से चुनाव जीतोगे। मैंने उन्हें समझाने की कोशिश की, इनके (बादलों के खिलाफ) खिलाफ लोगों में बहुत गुस्सा है।

मैंने अमृतसर को अपनी कड़ी मेहनत से खड़ा किया। मेरी बात नहीं सुनी गई। मेरी मां ने मुझे एक बात बोली थी कि जो इंसान अपनी कही बात पर खड़ा नहीं रहता, वह खत्म हो जाता है। मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूं। पंजाब के लिए मैं अपनी सरकार से लड़ गया।

कई बार इंसान जीत कर हार जाता है और हार कर जीत जाता है। जो लोग जीते, उन्होंने पंजाब के लिए कुछ नहीं किया। मैं अपनी सरकार के खिलाफ बोलता रहा। मैंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को कहा था कि आपको आने वाली 7 पीढ़ियां याद रखेंगी, अगर राज्य के लिए कुछ करें, लेकिन सब अपने घर भरने में लगे हुए थे।

पंजाब को आगे बढ़ाने के लिए रोड मैप की जरूरत
सिद्धू ने कहा कि मैं राजनीति को एक मिशन की तरह मानता हूं। अब यह एक प्रोफेशन बन चुका है। मैंने इस धंधे को नंगा किया और करता रहूंगा। पंजाब को आगे बढ़ाने के लिए सही रोड मैप की जरूरत है। यह जरूरी है कि उसके लिए उचित बजट का प्रावधान हो। फ्री-फ्री देने के वायदे किए, उन्हें बताना चाहिए कि कैसे आएगा?

जो लोग बोलते थे 40 से 50 हजार शराब, 10 हजार करोड़, 30 हजार करोड़ माइनिंग से कमाएंगे, उनके 60-70 हजार करोड़ कहां पर हैं? सरकार हर महीने मोटा कर्ज ले रही है। पंजाब को फैसला करना होगा कि वह किसके साथ हैं?

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