अमेरिकी बॉक्सर जेक पॉल की माइक टायसन पर जोरदार जीत के बाद भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने दुनिया के सबसे खतरनाक मुक्केबाजों में से एक फ्लॉयड मेवेदर को कड़ी चुनौती दी है। 2008 ओलिंपिक ब्रान्ज मेडलिस्ट हरियाणवी बॉक्सर विजेंदर सिंह ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा “आइए भारत में फ्लॉयड मेवेदर के साथ लड़ाई करें”।
विजेंदर सिंह ने फ्लॉयड मेवेदर को टैग करते हुए भारत में आकर लड़ाई करने की बात कही है। हालांकि विजेंदर सिंह के इस ट्वीट को हर कोई मजाक में ले रहा है। मगर, विजेंदर सिंह चाहते हैं कि जिस प्रकार जेक पॉल ने माइक टायसन पर जोरदार जीत हासिल की है, वैसे ही जीत वह फ्लॉयड मेवेदर पर हासिल करें।
हालांकि उनके ट्वीट में कब और कहां लड़ेंगे, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि इससे पहले 2023 में बॉक्सर विजेंदर सिंह ने भारत में ही जंगल रंबल प्रो बॉक्सिंग मुकाबले में घाना के एलियासु सुले को नॉकआउट से हराया था।
माइक टायसन की फाइट के बाद विजेंदर में आया जोश दअरसल, दुनिया के ऑल टाइम ग्रेट मुक्केबाज माइक टायसन 19 साल बाद रिंग में उतरे थे। उनका मुकाबला टेक्सास के AT&T स्टेडियम में हुआ। टायसन 31 साल छोटे 27 साल के अमेरिकी बॉक्सर जैक पॉल से भिड़े। जैक ने यह मैच 78-74 से जीता था। करोड़ों लोगों ने एक साथ यह मैच देखा था। विजेंदर का ट्वीट भी इस मैच के बाद आया है।
2019 में राजनीति में आए थे विजेंदर सिंह बॉक्सर विजेंदर सिंह ने 2019 में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। पहले ही चुनाव में पार्टी ने उन्हें दक्षिण दिल्ली से चुनावी मैदान में उतारा था। पहले ही चुनाव में उन्हें भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद विजेंदर सिंह राजनीति में उतने एक्टिव नहीं रहे। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए।
हरियाणा सरकार ने दी थी DSP की पोस्ट पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार ने बॉक्सिंग में विजेंदर की उपलब्धियों के चलते उन्हें सम्मान स्वरूप हरियाणा पुलिस में डीएसपी की पोस्ट दी थी। 2008 में विजेंद्र ने बीजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद हुड्डा सरकार ने उन्हें हरियाणा पुलिस सर्विस (HPS) में शामिल किया था। 2015 में पेशेवर मुक्केबाज बनने के दौरान भी उनके डीएसपी पद को लेकर विवाद खड़ा हुआ था, लेकिन सरकार ने उन्हें डीएसपी स्पोर्ट्स के पद पर बरकरार रखा था।
कॉलेज के दिनों से था मुक्केबाजी का शौक 29 अक्टूबर, 1985 में हरियाणा के भिवानी में जन्में विजेंदर के पिता महिपाल सिंह बेनीवाल हरियाणा रोडवेज में बस ड्राइवर हैं। उनकी मां गृहणी हैं। विजेंदर बेहद निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से जुड़े हैं।
विजेंदर सिंह को कॉलेज के दिनों से ही मुक्केबाजी और कुश्ती का शौक था, वह इसकी प्रैक्टिस भिवानी बॉक्सिंग क्लब में करते थे। उन्होंने कोचिंग का प्रशिक्षण भारतीय बॉक्सिंग कोच गुरबख्श सिंह संधू से लिया हैं।
17 मई, 2011 को विजेंदर ने अर्चना सिंह को हमसफर बनाया। अर्चना दिल्ली की रहने वाली हैं और सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल हैं।