पंजाब CM के चीफ एडवाइजर की नियुक्ति पर सियासी बवाल:मालीवाल बोलीं- मुझे पीटने वाले गुंडे को इनाम; कांग्रेस बोली- भगवंत मान जवाब दें
जालंधर2 घंटे पहले
आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो दिल्ली के पूर्व CM अरविंद केजरीवाल के PA बिभव कुमार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का चीफ एडवाइजर बनाने की चर्चाओं पर बवाल मच गया है। पहले दिल्ली से राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने इसको लेकर सवाल खड़े किए। स्वाति ने कहा कि मुझे मारने-पीटने के लिए अरविंद केजरीवाल ने अपने लाडले गुंडे बिभव को बड़े-बड़े इनाम दिए।
अब पंजाब कांग्रेस के MLA परगट सिंह ने इन आरोपों पर सीएम भगवंत मान से जवाब मांगा है। हालांकि मालीवाल से मारपीट के आरोपों में जेल काट चुके बिभव की पंजाब में नियुक्ति पर सरकार ने कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है।
बिभव कुमार को लेकर स्वाति मालीवाल ने उठाए 3 सवाल
1. DGP और चीफ सेक्रेटरी गुंडे को रिपोर्ट करेंगे
पंजाब मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार का बेशकीमती पद जो की राज्य का सबसे बड़ा प्रशासनिक पद है। पंजाब पुलिस का DGP सरकार का चीफ सेक्रेटरी अब गुंडे को रिपोर्ट कर रहे हैं। पंजाब के प्रतिभाशाली युवा देश छोड़कर जा रहे हैं और यहां गुंडों को लाखों रुपए की सैलरी, गाड़ियां-बंगले और नौकर चाकर दिए गए हैं।
2. सांसद कोटे के बंगले में गुंडे को बसाया गया
हमारे वरिष्ठ सांसद एनडी को उनके सांसद कोटे के बंगले 10, फिरोजशाह रोड से निकालकर इस गुंडे को उनके घर में बसाया गया है। इस उम्र में उनसे उनका घर छीना गया। ये गुंडा इस घर में गैरकानूनी ढंग से रह रहा है। सवाल ये है कि जिस आदमी को सुप्रीम कोर्ट तक ने गुंडा कहा, उसको बेल की शर्तों का उल्लंघन करते हुए क्यों केजरीवाल जी द्वारा इतना बढ़ावा दिया जा रहा है।
3. गुंडे सरकार चलाएंगे तो महिलाएं कैसे सुरक्षित होंगी
सोचिए कितने राज छुपे होंगे इस आदमी के पास। मैं भगवंत सिंह मान से पूछना चाहती हूं- अगर गुंडे पंजाब सरकार चलायेंगे। तो पंजाब की महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी? आपके भी घर पर बहन बेटी हैं। एक मुख्यमंत्री को अपने आपको इस प्रकार रबर स्टाम्प नहीं बनने देना चाहिए।
स्वाति मालीवाल ने बिभव कुमार पर दर्ज कराई FIR में यह आरोप लगाए थे।
स्वाति मालीवाल ने बिभव कुमार पर दर्ज कराई FIR में यह आरोप लगाए थे।
कांग्रेस MLA ने पूछा- CM ने नियुक्त किया या केजरीवाल के कहने पर अधिकार दिया
जालंधर कैंट से कांग्रेस MLA और पूर्व हॉकी ओलिंपियन परगट सिंह ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या दिल्ली से बिभव कुमार को पंजाब के मुख्यमंत्री का चीफ एडवाइजर नियुक्त किया गया है? या फिर उन्हें ये अधिकार अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर अवैध रूप से दिए गए हैं?।
कांग्रेस विधायक परगट सिंह।
कांग्रेस विधायक परगट सिंह।
कौन है विभव कुमार, जिसे लेकर मचा सियासी बवाल…
मनीष सिसोदिया के करीबी थे
2000 के दशक की शुरुआत में बिभव, मनीष सिसोदिया के NGO कबीर में काम करते थे। इसके बाद वो केजरीवाल के NGO पब्लिक कॉज रिसर्च फाउंडेशन (PCRF) और कबीर के बीच कोऑर्डिनेशन का काम करने लगे। इसके चलते केजरीवाल के साथ बिभव की नजदीकियां बढ़ीं।
आगे चलकर इंडिया अगेंस्ट करप्शन मुहिम के सदस्यों की ओर से शुरू की गई एक मैगजीन के लिए बिभव वीडियो एडिटर के तौर पर काम करने लगे। बिभव इसी समय से केजरीवाल के साथ आ गए और उनके रोजमर्रा के कामों में उनकी मदद करने लगे।
इंडिया अगेंस्ट करप्शन से जुड़े लोगों ने ही आगे चलकर आम आदमी पार्टी बनाई थी। तमाम अहम मौकों पर केजरीवाल के साथ रहने के बावजूद बिभव मीडिया और लाइमलाइट में बहुत कम आते हैं। बिभव के इस गुण की केजरीवाल प्रशंसा भी करते हैं।
बिभव कुमार पहले सिसोदिया के करीबी थे लेकिन उनके काम को देखकर अरविंद केजरीवाल ने उन्हें अपने भरोसेमंद लोगों में शामिल कर लिया।
बिभव कुमार पहले सिसोदिया के करीबी थे लेकिन उनके काम को देखकर अरविंद केजरीवाल ने उन्हें अपने भरोसेमंद लोगों में शामिल कर लिया।
बिभव कुमार बने केजरीवाल के ‘मैन फ्राइडे’
दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के क्लोज्ड सर्कल में बिभव कुमार का नाम शुमार है। द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक बिभव कुमार ही यह सुनिश्चित करते हैं कि केजरीवाल समय से अपनी दवाइयां, इन्सुलिन और खाना लेते रहें। 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब में केजरीवाल को दांत में दर्द हो रहा था। उस वक्त बिभव ने व्यवस्था की कि केजरीवाल को टाइम पर खाना मिल सके, जिससे वो अपनी दवाइयां समय पर ले सकें।
केजरीवाल के जीवन में इतनी अहम जगह रखने के कारण बिभव को केजरीवाल का ‘मैन फ्राइडे’ तक कहा जाता है। अंग्रेजी के इस टर्म का मतलब होता है सबसे करीबी और भरोसेमंद सहयोगी। 27 फरवरी 2015 को दिल्ली के CM केजरीवाल ने अपने पर्सनल सेक्रेटरी के तौर पर बिभव कुमार को नियुक्त किया था।
AAP के सूत्रों के मुताबिक लंबे समय से केजरीवाल और दूसरे लोगों के बीच बिभव ब्रिज का काम करते आ रहे हैं। साथ ही बिभव उन दो लोगों में से थे, जिन्हें कोर्ट ने केजरीवाल से रोजाना जेल में मिलने की इजाजत दी थी। इसमें पहला नाम केजरीवाल की पत्नी सुनीता का था। कई लोग बिभव और अरविंद के रिश्ते की तुलना मनीष सिसोदिया और अरविंद के रिश्ते से करते हैं।
सरकारी कर्मचारी के साथ मारपीट के मामले से हुए बर्खास्त
मार्च 2024 में बिभव को CM के पर्सनल सेक्रेटरी के पद से बर्खास्त कर दिया गया था। स्पेशल सेक्रेटरी विजिलेंस राजशेखर ने आदेश जारी कर कहा था कि बिभव की सेवाएं तत्काल प्रभाव से खत्म कर दी गई हैं। उनकी नियुक्ति के लिए निर्धारित प्रक्रिया और नियमों का पालन नहीं किया गया है। इसलिए ये नियुक्ति अवैध और शून्य करार दी जाती है। राजशेखर ने ये आदेश 2007 के एक मामले के आधार पर दिया।
दरअसल, 2007 में बिभव पर एक सरकारी अधिकारी के साथ कथित तौर पर मारपीट का आरोप लगा था। नोएडा विकास प्राधिकरण में तैनात महेश पाल ने बिभव पर आरोप लगाया था कि बिभव कुमार ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता (एक पब्लिक सर्वेंट) को उसकी ड्यूटी करने से रोका, उसे गाली और धमकी दी। महेश ने 25 जनवरी 2007 को नोएडा सेक्टर-20 के पुलिस थाने में इसकी शिकायत दर्ज करवाई थी। इस मामले में दिल्ली के उप-राज्यपाल की ओर से भी एक्शन लिया गया था।
स्वाति मालीवाल केस में बिभव कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
स्वाति मालीवाल केस में बिभव कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
स्वाति मालीवाल के साथ कथित मारपीट से बिभव बने ‘न्यूजमेकर’
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 13 मई को सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर स्वाति मालीवाल अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के लिए CM आवास पहुंचीं, लेकिन केजरीवाल के पर्सनल स्टाफ ने स्वाति को मिलने से मना कर दिया। इसके बाद सुबह 9:30 बजे स्वाति ने पुलिस कंट्रोल रूम से मदद मांगी। बाद में उनका कॉल सुबह 9:34 बजे नॉर्थ कंट्रोल रूम में ट्रांसफर कर दिया गया।
इसके बाद नॉर्थ कंट्रोल रूम ने पुलिस अधिकारियों को तुरंत CM आवास भेजा। कुछ देर बाद SHO भी CM आवास पहुंचे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, SHO के साथ बातचीत होने के बाद स्वाति पुलिस के साथ थाने जाने के लिए तैयार हो गईं। इसी बीच स्वाति पर हमले की खबर फैलने लगी। कुछ देर बाद स्वाति पुलिस स्टेशन से चली गईं। हालांकि, उन्होंने कोई लिखित शिकायत नहीं दर्ज करवाई है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि कॉलर ने अपना नाम AAP की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल बताया। कॉल करने वाली महिला ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री का PA बिभव कुमार पीट रहा है। ये कॉल CM हाउस से की गई। प्रोटोकॉल के तहत दिल्ली पुलिस CM हाउस के अंदर नहीं जा सकती है। PCR कॉल की सच्चाई क्या है? पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है।