मुंबई में होने वाली महायुति की बैठक टली:एकनाथ शिंदे अचानक सातारा रवाना; शिवसेना बोली- शिंदे शाम तक डिप्टी CM पद पर फैसला लेंगे
मुंबईकुछ ही क्षण पहले
दिल्ली में भाजपा हाईकमान से मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुंबई लौट
दिल्ली में भाजपा हाईकमान से मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुंबई लौट आए।
मुंबई में आज होने वाली महायुति (भाजपा+शिवसेना शिंदे गुट+NCP अजित पवार) की अहम बैठक टाल दी गई है। सूत्रों के मुताबिक कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अचानक सातारा चले गए हैं। अब महायुति की बैठक 1 दिसंबर रविवार को होने के आसार हैं।
सूत्रों ने भास्कर को बताया कि अब 1 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की मीटिंग होगी। इस मीटिंग में 2 ऑब्जर्वर्स की मौजूदगी में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा। भाजपा मराठा चेहरे पर भी विचार कर सकती है। इस बैठक के बाद महायुति की बैठक बुलाई जाएगी।
इससे पहले गुरुवार रात एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने करीब ढाई घंटे तक गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मीटिंग की। एकनाथ शिंदे ने आधे घंटे तक शाह से अकेले मुलाकात की।
सूत्रों ने भास्कर को बताया कि हाईकमान ने शिंदे को डिप्टी सीएम या केंद्र में मंत्री पद का ऑफर किया है। शिंदे केंद्रीय मंत्री बनने का मन बनाते हैं तो उनके गुट से किसी अन्य नेता को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है।
शिंदे के अचानक गांव जाने की वजह
सूत्रों के मुताबिक, शिंदे पोर्टफोलियो बंटवारे की लिस्ट अमित शाह को सौंप चुके हैं। अब शिंदे भाजपा को फैसला लेने के लिए वक्त देना चाहते हैं इसीलिए वे गांव रवाना हुए हैं।
बयान: शिरशाट बोले- एकनाथ राजी नहीं, तो भी शिवसेना से होगा डिप्टी CM
शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि अगर एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करते हैं तो पार्टी से ही दूसरा चेहरा ये पद संभालेगा। एकनाथ शिंदे आज शाम तक इस पर फैसला ले लेंगे। मुझे नहीं लगता कि वे डिप्टी CM का पद स्वीकार करेंगे।
देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार, NCP सांसद प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे ने गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।
देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार, NCP सांसद प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे ने गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।
भाजपा मराठा नेताओं पर भी विचार कर रही
माना जा रहा है कि CM चुनने में जातीय गणित की बड़ी भूमिका हो सकती है, क्योंकि 288 सीटों की विधानसभा में मराठा समुदाय के विधायक बड़ी संख्या में हैं। देवेंद्र फडणवीस ब्राह्मण हैं। ऐसे में भाजपा नेतृत्व CM के लिए कुछ मराठा नेताओं पर भी विचार कर रहा है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो RSS ने दबाव बढ़ाया तो फडणवीस के CM बनने की संभावना ज्यादा है।
शिंदे ने 2 दिन पहले कहा था- मोदी का हर फैसला स्वीकार
1. मैं आम आदमी, कभी खुद को CM नहीं समझा
एकनाथ शिंदे ने 27 नवंबर को कहा था, ‘आम आदमी को क्या समस्या आती है, वो मैं समझता हूं। मैंने कभी भी अपने आप को मुख्यमंत्री नहीं समझा। मैंने हमेशा आम आदमी बनकर काम किया। मैं देखता आ रहा हूं कि कुटुम्ब को कैसे चलाया जाता है। मैंने सोचा था कि जब मेरे पास अधिकार आएंगे तो जो परेशान हैं, उनके लिए योजनाएं लाएंगे।’
2. मैं आपका लाडला भाई, ये लोकप्रियता ज्यादा अच्छी
शिंदे ने कहा, ‘जब CM था, जब लोगों को लगता था कि हमारे बीच का मुख्ममंत्री है। घर हो, मंत्रालय हो, लोग आकर मिलते हैं। मेरी जो पहचान मिली है, वो आपकी वजह से है। मैंने लोकप्रियता के लिए काम नहीं किया, महाराष्ट्र की जनता के लिए काम किया। राज्य की बहनें और भाई अब खुश हैं। बहनों ने मेरा साथ दिया और मेरी रक्षा की, अब मैं उनका लाडला भाई हूं, यह पहचान अच्छी है।’
3. राज्य को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र का साथ जरूरी
एकनाथ शिंदे बोले, ‘हमने ढाई साल सरकार चलाई। इस दौरान केंद्र सरकार हमारे साथ मौजूद रही, खड़ी रही। हमारे हर प्रस्ताव को उसका समर्थन मिला। राज्य को चलाने के लिए केंद्र सरकार का साथ जरूरी है।’
4. हम अड़चन नहीं, पूरी शिवसेना को मोदी जी का फैसला स्वीकार
शिंदे ने कहा, ‘मैंने मोदीजी-शाहजी को फोन किया। मैंने उनसे कहा कि आपका जो भी फैसला होगा, हमें स्वीकार है। भाजपा की बैठक में आपका कैंडिडेट चुना जाएगा, वो भी हमें स्वीकार है। हम सरकार बनाने में अड़चन नहीं है। आप सरकार बनाने को लेकर जो फैसला लेना चाहते हैं, ले लीजिए। शिवसेना और मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं है।’
5. मोदी-शाह ढाई साल चट्टान की तरह साथ खड़े रहे
उन्होंने कहा, ‘हमने ढाई साल सरकार चलाई। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी। ढाई साल तक दोनों चट्टान की तरह हमारे साथ खड़े रहे। मुझ से कहा कि आप जनता का काम करो और हम आपके साथ हैं।’
6. मुझे पद की लालसा नहीं, महाराष्ट्र में कोई स्पीड ब्रेकर नहीं
एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘मुझे पद की लालसा नहीं। हम लड़ने वाले लोग नहीं हैं। हम काम करने वाले लोग हैं। मैंने पीएम और गृह मंत्री से भी कह दिया है कि महाराष्ट्र में कोई स्पीड ब्रेकर नहीं है, कोई नाराज नहीं, कोई गायब नहीं है। यहां कोई मतभेद नहीं है। एक स्पीड ब्रेकर था वो था महा विकास अघाड़ी, वो हटा दिया है।’