महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार की कैबिनेट का विस्तार 15 दिसंबर को होगा। सूत्रों के मुताबिक, मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह नागपुर में होगा। इसमें 30 से 32 मंत्री शपथ ले सकते हैं। महाराष्ट्र कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत ज्यादा से ज्यादा 43 सदस्य हो सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा को 20-21 मंत्री पद मिलने की संभावना है। जबकि शिवसेना को 11-12 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 9-10 मंत्री पद मिल सकते हैं। संभावित मंत्रियों को शपथ के लिए मुख्यमंत्री फडणवीस खुद फोन करेंगे।
महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने शुक्रवार को कैबिनेट फाइनल करने के लिए डिप्टी CM एकनाथ शिंदे और अजित पवार से अलग-अलग चर्चा की। एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने अपने मंत्रियों की लिस्ट मुख्यमंत्री फडणवीस को दे दी है।
CM फडणवीस ने 12 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में मुलाकात की थी।
मंत्रिमंडल में संभावित मंत्रियों के नाम
NCP- अजित गुट: 5 पुराने मंत्रियों समेत जिरवाल-भरणे का नाम चर्चा में
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पिछली सरकार में मंत्री रहे छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, धर्मरावबाबा, अदिति तटकरे, अनिल पाटिल के नाम बने रहेंगे। दिलीप वलसे पाटिल पहले ही इनकार कर चुके हैं जबकि हसन मुश्रिफ का पत्ता कट सकता है। सूत्रों के मुताबिक नरहरि जिरवाल, दत्ता भरणे को मंत्री पद मिल सकता है।
शिवसेना शिंदे गुट: गोगवले, शिरसाट, खोतकर को मिल सकता है मौका
शिंदे ने उदय सामंत, शंभुराजे देसाई, दादा भुसे, गुलाबराव पाटिल के नाम बरकरार रखे हैं। प्रवक्ता संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक, भरत गोगवले, विजय शिवतारे, अर्जुन खोतकर को भी मौका मिल सकता है।
भाजपा से मुंडे, मुनगंटीवार और पाटिल का नाम शामिल
कैबिनेट में चंद्रशेखर बावनकुले, चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, पंकजा मुंडे के नाम सबसे ऊपर हैं। मेघना बोर्डिकर, संभाजी पाटिल निलंगेकर, रवींद्र चव्हाण, राधाकृष्ण पाटिल, गिरीश महाजन, अतुल सावे, परिणय फुके और संजय कुटे के नाम भी शामिल हैं। बीजेपी ने कुछ नए चेहरों को मौका देने का फैसला किया है।
गृह मंत्रालय को लेकर 10 दिन से अटका मंत्रिमंडल विस्तार
सूत्रों के मुताबिक, शिंदे सरकार में डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस के पास ही गृह मंत्रालय था। वो इस मंत्रालय को छोड़ना नहीं चाहते हैं। उधर शिंदे गुट का तर्क है कि अगर डिप्टी CM का पद हमें मिल रहा है तो गृह मंत्रालय भी उन्हें ही मिलना चाहिए।
भाजपा गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून, ऊर्जा, ग्रामीण विकास अपने पास रखना चाहती है। उन्होंने शिवसेना को हेल्थ, शहरी विकास, सार्वजनिक कार्य, उद्योग ऑफर किया है। NCP अजित गुट को वित्त, योजना, सहयोग, कृषि जैसे विभाग देने की पेशकश की है।