महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को विनायक सावरकर को भारत रत्न देने की मांग की।
उद्धव ने कहा- कांग्रेस को वीर सावरकर और भाजपा को अब नेहरू की रट नहीं लगानी चाहिए। इन महापुरुषों ने जो किया वह किया, अब आगे की बात करनी चाहिए।
उन्होंने यह भी पूछा कि भाजपा वीर सावरकर को भारत रत्न कब देगी? देवेंद्र फड़नवीस ने भी 2019 में इस बारे में पत्र लिखे थे, उसका क्या हुआ। तब भी मोदी ही पीएम थे।
उद्धव ने यह बात नागपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस में कही। इससे पहले 14 दिसंबर को पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी सावरकर को भारत रत्न देने की मांग की थी।
कांग्रेस हमेशा से सावरकर के विरोध में रही है। कुछ साल पहले महाराष्ट्र कांग्रेस की मासिक पत्रिका (मराठी) ‘शिदोरी’ में उन्हें ‘माफीवीर’ लिख चुकी है।
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संजय राउत ने 14 दिसंबर को कहा था कि भाजपा हिंदुत्व की बात करने से पहले वीर सावरकर को भारत रत्न देने की हिम्मत दिखाए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव की 4 बातें…
महाराष्ट्र सरकार-
यह EVM सरकार है। EVM सरकार को शुभकामनाएँ, उनका पहला सत्र है। परंपरा रही है कि CM सदन में मंत्रियों का परिचय कराते हैं। जिनके ऊपर ED के केस हैं, ऐसे मंत्रियों का परिचय CM को करना पड़ा।
कैबिनेट विस्तार-
जिनके जैकेट तैयार थे पर पहन नहीं पाए उनके लिए सहानुभूति व्यक्त करता हूं। जिनको मंत्री नहीं बनाया, उनके लिए मुझे दुख है। सरकार में कुछ ठीक नहीं है। भुजबल से अभी मेरी बात नहीं हुई लेकिन वह मेरे संपर्क में रहते हैं।
एक देश-एक चुनाव-
यह ध्यान भटकाने की कोशिश है। वन नेशन-वन इलेक्शन से पहले बैलेट पेपर पर चुनाव लें, अगर लोगो के मन में शंका है। चुनाव आयुक्त का भी चुनाव होना चाहिए।
लाडकी बहन योजना-
मेरी माँग है कि योजना तत्काल शुरू करें और वादे के मुताबिक बिना किसी नियम-शर्त के महिलाओं को 2100 रुपए दें।
पहले भी सावरकर पर आमने-सामने हुए थे कांग्रेस-शिवसेना (UBT)
भारत जोड़ो यात्रा में राहुल ने कहा था – मैं सावरकर नहीं, माफी नहीं मांगूंगा
करीब दो साल पहले सूरत की एक कोर्ट ने प्रधानमंत्री मोदी पर 2019 में दिए राहुल के एक बयान पर उन्हें 2 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई थी। इस पर उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की थी।
इस दौरान मीडिया ने उनसे प्रश्न किया, ‘भाजपा बार-बार आपसे माफी मांगने को कहती है, इस पर आप क्या सोचते हैं?’ इसके जवाब में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता। पूरी खबर पढ़ें…