भोपाल के जंगल में कार में 52kg सोना मिला:11 करोड़ कैश बरामद, IT टीम रात 2 बजे पहुंची; 2 दिन में 51 ठिकानों पर छापे
बृजेन्द्र मिश्रा। भोपाल5 मिनट
आयकर विभाग ने कार से 52 किलो सोना जब्त किया है। अब तक 10 करोड़ नकद भी मिल चुके हैं।
आयकर विभाग को भोपाल के मेंडोरी के जंगल में गुरुवार देर रात एक कार से 52 किलो सोना मिला। इसके अलावा, 11 करोड़ रुपए कैश भी बरामद हुए हैं। कार एक मकान के बाहर लावारिस हालत मिली। सोने की कीमत करीब 40 करोड़ 47 लाख रुपए आंकी गई है। अभी ये स्पष्ट नहीं है कि ये सोना और कैश किसका है।
आयकर विभाग (IT) को यह बड़ी कामयाबी मध्यप्रदेश में रियल एस्टेट कारोबारियों पर रेड के बीच मिली है। आयकर विभाग ने दो दिन में भोपाल और इंदौर में 51 ठिकानों पर छापेमारी की है।
अब यह पता लगाया जा रहा है कि सोना और कैश का कनेक्शन बिल्डर्स और RTO के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के यहां चल रही कार्रवाई से तो नहीं है। जिस कार से सोना और कैश मिला है वह चेतन गौर नाम के व्यक्ति की बताई जा रही है।
दो फोटो में देखिए बरामद कैश और सोना…
भोपाल में मेंडोरी के जंगल से आयकर विभाग की टीम ने 52 किलो सोना बरामद किया है।
10 करोड़ रुपए के साथ आयकर और पुलिस की टीम।
आयकर के साथ पुलिस को भी मिली थी खुफिया जानकारी
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, एक खुफिया जानकारी मिली थी कि जंगल में एक कार में कैश है, जिसे कहीं ले जाया जा रहा है। इसके बाद टीम गुरुवार की रात करीब दो बजे मेंडोरी पहुंची। जंगल में इनोवा कार के पास पहले से करीब 100 पुलिसकर्मी और 30 गाड़ियां थीं। संभवत: पुलिस को भी इसके बारे में सूचना मिली होगी। आयकर की टीम ने कार की सर्चिंग की तो नकदी के साथ सोना भी मिला।
इनोवा कार पूरी तरह से लॉक थी। ऐसे में आयकर अफसरों की टीम ने साथ पहुंचे गनमैन की गन के बट से कार का शीशा तोड़ना पड़ा। बैग बाहर निकालकर खोला तो गोल्ड और कैश देखकर सभी हैरान रह गए। फिर इनकी गिनती कर कब्जे में लिया गया।
आईटी की टीम को इस कार में सोना मिला है। इस कार का नंबर एमपी 07 बीए 0050 है।
सोना किसका है, अफसर पता लगा रहे
आयकर विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम अब यह पता कर रही है कि ये सोना किसका है और कहां ले जाया जा रहा था? अभी तक इसकी सीधा कनेक्शन किसी से नहीं जुड़ा है। अभी इस सोने और कैश पर किसी ने अपना दावा नहीं किया है। माना जा रहा है कि यह कार किसी आरटीओ अफसर के यहां अटैच रही होगी और छापे की आशंका के मद्देनजर से छिपाकर सुनसान स्थान में खड़ा किया गया था।
इस बीच, आयकर विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि कार चेतन गौर की है। चेतन लोकायुक्त पुलिस के छापे की जद में आए सौरभ शर्मा का दोस्त है। बताया जा रहा है कि जब आयकर विभाग के अफसरों ने चेतन गौर से इस मामले में पूछताछ की तो उसने कहा कि सोना और पैसा कहां से आया और किसका है, इसकी उसे जानकारी नहीं है। उसने ये जरूर माना कि वह आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा का दोस्त है। सौरभ के घर और ऑफिस पर लोकायुक्त ने 19 दिसंबर को रेड डाली थी। 2.85 करोड़ रुपए मिले थे।
लोकायुक्त की टीम ने आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल के अरेरा कॉलोनी स्थित घर पर छापा मारा था।
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गुरुवार को लोकायुक्त की टीम ने आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के घर और दफ्तर पर छापा मारा था। उनके घर से चांदी की सिल्लियां मिली है।
लोकायुक्त की टीम ने 19 दिसंबर सुबह रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (आरटीओ) के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के भोपाल में अरेरा कॉलोनी स्थित घर पर छापा मारा। यहां से 1.15 करोड़ रुपए कैश, आधा किलो सोना, हीरे और सोने के करीब 50 लाख रुपए के जेवरात और चांदी की सिल्लियां सहित प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। शर्मा के ऑफिस से 1.70 करोड़ रुपए कैश सहित प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं।
आयकर विभाग को इस मामले में पूर्व मुख्य सचिव के अलावा प्रमुख सचिव स्तर के कुछ अधिकारियों के शामिल होने का अंदेशा है। आयकर विभाग में पिछले कुछ महीनों में नए अफसरों की पोस्टिंग हुई है। इसके बाद मध्यप्रदेश में बड़ा एक्शन लिया गया है। नए अधिकारियों की टीम अभी कुछ और बड़े खुलासे भी करने वाली है।
भोपाल और इंदौर में 51 ठिकानों पर छापेमारी
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने दो दिन पहले 18 दिसंबर को त्रिशूल कंस्ट्रक्शन, क्वालिटी ग्रुप और ईशान ग्रुप के भोपाल, इंदौर के 51 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें सबसे ज्यादा 49 ठिकाने भोपाल के शामिल थे। इनमें IAS, IPS और राजनेताओं की पसंद वाले नीलबड़, मेंडोरी और मेंडोरा जैसे इलाके शामिल थे।
कांग्रेस ने कहा- छोटी की बजाय बड़ी मछलियां पकड़े
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि 52 किलो सोना तो बहुत छोटा मामला है। मैं समझता हूं कि रियल एस्टेट की प्रॉपर्टी खंगाली जाए तो कई क्विटलों में सोना निकलेगा। कई हजार करोड़ की जमीनें निकलेंगी। उन्होंने बिल्डर राजेश शर्मा को लेकर कहा कि सब जानते हैं राजेश शर्मा किसके खास थे। सबको मालूम है इकबाल सिंह बैंस के खास थे और इकबाल सिंह बैंस किसके खास थे, शिवराज सिंह चौहान के।
कांग्रेस के आरोप पर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा- कांग्रेस के लोगों को अर्नगल आरोप लगाने की आदत है। लेकिन भाजपा के शासन में एजेंसियां कितनी सक्रिय हैं ये उसका प्रमाण है। चाहे ईडी हो या आईटी हो, कोई कसर नहीं छोड़ रही। जीरो टॉलरेंस पर काम करने के लिए मोदी जी के स्पष्ट निर्देश हैं।
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