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संभल में 150 साल पुरानी बावड़ी का VIDEO:दूसरे दिन खुदाई, DM बोले-अतिक्रमण हुआ, जमीन के नीचे प्राचीन इमारत और सुरंग मिली

संभल में 150 साल पुरानी बावड़ी का VIDEO:दूसरे दिन खुदाई, DM बोले-अतिक्रमण हुआ, जमीन के नीचे प्राचीन इमारत और सुरंग मिली

संभल32 मिनट पहले

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संभल के चंदौसी शहर के लक्ष्मणगंज में प्राचीन बावड़ी की सुबह फिर से खुदाई शुरू की गई। 2 JCB और 30 मजदूर बावड़ी की खुदाई जुटे हैं। 6-7 फिट गहरी और 8-10 मीटर लंबी खुदाई के बाद बावड़ी की पूरी तस्वीर सामने आई।

डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बावड़ी का नक्शा देखकर कहा- वर्तमान में 210 वर्ग मीटर है, लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है, जिसे हटवाया जाएगा। यह लगभग 125 से 150 साल पुरानी होगी।

पहले जानिए कैसे चर्चा में आई बावड़ी
लक्ष्मणगंज में 17 दिसंबर को बांके बिहारी का मंदिर खंडहर अवस्था में मिला था। 21 दिसंबर यानी शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में इसी मोहल्ले की बावड़ी पर अतिक्रमण की शिकायत की गई थी। डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने नगर पालिका परिषद चंदौसी को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए, जेसीबी से अतिक्रमण हटाते समय बावड़ी मिली, रात तक जेसीबी और मजदूर खुदाई करते रहे तो एक सुरंग भी मिली।

पहली बार सामने आए बावड़ी के फोटो-वीडियो

सफाई के बाद सुरंग कुछ इस तरह दिख रही है।
दूसरे दिन खुदाई के बाद बावड़ी का पूरा स्ट्रक्चर सामने आया।

अब तक 10 मीटर से अधिक लंबी सुरंग की खुदाई की जा चुकी है।

सुरंग के अंदर तहखाने बने हुए हैं।
राधा-कृष्ण मंदिर से 150 मीटर दूर है बावड़ी
दूसरे दिन सुबह फिर नगर पालिका की टीम लक्ष्मणगंज पहुंची। रविवार दोपहर 1:30 तक 8 से 10 मीटर तक सुरंग की खुदाई की जा चुकी है।

बांके बिहारी मंदिर से बावड़ी की दूरी 150 मीटर है। डीएम के अनुसार बावड़ी का एरिया 200 मीटर के करीब है। आस-पास कब्जा करके लोगों ने मकान बना लिए हैं। अभी तक नाप नहीं की गई है।

जेसीबी से बावड़ी में मिली सुरंग की मिट्‌टी हटाई जा रही है।
डीएम बोले- इमारत को चुनवा दिया
डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि यह 210 एरिया बावड़ी तालाब में दर्ज है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बिलारी के राजा के नाना के समय की बावड़ी बनी हुई थी, इसके सेकेंड फ्लोर और थर्ड फ्लोर मार्बल के बने हैं, ऊपर का तल ईंटों का बना हुआ है।

बावड़ी का नक्शा देखते डीएम राजेंद्र पैंसिया ।
इसमें एक कूप और 4 कमरे हैं, इसे मिट्टी से चुन दिया गया था। कल जन सुनवाई के दौरान इसकी शिकायत मिली, कल मिट्टी हटवाई गई, इसकी धीरे-धीरे खुदाई करवाई जा रही है जिससे इसके स्ट्रक्चर को नुकसान न हो, वर्तमान में 210 वर्ग मीटर है जिस पर कब्जा है। उससे अतिक्रमण हटवाया जाएगा। बताया जा रहा है यह लगभग 125 से 150 साल पुरानी होगी। ASI टीम से सर्वे कराने पर के सवाल पर DM ने कहा कि अभी हम देख रहे हैं, यदि जरूरत पड़ेगी तो ASI को भी पत्र लिखेंगे।

मुझे कल जन सुनवाई के माध्यम से पता चला कि चंदौसी का बांके बिहारी मंदिर करीब 150 साल पुराना है, इसकी दो मूर्तियां अलग-अलग मंदिरों मैं सुरक्षित रखी हुई हैं। जो लोग यहां पूजा-पाठ करते थे उनसे बात करके इसका जीर्णोद्धार कराया जाएगा। इसके आस-पास जो भी अतिक्रमण हुआ है उसे हटवाया जाएगा।

जांच में सब क्लियर हो जाएगा

पालिका चंदौसी ईओ कृष्ण सोनकर ने बताया कि खुदाई कल से चल रही है। जैसे सुरंग और इमारत के बारे में पता चला तो और अधिक टीम लगाकर खुदाई करवा रहे हैं। जहां तक सुरंग होगी, खुद ही सामने आ जाएगी। बताया जा रहा है कि यहां स्टेट रहा है, रियासत का यह पोर्टल रहा है। अब संज्ञान में आ गया, तो सच भी सामने आ जाएगा कि यह क्या और कैसे है? सारी बातें क्लियर हो जाएंगी।

कल्कि मंदिर और कृष्ण कूप का सर्वे

इससे पहले शनिवार सुबह ASI टीम ने संभल के कल्कि मंदिर का सर्वे किया था। टीम ने मंदिर के गुंबद, दीवारों पर नक्काशी और परिसर की तस्वीरें और वीडियो लिए। इसके साथ ही, परिसर में स्थित कृष्ण कूप का भी सर्वेक्षण किया गया।

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