जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को सिविल कोर्ट से गिरफ्तारी के 15 घंटे बाद बिना शर्त जमानत मिल गई। इसके बाद उन्होंने पटना स्थित शेखपुरा हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोर्ट ने हम लोगों के अनुरोध को स्वीकार करते हुए अनकंडीशनल बेल दी है। ये जनता का समर्थन है। बेऊर जेल में रखने के लिए उन लोगों के पास पेपर ही नहीं था। पेपर के इंतजार में बैठे रहे। तब तक कोर्ट का फाइनल निर्णय आ गया।
प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘मेरा अनशन जारी था, जारी है, जारी रहेगा। मैं अनशन वापस नहीं ले रहा हूं। आज आधी रात को बैठक होगी, जिसमें अनशन की जगह तय कर कल यानी मंगलवार को घोषणा करूंगा।’
अनशन की जगह को लेकर पूछे गए सवाल पर पीके ने कहा ‘मामला तो गांधी मैदान में ही निपटाया जाएगा। शुरुआत गांधी मैदान से हुई है तो ये बिहार के युवाओं की जिद है। नीतीश कुमार की जिद बनाम बिहार के युवाओं की जिद, जीतेगा तो बिहार का युवा ही।’
आज यानी सोमवार दोपहर 2 बजे के करीब उन्हें पटना सिविल कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था।
देर शाम पुलिस पीके को लेकर बेऊर जेल लेकर पहुंची। लेकिन जेल प्रशासन के पास कोर्ट का आदेश नहीं पहुंचा था। इसके बाद पीके को पुलिस बेऊर थाना लेकर गई। कुछ देर वे यहीं रहे। पीके के वकील शिवानंद गिरी ने बताया कि ‘उन्हें बिना शर्त बेल मिली है।’
पीके ने कहा- रुकना नहीं है…
कोर्ट से बेऊर जेल जाने के पहले पीके ने मीडिया से कहा कि, ‘रुकना नहीं है, रुका तो कइयों का मन बढ़ेगा। जेल से अनशन जारी रहेगा।’ प्रशांत किशोर को पुलिस ने सोमवार सुबह 4 बजे गिरफ्तार किया था। वो 2 जनवरी की शाम 5 बजे से BPSC अभ्यर्थियों के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठे थे।
पटना सिविल कोर्ट में उनकी पेशी हुई। SDJM आरती उपाध्याय की कोर्ट से उन्हें 25 हजार के निजी मुचलके पर बेल मिली। कोर्ट में पेशी के दौरान प्रशांत किशोर ने खुद बहस की। उन्होंने जज को बताया कि किस तरीके से पुलिसिया बर्बरता की गई। कोर्ट से जमानत मिली, लेकिन प्रशांत किशोर सशर्त जमानत लेने के लिए तैयार नहीं हुए।
प्रशांत किशोर ने PR बॉन्ड पर साइन नहीं किए। उनकी ओर से जुडिशियल कस्टडी की मांग की गई। दरअसल कोर्ट ने कहा है कि ‘आगे से ऐसा कोई भी काम नहीं करेंगे जिसकी वजह से आम लोगों को दोबारा परेशानियों का सामना करना पड़े।’ पीके ने इसका विरोध किया था।
आज सुबह 4 बजे पटना पुलिस ने गांधी मैदान से उन्हें जबरन हटाया। इस दौरान पुलिस को भारी विरोध का सामना भी करना पड़ा। समर्थक का दावा है कि हटाने के दौरान एक पुलिस वाले ने प्रशांत किशोर को थप्पड़ भी मारा और जबरन वहां से उठाकर एम्बुलेंस में बैठाया।
नीचे सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए प्रशांत किशोर की गिरफ्तार से जेल तक का पूरा अपडेट…