दिल्ली जाने की जिद पर अड़े पंजाब के किसान आंदोलन के तीसरे दिन भी पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे रहे। हरियाणा पुलिस ने पैरामिलिट्री फोर्सेज की मदद से 7 लेयर बैरिकेडिंग और आंसू गैस के गोले छोड़कर इन्हें 3 दिन से रोका हुआ है। पंजाब और हरियाणा के शंभू, खनौरी और डबवाली बॉर्डर 3 दिन से सील हैं।
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने पर पंजाब के किसान संगठन भी उनके समर्थन में उतरे। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक पंजाब के सभी टोल प्लाजा फ्री करवा दिए। भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) ने दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक 6 जिलों में ट्रेनें रोकी।
इसके बाद भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम चढ़ूनी ने भी ऐलान किया किसानों के समर्थन में कल यानी 16 फरवरी को हरियाणा में 3 घंटे के लिए सभी टोल फ्री करेंगे।
इसी दौरान केंद्र सरकार ने पंजाब के 3 जिलों पटियाला, संगरूर और फतेहगढ़ साहिब के उन हिस्सों में इंटरनेट बंद करा दिया, जहां किसान दिल्ली कूच से पहले इकट्ठा हुए थे। इसका पता चलते ही CM भगवंत मान ने आपत्ति जताते हुए केंद्र को चिट्ठी लिख इंटरनेट बहाल करने को कहा।
हरियाणा के CM मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में कॉन्फ्रेंस कर किसान आंदोलन के तरीके पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर ट्रॉली, जेसीबी के साथ राशन लेकर चलने से ऐसा लगता है कि कोई सेना जा रही है। किसानों का आंदोलन आक्रमण करने जैसा है।