Headlines

विश्व का पहला कल्कि मंदिर संभल में 1000 साल से:दूसरे का PM कल करेंगे शिलान्यास; प्राचीन मंदिर के पुजारी बोले-यहीं होगा कल्कि अवतार, यही असली धाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को संभल में कल्कि धाम का शिलान्यास करेंगे। इस मंदिर का निर्माण कांग्रेस से निकाले गए नेता प्रमोद त्यागी उर्फ आचार्य प्रमोद कृष्णम् करा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि जिस कल्कि मंदिर का पीएम शिलान्यास करेंगे वो देश का पहला कल्कि मंदिर है। अभी इस मंदिर का निर्माण चल रहा है।

दरअसल, दावा किया जा रहा है कि संभल शहर के कोट पूर्वी मोहल्ले में भगवान कल्कि का हजारों साल पुराना श्री कल्कि विष्णु मंदिर है। इसे देश का प्राचीनतम कल्कि मंदिर माना जाता है। कहते हैं ये मंदिर चारों युगों से यहां स्थित है।

1000 साल पुराने नक्शे में भी कल्कि मंदिर का प्रमाण
संभल से करीब 20 किमी दूर ऐंचौड़ा गांव में प्रमोद कृष्णम् के कल्कि धाम शिलान्यास पर प्राचीन कल्कि मंदिर के मुख्य पुजारी महेंद्र शर्मा ने कहा-मंदिर तो घर -घर बनाए जा सकते हैं। लेकिन भगवान कल्कि का असली धाम यही है, जो संभल में युगों पहले से है।

1000 साल पुराने मानचित्र में भी मनु श्री कल्कि विष्णु मंदिर के नाम से इस कल्कि मंदिर के होने के प्रमाण हैं। हमारी 10 पीढ़ियों से भी ज्यादा इस मंदिर में पूजा-पाठ करते आ रहे हैं।

1000 साल पुराना ये कल्कि मंदिर संभल के कोट पूर्वी मोहल्ले में है।
1000 साल पुराना ये कल्कि मंदिर संभल के कोट पूर्वी मोहल्ले में है।

पीठाधीश्वर कहलाने पर बोले- भगवान की कोई पीठ नहीं होती
आचार्य प्रमोद कृष्णम् द्वारा खुद को कल्कि पीठाधीश्वर कहलाए जाने पर भी प्राचीन कल्कि मंदिर के पुजारी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- पीठ भगवान की नहीं होती। पीठ गद्दी को कहते हैं। गद्दी गुरुओं की होती है। उन्होंने सवाल किया, क्या राम की कोई पीठ है? कृष्ण की कोई पीठ है? क्या भगवान शिव और विष्णु की कोई पीठ है? ये बेकार के शब्दजाल हैं। इनका कोई अर्थ नहीं है।

  • आइए सबसे पहले प्राचीन कल्कि मंदिर के बारे में बताते हैं, जैसा कि मुख्य पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Budget 2024