हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में नया बवाल शुरू हो गया है। विधायकों के बाद अब मंत्रियों ने CM के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को कैबिनेट मीटिंग के दौरान हंगामा हो गया। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और राजस्व मंत्री जगत नेगी अचानक कैबिनेट की मीटिंग छोड़कर बाहर निकल गए।
इसके बाद डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री बाहर आए। उन्होंने पूछा कि मंत्री कहां हैं?। जब उन्हें मंत्री के बाहर जाने का पता चला तो वे दौड़े-दौड़े गए और मंत्री रोहित ठाकुर को मनाकर वापस लाए।
सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट मीटिंग में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई थी। तब जगत नेगी मीटिंग से उठकर बाहर चले गए। बाद में रोहित ठाकुर ने शिक्षा विभाग से जुड़ी कुछ एजेंडा आइटम कैबिनेट में लगाने का आग्रह किया, लेकिन मुख्यमंत्री ने अगली कैबिनेट लाने की बात कही। इससे रोहित ठाकुर नाराज हो गए और कैबिनेट मीटिंग से उठकर बाहर चले गए।
रोहित ठाकुर बोले- बेटे के पास जाना था
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि मेरा बेटा आज पहली बार हॉस्टल गया है, इसलिए वह जाना चाह रहे थे। तब मुझे बोला गया कि एजेंडा पूरा करके जाएं। जब रोहित से आंखें लाल होने की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हम पहाड़ी आदमी हैं, इसलिए जल्दी भावुक हो जाते हैं। उनकी आंखें हमेशा लाल रहती हैं।
नेगी ने कहा- पहले से तय था जाना
मंत्री जगत नेगी ने कहा कि उनका टूर प्रोग्राम पहले से तय था। इसलिए वह मुख्यमंत्री को बताकर काफी पहले मीटिंग से बाहर आ गए थे। बाद में मीटिंग में क्या हुआ, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
कैबिनेट मीटिंग के बाद स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि रोहित ठाकुर की कोई नाराजगी नहीं है। वह कुछ डॉक्यूमेंट भूल गए थे, इसलिए बाहर आए थे।
उधर, मंत्री विक्रमादित्य पहले ही CM सुखविंदर सुक्खू से नाराज चल रहे हैं। वह इस मीटिंग में हिस्सा लेने के बजाय दिल्ली गए हुए हैं। इससे पहले भी चर्चा हुई थी कि वह मीटिंग बीच में छोड़कर चंडीगढ़ में बागी विधायकों से मिलने चले गए थे।
पहली बार मीडिया के सामने आए बागी, बोले- सरकार गिरेगी
हिमाचल के राज्यसभा चुनाव में बागी हुए कांग्रेस MLA राजेंद्र राणा पहली बार कैमरे के सामने आए। उन्होंने दावा किया कि CM सुखविंदर सुक्खू की अगुआई वाली सरकार जल्द गिरेगी। कई कांग्रेसी MLA उनके संपर्क में हैं। जिन्हें रोकने के लिए डरे CM ने उन पर 6-6 पुलिस वालों का पहरा लगा दिया है। CM सुक्खू की सरकार सिर्फ ‘मित्रों की सरकार’ बनकर रह गई है।
वहीं CM सुक्खू ने कहा कि 80% विधायक उनके साथ हैं। भाजपा ने खरीद-फरोख्त कर राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग कराई है। कांग्रेस से बागी हुए MLA उनके झांसे में आ गए कि इसके बाद भी वे विधानसभा से निष्कासित नहीं होंगे।
बता दें कि हिमाचल में कांग्रेस के पास बहुमत होने के बावजूद उनके कैंडिडेट अभिषेक मनु सिंघवी राज्यसभा चुनाव हार गए। वहीं भाजपा के हर्ष महाजन कांग्रेस के 6 बागी और 3 निर्दलियों की मदद से चुनाव जीत गए।