सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को मुलायम-अखिलेश के गढ़ सैफई पहुंचे। यहां उन्होंने सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में 500 बेड के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का इनॉगरेशन किया। इसके बाद ऑडिटोरियम में सभा को संबोधित किया।
सीएम योगी ने सैफई में मुलायम को याद किया। कहा कि मुलायम सिंह ने सैफई में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना की। इसलिए उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। अगर यह नहीं बनता तो पूरे भारत के यहां दर्शन नहीं हो पाते। पूरे देश से छात्र यहां मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए आए हैं।
सीएम ने कहा- पहले लोग इटावा और सैफई के नाम से डरते थे। लेकिन अब कोई डर नहीं है। योगी ने 1996 से जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया। कहा कि वह जयपुर से आगरा रात में पहुंचे थे। वहां से कानपुर जाने के लिए पुलिस वालों ने मना कर दिया कि रात में न जाएं, इटावा पड़ेगा। अब ऐसा डर नहीं है। फिर मुझे रात में आगरा में रुकना पड़ा। अब आगरा के विधायक यहां के विधायक हैं।
अखिलेश यादव का नाम लिए बिना उन्होंने सपा सरकार पर निशाना साधा। कहा कि पहले की सरकारों ने नारियल तो फोड़े लेकिन काम शुरू करने के लिए बजट नहीं दिया। मेडिकल कॉलेज को टोकन मनी के नाम पर एक लाख रुपए दिए जाते थे। मैं कोरोना काल में यहां आया था, तब मैंने यहां हाल देखा।
सीएम ने कहा कि कुछ लोगों की कानाफूसी करने की आदत रही है। कहा अब अपना और पराया नहीं होता। अब सबके लिए काम होता है। दरअसल, अखिलेश ने योगी के सैफई पहुंचने से पहले X पर पोस्ट करके निशाना साधा था। उन्होंने लिखा था-भाजपा को दूसरों के शुरू किए गए काम का फीता काटने की जल्दी है।