चुनाव आयोग ने शनिवार (16 मार्च) को लोकसभा चुनाव का शेड्यूल बताते हुए ऐलान किया कि देश में इस बार 7 फेज में चुनाव होंगे। 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होगी और 1 जून को 7वें चरण के लिए मतदान होगा। पहली वोटिंग के ठीक 46 दिन बाद 4 जून को नतीजे आएंगे।
चुनाव के लंबे शेड्यूल को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाए हैं। TMC नेता और पश्चिम बंगाल की फाइनेंस मिनिस्टर चंद्रिमा भट्टाचार्य ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा कि 7 फेज तक चुनाव को खींचने से बड़ी जेब वाली पार्टी को फायदा मिलेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को कहा- यह चुनाव 3 से 4 फेज में हो सकते थे। 7 फेज का मतलब है कि मोदी को पूरे देश में घूमना है। इससे उनको प्रचार के लिए ज्यादा मौका मिलेगा।
दरअसल, 1952 का पहला लोकसभा चुनाव 4 महीने तक चला था। इसके बाद 2024 को लोकसभा चुनाव ही होगा जो इतने लंबे समय (46 दिन) तक चलेगा। इस कारण देश में 16 मार्च से लागू हुई आचार संहिता 79 दिन तक रहेगी।
खड़गे बोले- 70 से 80 दिन तक आचार संहिता लगना गलत
खड़गे ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा- मैंने 12 इलेक्शन लड़े हैं। कोई भी 46 दिन तक नहीं चला। कई इलेक्शन तो 4 फेज तक ही चले हैं। कभी-कभी तो एक ही फेज में पूरा इलेक्शन हो गया था। 70 से 80 दिन तक आचार संहिता लगाना गलत है। इससे देश का विकास रुक जाएगा। तीन या चार फेज में चुनाव हो जाते तो आचार संहिता कम समय के लिए लगती।
पवन खेड़ा बोले- घोटाले की आड़ में हो रहे चुनाव
खड़गे के अलावा कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी भाजपा पर हमला किया। शनिवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा इस बार के चुनाव कई घोटालों के आड़ में हो रहे हैं। इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाला हुआ है, विपक्षियों के खिलाफ ED-CBI की रेड हुई है, मुख्य विपक्षी दल के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं। यह पहली बार हुआ है।
DMK के प्रवक्ता टीकेएस इलांगोवन ने शनिवार को कहा कि हमारे यहां पहले फेज में 19 अप्रैल को चुनाव होंगे। हमें 4 जून तक रिजल्ट का इंतजार करना होगा। हमें इंतजार करने के लिए अलग से तैयारी करनी होगी।
शिवसेना (UBT) बोली- वाराणसी में चुनाव आखिर में क्यों?
इसके अलावा शिवसेना(UBT) ने PM मोदी की लोकसभा सीट वाराणसी में आखिरी फेज में चुनाव कराने को लेकर सवाल उठाए हैं। पार्टी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा- वाराणसी लोकसभा सीट पर एक जून को चुनाव होंगे। मोदी को पूरे देश में प्रचार करने के बाद आखिर में वाराणसी जाएंगे। इससे उन्हें प्रचार के लिए समय मिलेगा।
TMC बोली- विधानसभा चुनाव भी 8 फेज में कराए थे
पश्चिम बंगाल की फाइनेंस मिनिस्टर चंद्रिमा भट्टाचार्य ने शनिवार को PTI से कहा- हम चाहते थे कि बंगाल में एक या दो फेज में चुनाव हो जाए। इतने ज्यादा फेज से लंबी जेब वाली पार्टी को मदद मिलती है और वह पार्टी दूसरी पार्टी से आगे हो जाती है। 2021 के विधानसभा चुनाव भी 8 फेज में हुए थे। उस समय कहा गया था कि कोरोना के चलते इतने फेज में चुनाव हो रहे हैं। लेकिन इस बार तो ऐसा कुछ नहीं है।
इसके अलावा महाराष्ट्र की NCP शरदचंद्र पवार पार्टी के प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा- महाराष्ट्र में 5 फेज में इलेक्शन का क्या मतलब है। भाजपा करना क्या चाहती है? क्या यह EVM का खौफ है?