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MP के स्वास्थ्य राज्यमंत्री के बेटे ने दंपती को पीटा:घायल पति-पत्नी को लेकर थाने पहुंचे जीतू पटवारी, बोले-धारा 307 क्यों नहीं लगाई

मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान नरेंद्र पटेल ने भोपाल के गुलमोहर इलाके में एक दंपती और मीडियाकर्मी से मारपीट की। मामला थाने पहुंचा। अभिज्ञान ने शाहपुरा पुलिस से भी विवाद किया। राज्यमंत्री पटेल समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए। इसके बाद 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। घटना शनिवार रात करीब 8 बजे की है।

रविवार सुबह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी घायल दंपती और मीडियाकर्मी को लेकर शाहपुरा थाने पहुंचे। उन्होंने एसीपी मयंक खंडेलवाल से पूछा, जब होटल संचालक के सिर में सात टांके आए हैं तो धारा 307 (हत्या के प्रयास का मामला) क्यों नहीं लगाई? पुलिसकर्मियों को क्यों सस्पेंड किया गया? पत्रकार की एफआईआर क्यों नहीं लिखी गई?

इसके जवाब में थाना प्रभारी ने कहा, पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की हमें जानकारी नहीं है। जांच के बाद धाराएं बढ़ाई जाएंगी।

शनिवार रात करीब 10.30 बजे शाहपुरा थाने में बैठे मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल। इस दौरान उनके समर्थक भी मौजूद थे।

सिग्नल पर गाड़ी रोकने पर शुरू हुआ विवाद

शाहपुरा पुलिस के मुताबिक, राज्यमंत्री पटेल का बेटा अभिज्ञान पटेल त्रिलंगा इलाके में घूम रहा था। ट्रैफिक सिग्नल के पास गाड़ी रुकने पर मीडियाकर्मी विवेक सिंह से उनका विवाद हो गया। अभिज्ञान और उसके साथ मौजूद लड़कों ने विवेक के साथ मारपीट शुरू कर दी।

यह देख वहां मेन रोड पर मौजूद एक रेस्टोरेंट संचालक डेनिस मार्टिन उर्फ सोनू अपनी पत्नी के साथ बाहर निकले और बीच-बचाव करने लगे। इस पर अभिज्ञान और उनके समर्थकों ने सोनू और उनकी पत्नी के साथ मारपीट की। इसमें सोनू के सिर पर चोटें आई हैं।

मारपीट की शिकायत करने सोनू अपनी पत्नी के साथ थाने पहुंचे तो पीछे-पीछे अभिज्ञान भी आ गया। थाने में उनके बीच विवाद हो गया। पुलिस ने उन्हें शांत रहने को कहा तो अभिज्ञान स्टाफ से उलझ गया। झगड़े में अभिज्ञान को भी चोट आई है। पुलिस ने देर रात सभी घायलों का मेडिकल कराया।

पुलिस बोली- थाने के फुटेज चेक करेंगे

एसीपी मयूर खंडेलवाल का कहना है कि, चारों पर मारपीट के आरोप लगे हैं। जांच कर रहे हैं, थाने के फुटेज चेक करेंगे। इसके बाद कार्रवाई करेंगे। पुलिसकर्मियों सहित दूसरे पक्ष के बयान भी दर्ज करेंगे।

शाहपुरा थाने के टीआई रघुनाथ सिंह के मुताबिक दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। अभिज्ञान मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का बेटा है। विवाद के बाद मंत्री भी थाने आ गए थे। दूसरे पक्ष के तीन लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है। भास्कर ने मंत्री नरेंद्र पटेल से बातचीत की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

शनिवार देर रात रेस्टोरेंट संचालक सोनू को मेडिकल के लिए अस्पताल लेकर पहुंची शाहपुरा थाने की पुलिस।

मंत्री समर्थकों ने पुलिस पर लगाए आरोप

पुलिसकर्मियों ने अभिज्ञान और उसके दोस्तों के साथ सख्ती करते हुए फटकार लगा दी। इस बात की जानकारी लगते ही मंत्री पटेल अपने समर्थकों और पार्षदों के साथ शाहपुरा थाने पहुंच गए। नाराज मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने आला अधिकारियों से पुलिस के रवैये की शिकायत की।

एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। मंत्री समर्थकों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने अभिज्ञान और उसके दोस्तों के साथ मारपीट की।

मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के थाने पहुंचने की खबर लगते ही उनके कई समर्थक यहां पहुंच गए।

शाहपुरा थाने में भी हुआ हंगामा

आलिशा ने बताया कि शाहपुरा थाने में भी मंत्री के बेटे ने अभद्रता की। पुलिस ने उसे समझाने की कोशिश की। जब नहीं माना तो पुलिस ने अभिज्ञान और उसके साथियों को थाने से बाहर कर दिया।

अभिज्ञान व उसके साथियों ने थाने में बताया कि आलिशा के पति डेनिस और उनके कर्मचारियों ने भी मारपीट की है। इससे दो लोगों को चोट आई है, इन दोनों का भी मेडिकल कराया गया है। पुलिस का कहना है कि उनकी शिकायत पर भी कार्रवाई की जा रही है।

पीड़ित आलिशा ने शाहपुरा थाने में मामला दर्ज कराया है।

पीड़ित महिला बोली- मंत्री के बेटे ने रॉड मारी

रात करीब 1:25 बजे मामले में पहली FIR आलिशा की शिकायत पर दर्ज की गई। रेस्टोरेंट संचालक की पत्नी अलीशा ने पुलिस को बताया, 30 मार्च रात 8.00 बजे की बात है। मैं अपने रेस्टोरेंट में थी। मैंने देखा कुछ लोग एक लड़के की पिटाई कर रहे हैं। मैंने पूछा कि क्यों मार रहे हो। उन लड़कों ने मुझे गाली दी और हाथापाई की। एक लड़का कहने लगा- मैं मंत्री का बेटा हूं। अभिज्ञान पटेल नाम है मेरा, तू मेरा क्या बिगाड़ लेगी। तेरा रेस्टोरेंट तोड़ देंगे। तुझे गायब कर देंगे। उसने मेरे सिर पर रॉ़ड मारी। मेरा चश्मा टूट गया।

मेरे पति बचाने आए तो उसने व उसके साथ के लड़कों ने पति के भी सिर पर गमला और रॉड मार दी। हमें बचाने रेस्टोरेंट कर्मचारी सीताराम आए। लड़कों ने उन्हें भी मारा। इसके बाद हम थाने आए। हमारे पीछे वो लोग भी आ गए। सभी लड़के धमकी देने लगे। वो कह रहे थे- हम देख लेंगे, कैसे रेस्टोरेंट चलाती हो।

पीड़ित दंपती से पूरा घटनाक्रम जानते पीसीसी चीफ जीतू पटवारी एवं पीसी शर्मा।

पीड़ित दंपती से मिलने पहुंचे पीसीसी चीफ

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने रविवार सुबह पीड़ित दंपती से गुलमोहर स्थित उनके रेस्टोरेंट में मुलाकात की। दपंती ने उन्हें पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। इसके बाद जीतू पटवारी और पीसी शर्मा पीड़ित मीडियाकर्मी विवेक शर्मा से मिलने उनके घर भी गए। इस मौके पर कांग्रेस प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक कुणाल चौधरी भी मौजूद थे।

Mpbjp Narendra swaशाहपुरा थाने में पीड़ितों के साथ पीसीसी चीफ जीतू पटवारी। इस दौरान उन्होंने एसीपी मयंक खंडेलवाल से कई सवाल पूछे।

पटवारी ने कहा- एफआईआर ही नहीं लिखी गई

शाहपुरा थाने में पुलिस अधिकारियों से मुलाकात के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा, सरकार के एक मंत्री के परिवार के लोगों ने आतंक मचा दिया। उनका बेटा फ्री घूम रहा है। मंत्री जी थाने में आए उन्होंने चार पुलिस वालों को सस्पेंड किया। सुबह मुझसे पत्रकार ने संपर्क किया और कहा, मेरी एफआईआर नहीं लिखी गई। पत्रकार विवेक सिंह ने कहा इस मामले में तीन पक्ष हैं। शुरुआत मुझसे हुई थी। फिर जिन्होंने मुझे बचाया उनके सिर में 7 टांके के आए हैं। मंत्री के पुत्र के ऊपर एफआईआर हुई है। थाने में बैठकर मेरे सामने उसने पुलिसकर्मियों को धमकाया। लेकिन, मेरी एफआईआर नहीं लिखी गई। होटल संचालक महिला ने पटवारी के सामने मीडिया से कहा, उन्होंने जानलेवा हमला किया। वह लोग आराम से सो रहे हैं हम डरे हुए हैं।

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