भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। पार्टी का आरोप है कि TMC ने बशीरहाट से बीजेपी उम्मीदवार रेखा पात्रा की निजी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करके रेखा की निजता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।
बीजेपी ने आयोग से इस मामले में TMC के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि TMC के X हैंडल को सस्पेंड किया जाए। साथ ही TMC रेखा से बिना शर्त माफी मांगे।
रेखा को गरीब बताया गया
भाजपा ने पत्र में लिखा है कि TMC के सोशल मीडिया प्रभारी देबगांशु भट्टाचार्य ने पार्टी के आधिकारिक X हैंडल ने रेखा पात्रा का निजी फोन नंबर, उनकी बैंक डिटेल शेयर की। ऐसा करना रेखा के निजता के अधिकार का उल्लंघन है। यह पोस्ट दुर्भावनापूर्ण है।
रेखा को गरीब दर्शाने के लिए ऐसा किया गया। क्योंकि उसे राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजना, स्वास्थ्य सारथी और दुआरे सरकार योजना का लाभ मिलता है। रेखा का मजाक उड़ाया गया है।
डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट 2023 के प्रावधान का उल्लंघन
पार्टी ने कहना है कि TMC सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों का डेटा का गलत उपयोग कर रही है। AITC और उसके पदाधिकारियों ने रेखा पात्रा के निजता के अधिकार का उल्लंघन किया गया है। इसके अलावा AITC का सरकारी डेटा एक्सेस करना डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट 2023 के प्रावधान का उल्लंघन है।
पत्र में आगे कहा गया कि यह आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ चुनाव कानूनों का उल्लंघन है। निजता के संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन और IPC की धारा 499 और 500 के अनुसार मानहानि का मामला है।
उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने की मांग
बीजेपी ने चुनाव आयोग इस मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने की मांग की है। पार्टी कहना है कि इसका पता लगाया जाए कि सरकारी डेटा में सेंध कैसे लगी। से पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव केंद्र या राज्य सरकार की योजनाओं की डेटा सुरक्षा में किसी भी तरह की सेंध को रोकने का निर्देश भी दें।
संदेशखाली की पीड़ित हैं रेखा पात्रा, बशीरहाट से बीजेपी की लोकसभा प्रत्याशी
रेखा पात्रा संदेशखाली कांड की पीड़ित हैं। उन्हें बीजेपी ने बशीरहाट लोकसभा सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 मार्च को रेखा फोन पर बात की थी। पीएम ने रेखा को शक्ति स्वरूपा बताया था।
रेखा ने ही संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेताओं के यौन शोषण का मुद्दा उठाया था। काफी विवाद के बाद मुख्य आरोपी TMC नेता शाहजहां शेख को 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद TMC ने भी शाहजहां को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया था। पूरी खबर पढ़ें