कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में उतरने और चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। वह अमेठी से चुनाव लड़ना चाहते हैं। वैसे भी अमेठी-रायबरेली सीट पर अभी तक कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है।
रॉबर्ट वाड्रा ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, ”अमेठी के लोग चाहते हैं कि मैं अपना पहला राजनीतिक कदम अमेठी में रखूूं और यहां से सांसद बनूं। मौजूदा सांसद ने कुछ काम नहीं किया है। सिर्फ गांधी परिवार पर इल्जाम लगाया है।
अमेठी के लोगों को यह एहसास हो गया है कि उन्होंने स्मृति जी को जिता कर गलती की है। वे लोग चाहते हैं कि अब यहां से गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़े। वे मेरी तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं। गांधी परिवार ने शुरू से यहां के लोगों के लिए बहुत मेहनत की है। दिन-रात एक किया है।”
- अब पढ़िए रॉबर्ट वाड्रा के बयान की 4 बड़ी बातें
1- स्मृति का काम सिर्फ गांधी परिवार पर इल्जाम लगाना
राबॅर्ट वाड्रा ने कहा, ”मैं तो चाहूंगा कि जो भी अमेठी का सांसद हो, वो अमेठी की प्रगति की बात करे। सुरक्षा की बात करे। भेदभाव की राजनीति न करे। लेकिन अभी की जो सांसद हैं, उनसे वहां के लोग बहुत परेशान हैं। उनको लगता है कि उनसे गलती हुई है। क्योंकि उनका वहां ज्यादा आना-जाना नहीं है। उनका बस यही काम रहता है कि गांधी परिवार पर इल्जाम लगाएं और शोर-शराबा करें।”
2- अमेठी के लोगों को अपनी गलती का एहसास
रॉबर्ट ने कहा, ”स्मृति जी अपनी पोजिशन का गलत इस्तेमाल कर रही हैं। सालों से गांधी परिवार ने अमेठी, सुल्तानपुर, जगदीशपुर और रायबरेली में मेहनत से काम किया। वहां के लोगों की प्रगति हुई।”
3- एक समय अमेठी में संजय सिंह की दहशत थी
उन्होंने कहा, ”अमेठी के लोग अब चाहते हैं कि गांधी परिवार का कोई सदस्य वापस आए, वो उसको भारी बहुमत से जिताएंगे। वे मुझसे भी उम्मीद कर रहे हैं कि अगर मैं राजनीति में अपना पहला कदम रखूं, तो अमेठी से ही चुनाव लड़ूं और सांसद बनूं। क्योंकि मैंने जब 1999 में प्रियंका के साथ चुनाव प्रचार किया तो वह अमेठी ही था। उस समय की राजनीति तो अलग थी। उस समय संजय सिंह थे, वहां उन्होंने बहुत दहशत फैलाई थी। हम लोग रात भर संवेदनशील एरिया में होते थे।”
4- लोग मुझसे अभी भी जुड़े हैं, मुझे मैसेज करते हैं
रॉबर्ट ने कहा, ”हमने वहां पोस्टर लगाए, बस्ते बांटे और अपने कार्यकर्ताओं के साथ दिनभर-रातभर मेहनत की। उनको हौसला दिया कि वे बूथ पर डटे रहें। उन्हें पता है कि हमने कितनी मेहनत की, कितना भाईचारा है। वहां के लोग जिनके साथ काम किया वे अभी भी सोशल मीडिया पर मैसेज भेजते हैं। केक काटते हैं, लंगर करते हैं। वे मुझे देखते है कि मैं कितनी मेहनत करता हूं, समाजसेवा करता हूं। दिव्यांगों के लिए काम करता हूं।”
गौरतलब है कि कांग्रेस यूपी में समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ रही है। गठबंधन कोटे से उसके पास 17 सीटें हैं। कांग्रेस की सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय हो चुके हैं। लेकिन अमेठी और रायबरेली सीट पर अब तक उम्मीदवार का ऐलान नहीं हुआ है।
भाजपा बोली-भ्रष्टाचारियों के लिए लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं
रॉबर्ट वाड्रा के बयान पर डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा के चुनाव लड़ने का अब तक भाजपा को कोई आवेदन नहीं मिला है। वाड्रा को चुनाव लड़ाने को लेकर उनके साले साहब, सासू मां और उनकी पत्नी खुद निर्णय लें।
वहीं, भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने तंज कसा। उन्होंने कहा, “जमीनी पकड़ रखने वाले नेता कांग्रेस छोड़ रहे, इसलिए जमीनों से नाता रखने वाले रॉबर्ट वाड्रा मैदान में आ रहे हैं। रॉबर्ट वाड्रा के आने से कांग्रेस की जमीन कितनी मजबूत होगी ये वक्त बताएगा, लेकिन इनको चुनाव हराने में मजा आएगा। भ्रष्टाचारियों के लिए लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है।”
दो बच्चों के पिता हैं रॉबर्ट वाड्रा
प्रियंका गांधी और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के दो बच्चे हैं। देहरादून के जिस स्कूल से राजीव गांधी और राहुल गांधी ने पढ़ाई की थी, वहीं से प्रियंका के बेटे रेहान भी पढ़ाई कर रहे हैं। बेटी मिराया वेलहम गर्ल्स स्कूल की छात्रा हैं।
हालांकि, प्रियंका के दोनों बच्चों की खेलों में भी काफी रुचि है। रेहान को जहां शूटिंग पसंद है, वहीं मिराया को बास्केटबॉल खेलते देखा जा सकता है। रेहान को राजस्थान के एक शूटिंग रेंज में भी निशाना साधते देखा जा चुका है।
रॉबर्ट वाड्रा की नेटवर्थ 2.1 बिलियन डॉलर है
53 साल के रॉबर्ट वाड्रा बड़े कारोबारी हैं। इनके कारोबार में ज्वेलरी एक्सपोर्ट, रियल एस्टेट, होटल, एयरक्रॉफ्ट जैसे कई बिजनेस शामिल हैं। रियल एस्टेट सेक्टर में भारत की बड़ी कंपनी डीएलएफ में रॉबर्ट वाड्रा की पार्टनरशिप बताई जाती है। सेलिब्रिटीज की संपत्ति के बारे में बताने वाले वेबसाइट सेलिब्रिटी नेटवर्थ डॉट कॉम के मुताबिक रॉबर्ट वाड्रा की नेटवर्थ 2.1 बिलियन डॉलर (1,53,77,19,75,000 रुपए) की बताई गई है।
लग्जरी कारों और बाइक के शौकीन हैं रॉबर्ट वाड्रा
- वाड्रा लग्जरी कारों और बाइक के शौकीन होने के साथ-साथ फिटनेस फ्रीक भी हैं। इसके लिए वो घंटों जिम में एक्सरसाइज, मॉर्निंग वॉक और साइकिलिंग करते हैं।
- दिसंबर 2011 में रॉबर्ट वाड्रा को एक अंग्रेजी न्यूज पेपर ने ‘बेस्ट ड्रेस्ड मैन’ का खिताब दिया था।
- रॉबर्ट वाड्रा को बाइक और कार के अलावा गोल्फ खेलने और फॉर्मूला वन रेस देखने का शौक है। वो अक्सर गोल्फ खेलते हुए देखे जाते हैं।
- ग्रेटर नोएडा में हुई देश की पहली फॉर्मूला वन रेस देखने अपने बेटे और दोस्तों के साथ पहुंचे थे।
- रॉबर्ट वाड्रा का हैंडीक्राफ्ट आइटम्स और कस्टम ज्वैलरी का बिजनेस है और उनकी कंपनी का नाम ‘आर्टेक्स एक्सपोर्ट्स’ है। इसके अलावा भी रॉबर्ट वाड्रा कई कंपनियों में पार्टनर हैं।
रॉबर्ट वाड्रा ने कैसे किया था प्रियंका को प्रपोज
- एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में रॉबर्ट ने कहा था, मैं नहीं चाहता था कि हमारे इस रिश्ते के बारे में कोई जाने।
- प्रियंका ने एक इंटरव्यू में बताया था, जब मैं रॉबर्ट से पहली बार मिली थी, तो सिर्फ 13 साल की थी। वे मुझसे वैसे ही मिलते थे, जैसे दूसरे दोस्तों से मिलते थे। ये बात मुझे पसंद आई।
- प्रियंका गांधी की रॉबर्ट वाड्रा से मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड के घर पर हुई थी।
- दोनों दिल्ली के ब्रिटिश स्कूल में साथ पढ़ते थे।
- प्रियंका देश के प्रमुख राजनीतिक परिवार से थीं और रॉबर्ट एक बिजनेसमैन फैमिली से।
रॉबर्ट के पिता शादी को नहीं थे तैयार
- शादी के लिए सहमति बनने के बाद दोनों एक-दूसरे के परिवार वालों से मिले।
- बताया जाता है कि रॉबर्ट के पिता इस रिश्ते से खुश नहीं थे, लेकिन बाद में मान गए।
- फरवरी, 1997 में दोनों ने शादी कर ली।
लखनऊ लोकसभा चुनाव की ताजा खबरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऐप डाउनलोड करें। इस लोकसभा सीट पर क्या हैं जनता के मुद्दे और क्या है चुनावी हवा। चुनाव का सबसे सटीक और डीटेल एनालिसिस।