इजराइल पर ईरान के हमले के बाद रविवार को इजराइली वॉर कैबिनेट की मीटिंग में इस बात पर सहमति बनी है कि ईरान को जवाब दिया जाना चाहिए। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, यह कब और कैसे होगा, इसका फैसला नहीं हो पाया है। दूसरी तरफ, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान में मौजूद 17 भारतीयों की रिहाई के लिए ईरानी विदेश मंत्री से बात की।
जयशंकर ने यह भी कहा कि दोनों देशों को शांति और कूटनीति के जरिए मसले का हल निकालना चाहिए। दरअसल, शनिवार को ईरान ने इजराइली अरबपति की कंपनी के एक जहाज पर कब्जा कर लिया था। यह कार्गो शिप भारत आ रहा था और इस पर भारत के 17 क्रू मेंबर्स सवार थे।
ईरान की सेना ने शनिवार देर रात 3 बजे (भारतीय समय के मुताबिक) इजराइल पर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल से अटैक किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक इजराइल ने अमेरिका और दूसरे सहयोगी देशों के साथ मिलकर 99% ड्रोन-मिसाइलों को रोक दिया था।
हमले में सिर्फ इजराइल के नेवातिम एयरफोर्स बेस को कुछ नुकसान पहुंचा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान ने इजराइल पर इस हमले को ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस’ नाम दिया। दरअसल, 1 अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी एम्बेसी के पास एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के दो टॉप आर्मी कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने बदला लेने के लिए इजराइल पर अटैक करने की धमकी दी थी।
लाइव अपडेट्स
जर्मनी और जॉर्डन ने ईरानी राजदूत को समन किया
इजराइल पर हमले के बाद जर्मनी और जॉर्डन ने ईरान के राजदूत को समन किया है। वहीं लेबनान के केयर टेकर प्रधानमंत्री ने इजराइल पर इलाके में अशांति फैलाने के आरोप लगाए हैं।
ईरान-इजराइल के बीच बदले का सिलसिला शुरू होने का डर
गाजा में जंग शुरू होने के बाद से ईरान और इजराइल लगातार ईराक और सीरिया में एक-दूसरे के ठिकानों को निशाना बना रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक इजराइल पर 13 अप्रैल के हमले के बाद दोनों के बीच बदला लेने का सिलसिला और तेजी से बढ़ सकता है। ऐसी स्थिति जनवरी 2020 में अमेरिका और ईरान के बीच भी हो गई थी।
जब ईरान का टॉप जनरल कासिम सुलेमानी बगदाद एयरपोर्ट के पास अमेरिकी की ड्रोन स्ट्राइक में मारा गया था। सुलेमानी पर इराक जंग के वक्त ईरान के बाहर मिलिट्री और इंटेलिजेंस ऑपरेशन चलाने के आरोप थे।
सुलेमानी की मौत के बाद ईरान ने इराक में अमेरिकी मिलिट्री बेस पर 22 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं थीं। इसमें 109 अमेरिकी सैनिक घायल हुए थे। इसके बाद से कई बार ईरान ने इराक और सीरिया में अमेरिका के बेस पर हमले किए थे।
2020 में बाइडेन ने सत्ता में आने के बाद अमेरिकी सैनिकों के बेस पर हुए हमलों का बदला लेने के लिए ईरान के कई ठिकानों पर हमले कराए थे। इजराइल-हमास जंग शुरू होने के बाद से ईरान ने अमेरिका के इराक और सीरिया में अमेरिका पर 170 हमले किए हैं।
अमेरिका ने ईरान से कहा था- हद में रहकर एक्शन लेना
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने दावा किया है कि ईरान ने इजराइल पर अटैक से 48 घंटे पहले सऊदी और गल्फ देशों को नोटिस दिया था। ताकि वो अपने एयर स्पेस को सेफगार्ड कर सकें। ये जानकारी तुर्किये के जरिए अमेरिका को भी दी गई थी।
यरुशलम पोस्ट ने तुर्किये के डिप्लोमेट के हवाले से बताया कि जब अमेरिका को हमले के बारे में पता चला तो उन्होंने ईरान को हद में एक्शन लेने की सलाह दी। हालांकि, अमेरिका ने इस रिपोर्ट को खारिज किया है।
ईरान बोला- इजराइल पर बड़ा हमला न करने के लिए अमेरिका हमारी तारीफ करे
ईरान ने कहा है कि पश्चिमी देशों को इजराइल के खिलाफ बड़ा ऐक्शन न लेने के लिए ईरान की तारीफ करनी चाहिए।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासेर कनानी ने कहा, “हम पर आरोप लगाने की जगह पश्चिमी देशों से इजराइल के वॉर क्राइम के खिलाफ आवाज न उठाने पर जवाब मांगना चाहिए। हमने जो किया वो अपनी रक्षा के लिए किया।”
ईरान पर लग सकती हैं और पाबंदियां
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरून ने कहा है कि वो ईरान पर और आर्थिक पाबंदियां लगा सकते हैं। डेविड के मुताबिक ईरान पर पहले से 400 पाबंदियां हैं जो कारगर साबित हुई हैं।
इजराइल में फिर होगी वॉर कैबिनेट की बैठक
शनिवार देर रात हुए ईरानी हमले पर किस तरह पलटवार करना है इस पर चर्चा के लिए इजराइल की वॉर कैबिनेट शाम को फिर जुटेगी। मीटिंग भारतीय समय के मुताबिक सोमवार शाम साढ़े 4 बजे होगी।
पिछली मीटिंग में सिर्फ इस बात पर सहमति बन पाई थी कि ईरान पर पलटवार होगा। हालांकि, ये तय नहीं हो पाया था कि ये कब और कैसे होगा।
लेबनान से इजराइल पर हमले का फुटेज…
ईरान के हमले के दौरान शनिवार रात लेबनान से भी इजराइल में फायरिंग की गई थी। यरूशलम पोस्ट के मुताबिक, इजराइल की तरफ 40 रॉकेट दागे गए थे।
इसके बाद इजराइल ने जवाबी हमला करते हुए लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह संगठन के ठिकानों को निशाना बनाया था। अमेरिकी मीडिया CNN ने लेबनान से फायर की गईं मिसाइलों का वीडियो जारी किया है…
रिपोर्ट- 9/11 हमले के बाद पहली बार एक-साथ बंद हुए इतने एयरस्पेस
ईरान के हमलों को देखते हुए कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन्स ने इजराइल-ईरान के लिए अपनी सर्विस रोक दी हैं।
एरसस्पेस और एयरपोर्ट को मॉनिटर करने वाले OPSGROUP के फाउंडर मार्क जी ने दावा किया है कि अमेरिका के ट्विन टावर पर हुए 9/11 हमले के बाद अब तक हवाई यात्रा में इतने बड़े स्तर पर दिक्कतें नहीं आई हैं।
रॉयटर्स से बात करते हुए मार्क ने कहा, 2001 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब एक के बाद एक इतने सारे एयरस्पेस बंद हुए हैं।
UN चीफ बोले- दुनिया एक और जंग नहीं झेल सकती
UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने UNSC की बैठक में कहा, “मिडिल ईस्ट एक बड़े युद्ध की कगार पर है। दुनिया इस वक्त एक और जंग नहीं झेल सकती। ईरान से बदले की भावना की वजह से विवाद को और नहीं बढ़ाना चाहिए।”
ईरान में 17 क्रू मेंबर्स से मिलेंगे भारतीय अधिकारी
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर से फोन पर बातचीत के बाद ईरान ने भारतीय अधिकारियों को 13 क्रू सदस्यों से मिलने की इजाजत दे दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा, “ईरान मामले की जांच कर रहा है। हम कब्जे में लिए गए जहाज से जुड़ी जानकारियों का आंकलन कर रहे हैं। हम जल्द ही भारत सरकार के अधिकारियों को जहाज के क्रू से मिलने का मौका देंगे।”