अयोध्या में रामलला के स्वागत की तैयारियां जोर-शोर से चल रहीं हैं. अयोध्या के साथ-साथ पूरा देश भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्सुक है. इस अवसर पर हम आपको बताने जा रहे हैं भगवान श्रीराम से जुड़े कुछ रोचक तथ्य जो शायद आपको नहीं पता होंगे.
भगवान राम के नाम के नारों से पूरा देश गूंज रहा है. हर तरफ राम भक्तों में खुशी और हर्ष का माहौल है. 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही पूरा देश एक बार फिर से दिवाली मनाने जा रहा है. इस शुभ अवसर पर आइए जानते हैं भगवान श्रीराम से जुड़ी हुई कुछ रोचक बातें.
भगवान श्रीराम से जुड़े हुए रोचक तथ्य
भगवान राम को भगवान विष्णु का सातवां अवतार माना जाता है.
भगवान राम ने सूर्य पुत्र राजा इक्ष्वाकु वंश में जन्म लिया था. इसलिए भगवान राम को सूर्यवंशी भी कहा जाता है.
भगवान राम को “राम” नाम रघुकुल के गुरु महर्षि वशिष्ठ ने दिया था.
मायावी रावण को हराने के लिए भगवान राम को देवराज इंद्र ने एक रथ दिया था. इसी रथ पर बैठकर भगवान राम ने रावण का वध किया था.
लंका पर चढ़ाई करने से पहले भगवान राम ने रामेश्वरम में शिवलिंग बनाया था जहां उन्होंने उस शिवलिंग की पूजा अर्चना की थी. आज रामेश्वरम का ये शिवलिंग भारत के प्रमुख तीर्थों में गिना जाता है.
माना जाता है गिलहरी के शरीर पर मिलने वाली तीन धारियां प्रभु श्रीराम के ही कारण हैं. कथा है कि लंका जाने के लिए जब वानर सेना समुद्र पर सेतु बना रही थी तब एक छोटी सी गिलहरी भी अपने मुंह में कंकड़ पत्थर भरकर सेतु बनाने में मदद कर रही थी. उसके प्रेम को देखकर भगवान ने उसे अपने हाथो में लिया और प्यार से उसकी पीठ पर उंगलियां फिराने लगे. गिलहरी के शरीर पर जहां जहां भगवान श्रीराम की उंगलियां पड़ी वही धारियां बन गईं. माना जाता है तभी से गिलहरी के शरीर पर तीन धारियां हैं.