मुंबई हादसा, बिलबोर्ड कंपनी का मालिक उदयपुर से गिरफ्तार:250 टन वजनी होर्डिंग गिरने से 16 मौत हुई थीं; दो बॉडी और निकालीं, रेस्क्यू खत्म
मुंबई पुलिस ने बिलबोर्ड लगाने वाली कंपनी के मालिक भावेश भिड़े को गुरुवार 16 मई को उदयपुर (राजस्थान) से गिरफ्तार कर लिया। भिड़े की एडवरटाइजिंग कंपनी इगो मीडिया लिमिटेड ने ही घाटकोपर में बिलबोर्ड लगाया था।
वहीं, हादसे का रेस्क्यू ऑपरेशन गुरुवार को खत्म हुआ। दरअसल, घाटकोपर में जो होर्डिंग गिरा था, वह 100 फीट ऊंचा था। होर्डिंग के नीचे कई कार, टू-व्हीलर्स और लोग दब गए थे। हादसे में अब तक 16 लोगों की मौत और 75 लोग घायल हुए। रेस्क्यू ऑपरेशन के चौथे दिन BMC कमिश्नर भूषण गगरानी भी घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण कर ऑपरेशन के खत्म होने की सूचना दी।
हादसे में रिटायर्ड ATC और उनकी पत्नी की भी मौत
ऑपरेशन के दौरान बुधवार (15 मई) देर रात को मलबे से दो और शव बाहर निकाले गए। ये शव रिटायर्ड एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) मैनेजर मनोज चंसोरिया और उनकी पत्नी अनीता के हैं।
मनोज मुंबई ATC के जनरल मैनेजर पद से मार्च 2024 में ही रिटायर हुए थे। वे मध्य प्रदेश के जबलपुर में रहते थे, लेकिन पत्नी अनीता के वीजा के काम के लिए वे अपनी कार से मुंबई गए थे। काम के बाद वे 13 मई को घाटकोपर के पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने गए। इसी दौरान मुंबई में तेज हवाएं और आंधी चली और 250 टन वजनी होर्डिंग पंप पर जा गिरा था।
13 मई को हादसे की खबर सुनकर मनोज के बेटे ने उन्हें कॉल किया था, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद मनोज के बेटे ने मुंबई में रहने वाले अपने दोस्त को फोन किया। उनके दोस्त ने मनोज और अनीता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने मनोज के फोन की लोकेशन ट्रेस की। फोन घाटकोपर पेट्रोल पंप के पास ट्रेस हुआ।
पुलिस ने आशंका जताई की मलबे में मनोज और अनीता हो सकते हैं। इसके बाद NDRF की टीम ने मंगलवार रात को मलबे में दो शवों के दबे होने की पुष्टि की थी, लेकिन तब उनकी पहचान नहीं हो पाई थी। बुधवार को लोहा काटकर जब दोनों शव बाहर निकाले गए, तब मनोज और अनीता की पहचान हो पाई।
रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीरें…
BMC कमिश्नर बोले- मलबे में अब और कोई नहीं, अच्छी तरह से चेकिंग हो गई है रेस्क्यू ऑपरेशन के चौथे दिन BMC कमिश्नर भूषण गगरानी होर्डिंग गिरने वाली साइट पर पहुंचे। निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि मलबे में अब और कोई नहीं, अच्छी तरह से चेकिंग हो गई है। मलबे को साफ करने का काम अब शुरू होगा। मुंबई में मौजूद अन्य अवैध होर्डिंग को हटाने का भी काम शुरू हो गया है। BMC होर्डिंग की स्थिरता और बुनियाद की जांच करती है, इसके बाद ही अप्रूवल दिया जाता है।
BMC कमिश्नर भूषण गगरानी ने कहा- हादसे के समय जो होर्डिंग गिरा था वह रेलवे की जमीन पर लगा हुआ था। होर्डिंग की स्थिरता को लेकर रेलवे के अधिकारियों को रिपोर्ट जारी करनी चाहिए।
होर्डिंग लगाने वाली कंपनी का मालिक पर पहले से 23 केस दर्ज
घाटकोपर में गिरने वाले होर्डिंग का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सबसे बड़े होर्डिंग के रूप में दर्ज किया गया था। इसे लगाने वाली एजेंसी ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के मालिक भावेश भिंडे के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। हादसे के बाद से वह फरार है।
भावेश इस साल जनवरी में एक रेप मामले में गिरफ्तार हुआ था। हालांकि, बाद में उसे बेल मिल गई। वह 2009 में निर्दलीय विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। चुनावी हलफनामे में उसने बताया था कि उसके खिलाफ 23 क्रिमिनल केस दर्ज हैं।
इनमें चेक बाउंस, होर्डिंग्स-बैनरों के लिए कई रेलवे और ग्रेटर मुंबई नगर निगम (BMC) के ठेके हासिल करने जैसे मामलों में मुंबई नगर निगम अधिनियम और नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत कई केस शामिल हैं। BMC ने पेड़ों में जहर डालने के मामले भी उसके खिलाफ केस दर्ज कराया था।
ईगो मीडिया से पहले भावेश गुजू एड्स नाम की एक कंपनी चलाता था। हालांकि, BMC ने कई केस दर्ज होने के बाद कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया था। इसके बाद भावेश ने होर्डिंग और बिलबोर्ड का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम से दूसरी कंपनी लॉन्च की थी।
पुलिस अफसर ने होर्डिंग लगाने की मंजूरी दी थी
रेलवे के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर (एडमिन) ने होर्डिंग हादसे पर बयान जारी कर बताया कि जिस पेट्रोल पंप पर होर्डिंग गिरा, वह भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) का है। यह पेट्रोल पंप रेलवे पुलिस की जमीन पर बना है। तत्कालीन GRP कमिश्नर कैसर खालिद ने दिसंबर 2021 में भावेश की कंपनी को 10 साल के लिए पेट्रोल पंप के पास होर्डिंग्स लगाने की मंजूरी दी थी।
म्यूनिसिपल कमिश्नर भूषण गगरानी ने बताया कि होर्डिंग लगाने के लिए BMC से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। होर्डिंग के आसपास के पेड़ों को जहर देकर सुखाने के मामले में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी।
भाजपा नेता का आरोप- 40 फीट की जगह 120 फीट का होर्डिंग लगवाया
भाजपा ने पूरे मामले पर महाराष्ट्र के पूर्व CM उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है। पूर्व सांसद और भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि उद्धव ठाकरे 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री बने। उनकी सरकार में होर्डिंग लगाने की अनुमति तब दी गई थी। भावेश भिंडे को 7 दिसंबर 2021 को होर्डिंग बनाने का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। उद्धव ठाकरे और सुनील राउत 16 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।
किरीट सोमैया ने कहा- आदित्य ठाकरे को लगता है कि उनके पिता उद्धव ठाकरे इस मामले में फंस सकते हैं। संजय राउत को लगता है कि उनके भाई सुनील राउत का नाम भी पुलिस जांच के दायरे में आ सकता है।
सोमैया ने आरोप लगाया कि होर्डिंग लगाने की इजाजत देने का काम BMC का है। फिर एक पुलिस अधिकारी ने इसकी मंजूरी कैसे दे दी। कागजों पर 40 फीट के होर्डिंग लगाने की बात कही गई थी। इसके उलट, 120 फीट ऊंचा होर्डिंग लगाया गया, जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हुआ।
भाजपा नेता के मुताबिक, मुंबई के विभिन्न हिस्सों में ऐसे 400 होर्डिंग हैं, जो लिमिट से ज्यादा बड़े और कमजोर नींव पर खड़े हैं। रेलवे ने अवैध होर्डिंग लगाने के मामले में कई शिकायतों के बाद 2017-18 में भावेश की एक अन्य कंपनी को ब्लैकलिस्ट भी किया था।