बजट, बजट, बजट… लो हो गया बजट पेश। लेकिन ये अंतरिम ही रहा। न टैक्स बदला, न बड़ी घोषणाएं। हालांकि सीतारमण 8 हफ्ते पहले ही बोल चुकी थीं कि साल चुनावी है, तो बजट अंतरिम ही रहेगा। यानी असली बजट जून-जुलाई में नई सरकार की वित्त मंत्री पेश करेंगी या करेगा। तब जो भी वित्त मंत्री बने।
खैर, आते हैं आज के मसले पर। वित्त मंत्री करीब 58 मिनट बोलीं। इस दौरान सबसे ज्यादा 42 बार टैक्स और इतनी ही बार पीएम शब्द दोहराए। पर डायरेक्ट या इंडायरेक्ट, किसी भी तरह के टैक्स में काेई बदलाव नहीं किया। हां पीएम से शुरू होने वाली योजनाएं खूब सारी गिनाई।