झारखंड में संवैधानिक संकट की स्थिति बनती हुई दिख रही है। राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण ने हेमंत सोरेन का इस्तीफा तो स्वीकार कर लिया है, लेकिन सरकार बनाने के दावे पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। न ही केयर टेकर सरकार संबंधी कोई बात कही है।
इसकी वजह हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री रहते बैठक में चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुनना है। इसी वजह से पेंच फंस रहा है।
चंपई सोरेन महागठबंधन के 43 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपकर राजभवन से सरकार बनाने के आमंत्रण का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में दैनिक भास्कर ने एक्सपर्ट की मदद से झारखंड की मौजूदा स्थिति को समझने की कोशिश की है।
1. क्या वर्तमान समय में झारखंड में कोई सरकार है ?
झारखंड के पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार कहते हैं कि संविधान में एग्जेक्टिली इस तरह की परिस्थिति का जिक्र नहीं किया गया है। राज्य