जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार (3 जून) को सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों का एनकाउंटर किया। ये मुठभेड़ पुलवामा जिले के निहामा एरिया में चल रही थी। आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर पहले फायरिंग की थी।
इस एनकाउंटर में साल 2015 से घाटी में एक्टिव टॉप कमांडर रियाज अहमद डार मारा गया है। वो घाटी में हुए कई आतंकी हमलों में शामिल था। सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों के शव बरामद कर लिए हैं। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक वी के बिरधी ने बताया कि एक और आतंकी की पहचान की जा रही है।
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस और सेना की एक जॉइंट टीम ने निहामा में घेराबंदी और सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। इसी दौरान छिपे हुए आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया था। इसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई थी।
मुठभेड़ में मारे गए टॉप कमांडर रियाज डार के परिवार को मुठभेड़ स्थल पर लाया गया था है, ताकि उनके कहने पर वह सरेंडर कर दे।
DGP बोले- घुसपैठ की फिराक में करीब 70 आतंकी
जम्मू-कश्मीर के DGP रश्मी रंजन स्वैन ने रविवार (2 जून) को बताया था कि लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पार लॉन्च पैड पर लगभग 60 से 70 आतंकी सक्रिय हैं, जो घुसपैठ की तैयारी कर रहे हैं।
न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू में DGP स्वैन ने बताया कि पांच या छह के ग्रुप में आतंकी किसी भी समय घुसपैठ कर सकते हैं। हालांकि, हमारे सुरक्षाकर्मी दुश्मन की साजिश को सफल होने नहीं देंगे।
7 मई को लश्कर कमांडर बासित डार सहित 2 आतंकी मारे गए थे
कश्मीर में एक महीने के भीतर आतंकियों के साथ मुठभेड़ की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 7 मई को कुलगाम में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया था।
इनमें एक आतंकी लश्कर का टॉप कमांडर बासित डार था। बासित पर 10 लाख रुपए का इनाम था। वह कश्मीर में कई लोगों की हत्या में शामिल था। मारे गए दूसरे आतंकी का नाम फहीम अहमद था। वह ओवर ग्राउंड वर्कर था, जो आतंकियों की मदद करता था।
एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने उस घर में ब्लास्ट किया, जहां आतंकी छिपे थे। इससे घर में आग लग गई। मारे गए दोनों आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि उन्हें रेडवानी पाईन इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया, जो मुठभेड़ में बदल गया। कुलगाम मुठभेड़ की पूरी खबर पढ़ें…