आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और दो IPS अफसरों समेत 5 लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (TDP) विधायक और पूर्व सांसद के रघुराम कृष्ण राजू ने पांच लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है।
के रघुराम कृष्ण राजू का आरोप है कि जगन रेड्डी ने IPS पीवी सुनील कुमार और IPS पीएसआर सीतारमंजनेयुलु के साथ मिलकर उनके खिलाफ आपराधिक साजिश रची। मामले में रिटायर्ड पुलिस अधिकारी आर विजय पॉल और गुंटूर सरकारी जनरल अस्पताल की पूर्व सुपरिटेंडेंट जी प्रभावत भी आरोपी हैं।
क्या है पूरा मामला
श्रीरघुराम कृष्ण राजू को 14 मई 2021 में COVID-19 महामारी के बीच गिरफ्तार किया गया था। उनका आरोप है कि पूर्व सरकार में सीबी-सीआईडी ने उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया था। इसके बाद गलत तरीके से गिरफ्तार कर लिया गया।
विधायक ने आरोप लगाया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री (जगन रेड्डी) की आलोचना करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। TDP विधायक के मुताबिक, गिरफ्तारी से कुछ हफ्ते पहले उनकी ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी। इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें अवैध रूप से खींचकर अपनी गाड़ी में बैठाया। फिर उसी रात जबरन गुंटूर ले गए।
सर्जरी के बाद पुलिस ने मुझे दवा नहीं दी गई – विधायक
श्रीरघुराम कृष्ण राजू ने कहा, ‘मुझे उचित प्रक्रिया के बिना गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के समय कोई मेडिकल टीम नहीं थी। मुझे रात 9:30 बजे (14 मई, 2021) से गुंटूर स्थित सीबी-सीआईडी ऑफिस में रखा गया था। ओपन हार्ट बाईपास सर्जरी होने के बावजूद मुझे दवा नहीं दी गई।’
TDP विधायक ने आरोप लगाया कि जब मजिस्ट्रेट ने उन्हें गुंटूर सरकारी जनरल अस्पताल भेजा, तो अस्पताल की तत्कालीन सुपरिटेंडेंट प्रभावती ने सुनील कुमार के साथ मिलकर झूठी मेडिकल रिपोर्ट तैयार की, जिसमें बताया कि उन्हें (श्रीरघुराम कृष्ण राजू) को कोई चोट नहीं आई है।
मुख्यमंत्री की आलोचना पर दी गई जान से मारने की धमकी
विधायक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की आलोचना करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई। पुलिस की बर्बरता की शिकायत पर सुप्रीम कोर्ट ने गुंटूर से सिकंदराबाद आर्मी अस्पताल ट्रांसफर कर दिया गया। इसके एक हफ्ते बाद उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई।
इस शिकायत पर सुनील कुमार ने सोशल मीडिया में कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज किए गए तीन पुराने मामले में नई FIR कैसे दर्ज की जा सकती है।
जगन सरकार में चंद्रबाबू नायडू को भी किया था गिरफ्तार
मौजूदा CM चंद्नबाबू नायडू को भी जगन की सरकार के दौरान गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 9 सितंबर 2023 को 2015 में मुख्यमंत्री रहते हुए स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के फंड का कथित तौर पर गलत इस्तेमाल करने का आरोप था। जिससे के कारण राज्य के खजाने को 371 करोड़ का नुकसान हुआ था। हालांक सिंतबर 2023 में वे जमानत पर जेल से बाहर आ गए।
चौथी बार सत्ता में लौटे चंद्रबाबू नायडू
हाल ही लोकसभा चुनाव के साथ हुए विधानसभा चुनावों में आंध्र प्रदेश में NDA गठबंधन ने बहुमत हासिल किया। इसके साथ ही चंद्रबाबू नायडू ने चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री के तौर कार्यभार संभाला।
इन चुनावों में नायडू की TDP को 135, पवन कल्याण की जनसेना को 21 और भाजपा को 8 सीटें, यानी कुल 164 सीटें मिलीं। जगन मोहन रेड्डी की YSRCP को केवल 11 सीटों मिलीं। कांग्रेस राज्य में अपना खाता भी नहीं खोल सकी।