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संसद में राहुल गांधी का 46 मिनट का भाषण:महाभारत के चक्रव्यूह की चर्चा, अडाणी-अंबानी पर हंगामा, निर्मला ने सिर पकड़ा… पढ़ें क्या-क्या हुआ

संसद में राहुल गांधी का 46 मिनट का भाषण:महाभारत के चक्रव्यूह की चर्चा, अडाणी-अंबानी पर हंगामा, निर्मला ने सिर पकड़ा… पढ़ें क्या-क्या हुआ

नई दिल्ली25 मिनट पहले
लोकसभा में बजट पर भाषण के दौरान राहुल गांधी ने हलवा सेरेमनी की फोटो दिखाई तो वित्त मंत्री ने सिर पकड़ लिया।

संसद सत्र के छठे दिन सोमवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के बजट की तुलना महाभारत के चक्रव्यूह से की। राहुल ने कहा- हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर 6 लोगों ने मारा था। चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- पद्मव्यूह, जो कमल के फूल के शेप में होता है। इसके अंदर डर और हिंसा होती है।

21वीं सदी में एक नया ‘चक्रव्यूह’ रचा गया है- वो भी कमल के फूल के रूप में तैयार हुआ है। इसका चिह्न प्रधानमंत्री अपने सीने पर लगाकर चलते हैं। अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वह भारत के साथ किया जा रहा है। आज भी चक्रव्यूह के बीच में 6 लोग हैं। ये 6 लोग- नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजित डोभाल, अडाणी और अंबानी हैं।

इस पर सत्तापक्ष के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने राहुल को टोकते हुए कहा- आपके सदस्यों ने भी कई बार कहा है कि जो सदन का सदस्य नहीं है, उसका नाम नहीं जाना चाहिए। इस पर राहुल ने कहा कि आप कहते हैं तो एनएसए, अंबानी और अडाणी जी का नाम निकाल देता हूं और सिर्फ 3 नाम लूंगा।

46 मिनट के भाषण में राहुल ने 4 बार अडाणी-अंबानी का नाम लिया। दो बार मुंह पर उंगली रखी। राहुल ने हलवा सेरेमनी का पोस्टर लहराया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिर पकड़ लिया। स्पीकर ने राहुल को 4 बार टोका।

राहुल ने लोकसभा में अंबानी-अडाणी का नाम लिया तो स्पीकर ने यह कहकर टोका कि जो लोग सदन के सदस्य नहीं है, उनका नाम न लें। इसके बाद फिर जब राहुल अंबानी-अडाणी बोले तो मुंह पर हाथ रख लिया।

राहुल के भाषण के 5 मुख्य पॉइंट्स…

1. किसान MSP पर लीगल गारंटी मांग रहे, आप 3 काले कानून लाए
आपने किसानों के लिए क्या किया, तीन काले कानून। किसान आपसे एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग कर रहे हैं। आपने उनको बॉर्डर पर रोक रखा है। किसान मुझसे मिलने यहां आना चाहते थे। आपने उनको यहां आने नहीं दिया। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोकते हुए कहा कि सदन में गलत ना बोलें। राहुल ने कहा कि जब मैं वहां गया तब उन्हें आने दिया गया।

2. मिडिल क्लास आपको छोड़कर हमारे पास आ रहा
मिडिल क्लास बजट से पहले प्रधानमंत्री को सपोर्ट करता था। कोविड के समय जब थाली बजाने को कहा तब मिडिल क्लास ने दबाकर थाली बजाई, आपने कहा कि मोबाइल फोन की लाइट जलाओ तो मिडिल क्लास ने जलाई, लेकिन आपने मिडिल क्लास के पीठ में और छाती में छुरी मारी। अब मिडिल क्लास आपको छोड़ने जा रहा है और इधर आने जा रहा है।

3. दो लोगों के पास हिंदुस्तान के धन की मोनोपॉली
ये जो दो लोग (अंबानी-अडाणी) हैं, ये हिंदुस्तान के इंफ्रास्ट्रक्चर को और बिजनेस को कंट्रोल करते हैं। इनके पास एयरपोर्ट्स हैं, टेलीकॉम हैं, अब रेलवे में जा रहे हैं। इनके पास हिंदुस्तान के धन की मोनोपॉली है। अगर आप कहो कि इनके बारे में नहीं बोल सकते तो ये हमें स्वीकार नहीं है। हमें तो बोलना है।

4. बजट बनाने वाले अफसरों में आदिवासी-दलित अफसर नहीं
देश में तकरीबन 73 फीसदी दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग हैं। ये मुख्य शक्ति हैं, लेकिन इनको कहीं भी जगह नहीं मिलती। राहुल ने एक फोटो दिखाते हुए कहा कि इसमें बजट का हलवा बंट रहा है। इसमें एक भी आदिवासी, दलित या पिछड़ा अफसर नहीं दिख रहा है। 20 अफसरों ने बजट तैयार किया। हिंदुस्तान का हलवा 20 लोगों ने बांटने का काम किया है। आपने एक माइनॉरिटी और एक ओबीसी को रखा, बाकी को तो फोटो में आने ही नहीं दिया।

राहुल ने कहा कि 20 अफसरों ने मिलकर हिंदुस्तान का बजट बनाया है, जिसमें सिर्फ एक माइनॉरिटी और एक OBC अफसर है। बजट का हलवा बंट रहा है, लेकिन इसमें देश के 73% लोग हैं ही नहीं। राहुल के फोटो दिखाने पर स्पीकर बिरला बोले कि आप नेता प्रतिपक्ष हैं, आपको मर्यादा रखनी चाहिए।

5. जाति जनगणना से देश बदल जाएगा
चाहता था कि जाति जनगणना की बात उठे। 95% जनता जानना चाहती है कि हमारी भागीदारी कितनी है। बांटता कौन है, वही दो-तीन परसेंट लोग और बंटता किनमें हैं, वही दो-तीन परसेंट लोग। जाति जनगणना से देश बदल जाएगा। वित्त मंत्री मुस्कुरा रही हैं। ये हंसने की बात नहीं है।

आपने जो ये चक्रव्यूह बना रखा है, उसे हम तोड़ने जा रहे हैं और वह है जाति जनगणना जिससे आपलोग डरते हो, कांपते हो। हम इस हाउस में जाति जनगणना पास करेंगे।

बढ़ई ने बताया- अपनी बनाई टेबल को शोरूम में देखने नहीं जा सकता
राहुल गांधी ने कहा कि कुछ महीने पहले मैंने छह-सात बढ़इयों के साथ काम किया। एक विश्वकर्मा जी से पूछा कि आप यहां वर्षों से बढ़ई का काम कर रहे हो, आपको किस बात से तकलीफ होती है। उन्होंने कहा कि राहुलजी मुझे दुख इस बात का होता है कि मैं ये टेबल बना रहा हूं, लेकिन जिस शो-रूम में ये टेबल रखी जाती है, मैं उसमें अंदर जा ही नहीं सकता। एक मोची ने मुझे बताया कि मेरा सम्मान सिर्फ मेरे पिता ने किया था और किसी ने नहीं किया।

राजनाथ बोले- अग्निवीर पर सदन में जवाब देने को तैयार
राहुल के भाषण के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बजट को लेकर जो भ्रांतियां पैदा की गई हैं, उनका जवाब वित्त मंत्रीजी देंगी, लेकिन सीमा की सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील विषय को लेकर, अग्निवीरों को लेकर जिस तरह की बात सदन में कही गई, उसे लेकर कभी भी सदन के समक्ष स्टेटमेंट देने को तैयार हूं।

इस पर राहुल ने कहा कि रक्षा मंत्री ने कहा था कि अग्निवीर के परिवार को कम्पंशेसन दिया गया। वो पूरी तरह गलत था। अग्निवीर के परिवार को इंश्योरेंस दिया गया था, कम्पंशेसन नहीं। ये सच्चाई है।

राहुल गांधी का पूरा भाषण पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…

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