केशव बोले- सरकार नहीं, पार्टी चुनाव जीतती है:योगी के आने से 2 मिनट पहले बैठक से निकले दोनों डिप्टी सीएम; सुबह साथ दिखे
यूपी में सरकार और संगठन के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर भाजपा की ओबीसी कार्यसमिति की बैठक में पुरानी बात दोहराई। उन्होंने कहा- सरकार के बल पर चुनाव नहीं जीता जाता, पार्टी ही चुनाव लड़ती है और जीतती है।
दरअसल, पिछड़ा वर्ग को साधने के लिए भाजपा ने सोमवार को ओबीसी कार्यसमिति की बैठक की। इसमें सीएम योगी के अलावा दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक भी पहुंचे। लेकिन, योगी के आने से सिर्फ 2 मिनट पहले ही दोनों डिप्टी सीएम बैठक से निकल गए।
हालांकि, लखनऊ में आज से शुरू हुए मानसून सत्र से पहले सीएम योगी ने विधायक दल की बैठक बुलाई। इसमें दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे।
इसके अलावा सीएम योगी ने जब विधानसभा के बाहर मीडिया को संबोधित किया, तब ही दोनों डिप्टी सीएम उनके साथ रहे। ये इसलिए काफी अहम है, क्योंकि पिछले कुछ समय से दोनों डिप्टी सीएम, योगी आदित्यनाथ से दूरी बनाते दिख रहे थे। लेकिन इसके कुछ देर बाद ही भाजपा की ओबीसी कार्यसमिति की बैठक में फिर सीएम और दोनों डिप्टी सीएम के बीच की दूरी सामने आ गई।
अब देखिए सुबह की दो तस्वीरें, जिसमें दोनों डिप्टी सीएम योगी के साथ दिखे
बात करते हैं भाजपा OBC मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की
भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक लखनऊ में हुई। इसमें सीएम योगी, भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत कैबिनेट मंत्रियों ने हिस्सा लिया। बैठक में सबसे आखिर में सीएम योगी पहुंचे। लेकिन, उनके आने से सिर्फ 2 मिनट पहले दोनों डिप्टी सीएम बैठक से निकल गए। इससे पहले बैठक में जैसे ही केशव मौर्य बैठक में पहुंचे नारेबाजी होने लगी।
केशव ने अपने संबोधन में कहा- सरकार के बल पर चुनाव नहीं जीता जाता, पार्टी ही जीतती है। वहीं, सीएम योगी ने कहा- ओबीसी समाज में हनुमानजी की ताकत है। अपनी ताकत को जगाएंगे तो याद रखिएगा, रावण की लंका को दहन करने में देर नहीं लगेगी।
योगी बोले- पिछली सरकारों ने कांवड़ यात्रा रोकने का काम किया
बैठक में सीएम योगी ने कहा- इस समय पश्चिमी यूपी में कांवड़ यात्रा चल रही है। यह केवल कांवड़ यात्रा नहीं है, शिव भक्तों का मंगल कार्य भर नहीं है। इसके साथ रोजगार भी जुड़ा है। हस्तशिल्पियों से लेकर गांव के दुकानदारों तक का रोजगार चल रहा है। लेकिन, पिछली सरकारों ने कांवड़ यात्रा रोकने का काम किया।
वन जिला वन प्रोडक्ट की योजना आज आपके सामने है। कांग्रेस ने देश और प्रदेश में 60 साल तक शासन किया। समाजवादी पार्टी की चार बार प्रदेश में सरकार रही, लेकिन उन्होंने क्या किया? सपा सरकार का 2015 और 16 का समय याद करिए, जब यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन का परिणाम आता है। 86 एसडीएम की भर्ती होती है। इसमें से 56 एक जाति विशेष की भर्ती हो जाती है। पिछले 7 साल में हमने 6.50 लाख सरकारी भर्ती की। इसमें 60% ओबीसी समाज की भर्ती की।
केशव बोले- समाज और सरकार रथ के दो पहिए हैं
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा- संगठन और सरकार दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। एक रथ हो और उसमें एक पहिया हो, तो क्या वह चल सकता है? लेकिन रथ में अगर संगठन और सरकार दोनों के पहिए लगे हों, तो आराम से चल जाएगा।
उन्होंने दावा किया कि सपा में अभी और भगदड़ मचने वाली है। केशव ने कार्यकर्ताओं से कहा- मीडिया में बहुत फेंकू लोग भी हैं। क्या मीडिया में चल रहा है, क्या सोशल मीडिया पर चल रहा है इस पर ज्यादा ध्यान न दें। लेकिन सतर्क रहें और जवाब दें।
उन्होंने कहा- 2027 की जोरदार तैयारी शुरू कर दीजिए। अगर मैं सपा का नाम नहीं लूंगा, तो मुझे लगता है कि मेरी कार्यसमिति में कुछ अधूरा पड़ जाएगा। समाजवादी पार्टी को मैं समाप्तवादी पार्टी कहता हूं। कांग्रेस का मोहरा बन चुके सपा बहादुर अखिलेश यादव ने पिछड़ों को दलितों को पहले धोखा देकर के अपने पतन की शुरुआत कर ली है।
उन्होंने कहा- उत्तर प्रदेश के माफियाओं और भ्रष्टाचारियों का अगर कोई सरगना है, तो वह अखिलेश यादव एंड कंपनी है। अगर सपा का अपराधियों से रिश्ता खत्म हो गया तो सपा अपने आप खत्म हो जाएगी। हमें-आपको मेहनत ही नहीं करनी पड़ेगी। मोदीजी को हिंदुस्तान कमजोर नहीं देखना चाहता। देश का पिछड़ा और आदिवासी वर्ग तो किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं देखना चाहता। इस बार हम लोग चूक गए, लेकिन अब कभी नहीं चूकेंगे।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा- सपा सरकार में DIG को सिपाही समझते थे
सबसे पहले बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा- सपा सरकार में मुसलमान को हर तरह की छूट थी। अगर वह यादव को भी पीट दे, तो कोई बात नहीं। सपा सरकार में DIG को सिपाही समझते थे। हमारी सरकार में सिपाही को DIG समझा जाता है।
वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा- हम लोग एक विचारधारा और संकल्प को लेकर आम जनता के बीच हैं। गरीब कल्याण, लोक कल्याण और देश की सुरक्षा-अखंडता का संकल्प लेकर चल रहे हैं।
भूपेंद्र चौधरी ने कहा- देश की परंपरा, आस्था और विरासत किस प्रकार से आजादी के बाद तत्कालीन सरकारों ने खंडित की, हम उन विषयों को लेकर लगातार जनता के बीच हैं। पहले चुनाव इसलिए लड़ते थे कि हम अपनी बात, अपनी विचारधारा को जनता के बीच रखेंगे। अब परंपरा, विरासत और अपनी संस्कृति को लेकर हम लोग लगातार जनता के बीच में हैं। हमारा कमिटमेंट लगातार जनता के बीच है।
भूपेंद्र चौधरी ने कहा- 2014, 2019 और अब 2024 में तीसरी बार भाजपा के नेतृत्व में बहुमत की सरकार बनाने का अवसर मिला। 60 साल बाद कोई ऐसी पार्टी है, जिसे तीसरी बार सरकार बनाने का मौका मिला।
बिना भेदभाव काम किया
भूपेंद्र चौधरी ने कहा- लोगों ने कहा, भाजपा आएगी तो संविधान बदल देगी। लेकिन आज उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में पार्टी के सबसे ज्यादा सांसद पिछड़े वर्ग से हैं। देश के प्रधानमंत्री पिछड़े वर्ग से हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्री आदिवासी समाज और पिछड़े वर्ग से आते हैं।
उन्होंने कहा- सरकार का काम जनता के बीच है। हम लोग लगातार अपने कार्यक्रम, अपने अभियानों से जनता के बीच रहे। हमारी सरकार ने बिना किसी भेदभाव के सभी वर्ग को लाभ पहुंचाने का काम किया। पहले रामनवमी के जुलूस पर पत्थरबाजी होती थी। कांवड़ियों पर पत्थरबाजी की जाती थी, लेकिन आज फूल बरसाए जाते हैं।
ब्रजेश पाठक बोले- आज प्रदेश में कोई गुंडा-माफिया सक्रिय नहीं
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- समाजवादी पार्टी की सरकार में वन जिला वन माफिया हुआ करते थे। आज हम कह सकते हैं कि प्रदेश में कोई भी गुंडा माफिया सक्रिय नहीं है। केंद्र सरकार ने 27 ओबीसी सांसदों को मंत्री बनाने का काम किया। यूपी की कैबिनेट में 23 विधायकों को मंत्री बनाया गया है।
स्पीच के बीच सोते रहे कार्यकर्ता
भाजपा OBC मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में दिलचस्प नजारा दिखा। एक तरफ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश कर रहे थे, वहीं एक कार्यकर्ता सोता नजर आया।
उप-चुनाव में पिछड़ों को साधने की कोशिश
दरअसल, विधानसभा की 10 सीटों के उप-चुनाव से पहले भाजपा ने OBC को साधने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई।
पार्टी लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान के बाद अब नए सिरे से अपना वोट बैंक संभालने में जुट गई है। ऐसे में उप-चुनाव से पहले पिछड़ों को जोड़ने का जिम्मा भाजपा OBC मोर्चा को सौंपा गया है।
यूपी में भाजपा ने जीती हैं 33 लोकसभा सीटें
यूपी की राजनीति में हर पार्टी पिछड़ा वर्ग को साधने की कोशिश करती है। इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यूपी में 33 सीटें जीतीं, जबकि 2019 में 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। 2014 में भाजपा ने यूपी में 71 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार कम सीटें आने के बाद कहा गया कि नाराज पिछड़ा वर्ग ने भाजपा से दूरी बना ली है। यूपी में पिछड़ा वर्ग (OBC) की आबादी कुल जनसंख्या का करीब 50% है।