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राज्यपाल कांफ्रेंस में राष्ट्रपति, पीएम हुए शामिल:राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा-शपथ के अनुरूप काम करके बताएं राज्यपाल, पीएम मोदी बोले, सेतु के रूप में काम करें गवर्नर

राज्यपाल कांफ्रेंस में राष्ट्रपति, पीएम हुए शामिल:राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा-शपथ के अनुरूप काम करके बताएं राज्यपाल, पीएम मोदी बोले, सेतु के रूप में काम करें गवर्नर

भोपाल10 घंटे पहले
दिल्ली में राज्यपालों के सम्मेलन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपालों को संबोधित किया।

दिल्ली में आज से शुरू हुई दो दिनी राज्यपाल कांफ्रेंस में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि इस सम्मेलन का विचार-विमर्श प्रतिभागियों के लिए एक समृद्ध अनुभव होगा और उन्हें अपने कामकाज में मदद मिलेगी। राष्ट्रपति ने कहा कि यदि युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक और रचनात्मक कार्यों में लगाया जाए तो युवा विकास और युवा-नेतृत्व विकास को और गति मिलेगी। मेरा भारत अभियान इस उद्देश्य के लिए एक सुविचारित प्रणाली प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि राज्यपालों को इस अभियान से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि अधिक से अधिक युवा लाभान्वित हो सकें। राष्ट्रपति मुर्मू ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, गरीबों और वंचित वर्गों के विकास, युवा विकास, जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक खेती सहित विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि इस सम्मेलन के एजेंडे में सावधानीपूर्वक चुने गए विषय शामिल हैं जो हमारे राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राज्यपालों की शपथ का उल्लेख किया और उनसे पिछले दशक के दौरान हुए सामाजिक कल्याण योजनाओं तथा अभूतपूर्व विकास के बारे में लोगों को जागरुक करने की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वहन करने का आग्रह किया।

केंद्रीय एजेंसियों और राज्यों में हो बेहतर समन्वय

राष्ट्रपति ने कहा कि आपराधिक न्याय से संबंधित तीन नए कानूनों के लागू होने से देश में न्याय व्यवस्था का एक नया युग शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारी सोच में बदलाव इन कानूनों के नामों भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम से स्पष्ट है। राष्ट्रपति ने कहा कि लोकतंत्र के सुचारू संचालन के लिए यह जरूरी है कि विभिन्न केंद्रीय एजेंसियां ​​सभी राज्यों में बेहतर समन्वय के साथ काम करें। उन्होंने राज्यपालों को सलाह दी कि वे इस बारे में सोचें कि वे संबंधित राज्यों के संवैधानिक प्रमुख के रूप में इस समन्वय को कैसे बढ़ावा दे सकते हैं?

शपथ के अनुरूप काम करके दिखाएं राज्यपाल

राष्ट्रपति ने राज्यपालों से राज्य विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के रूप में अपनी क्षमता में इस सुधार प्रक्रिया में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने राज्यपालों से इन क्षेत्रों के लोगों के समावेशी विकास को प्राप्त करने के तरीके सुझाने का आग्रह किया। उन्होंने राज्यपालों से एकता की भावना को और मजबूत करने में योगदान देने का आग्रह किया। राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि सभी राज्यपाल अपनी शपथ के अनुरूप जनता की सेवा और कल्याण में योगदान देते रहेंगे।

केंद्र और राज्यों के बीच प्रभावी सेतु की भूमिका निभाएं राज्यपाल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यपालों से आग्रह किया कि वे केंद्र और राज्य के बीच एक प्रभावी सेतु की भूमिका निभाएं तथा लोगों और सामाजिक संगठनों के साथ इस तरह से संवाद करें कि वंचित लोगों को शामिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का पद एक महत्वपूर्ण संस्था है जो संविधान के ढांचे के भीतर राज्य के लोगों के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में राज्यपालों से कहा कि यह चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। राज्यपाल कैसे विकास को बढ़ावा दे सकते हैं और समाज की सेवा कर सकते हैं, इस मंच से यह तय होगा।

शाह ने बताई बैठक की रूपरेखा, गांवों का दौरा करने कहा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो दिवसीय सम्मेलन में होने वाली चर्चाओं की रूपरेखा बताई तथा राज्यपालों से लोगों में विश्वास पैदा करने और विकास कार्यों को गति देने के लिए जीवंत गांवों और आकांक्षी जिलों का दौरा करने का आग्रह किया।

केंद्र व राज्य संबंधों को मजबूती देने पर होगी चर्चा

सम्मेलन में ऐसे कई विषयों पर चर्चा की जाएगी, जो न केवल केंद्र-राज्य संबंधों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि जन-साधारण के लिए कल्याणकारी योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। सम्मेलन में अलग-अलग सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें राज्यपालों के उप-समूह प्रत्येक एजेंडा आइटम पर विचार-विमर्श करेंगे। राज्यपालों के अलावा, ऐसे सत्रों में केंद्रीय मंत्री और संबंधित मंत्रालयों के अधिकारी भी शामिल होंगे। उप-समूहों की टिप्पणियों और सुझावों को 3 अगस्त समापन सत्र के दौरान राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। कांफ्रेंस को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी संबोधित किया।

एमपी के राज्यपाल पहुंचे हैं कांफ्रेंस में

एमपी के राज्यपाल मंगुभाई पटेल देश भर के राज्यपालों की कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। वे आज की बैठक में शामिल हुए और कल दिल्ली में होने वाली बैठक में शामिल होंगे। गवर्नर पटेल गुरुवार को कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच गए थे और रात में ही उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात भी की है।

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