मध्यप्रदेश में शनिवार को भी बारिश का दौर जारी है। भोपाल में सुबह से रिमझिम पानी गिर रहा है। सुखी सेवनिया के नाले में 14 साल का लड़का बह गया। नरसिंहपुर के गाडरवारा में गुरुवार देर रात तेज बारिश से कच्चा मकान ढह गया। परिवार के 8 लोग मलबे में दब गए। दो की मौत हो गई, जबकि तीन बच्चों समेत पांच लोग घायल हैं। वहीं, एक बच्चा पूरी तरह सुरक्षित है। इंदौर में सुबह से बूंदाबांदी हो रही है।
विदिशा और अशोकनगर को जोड़ने वाले बाह्य नदी के पुल पर दो फीट ऊपर से पानी बह रहा है। रायसेन में प्राकृतिक झरने फूट पड़े हैं। आज शनिवार को 12 जिले- सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी, अनूपपुर, श्योपुर और शिवपुरी में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट है। वहीं, भोपाल, जबलपुर समेत 23 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।
एमपी में इसलिए स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना
आईएमडी भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि झारखंड और पश्चिम बंगाल के आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन लो प्रेशर एरिया बन गया है। मानसून ट्रफ इस लो प्रेशर एरिया के केंद्र से होते हुए सीधी, ग्वालियर यानी मध्यप्रदेश के उत्तरी हिस्से से गुजर रहा है। एक अन्य ट्रफ पूर्व-पश्चिम से होकर इन्हीं क्षेत्रों में एक्टिव है। दक्षिण-पश्चिमी हवाओं की बात करें तो इससे बराबर नमी आ रही है, जो प्रदेश को प्रभावित कर रही है।
इस वजह से गुरुवार देर रात से ही तेज बारिश जारी है, जो अगले 2 दिन तक होती रहेगी। इसके लिए मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी किया है। शनिवार को सिस्टम आगे बढ़ेगा। इससे दक्षिण और मध्य हिस्से को प्रभावित करेगा। इसलिए कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट है। लगभग पूरा प्रदेश तरबतर होगा। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने और बाढ़ आने की आशंका भी है।