Headlines

IAS कोचिंग हादसे के बाद फायर डिपार्टमेंट का सर्वे:दिल्ली के 461 कोचिंग सेंटर सुरक्षा ऑडिट में फेल; इनमें आग से निपटने के इंतजाम नहीं, नोटिस भेजा गया

दिल्ली फायर डिपार्टमेंट ने ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राउज आईएएस स्टडी सर्किल कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश के दौरान पानी भरने से 3 छात्रों के मौत के बाद सर्वे किया गया है। इसमें दिल्ली के कुछ कोचिंग सेंटरों को छोड़कर ज्यादातर में सुरक्षा मानकों की कमी पाई गई है।

दिल्ली फायर सर्विस डिपार्टमेंट को ज्यादातर कोचिंग सेंटरों में आग से निपटने के पुख्ता इंतजाम नहीं मिले हैं। ऐसे में करोल बाग और मुखर्जी नगर के 461 कोचिंग सेंटर सुरक्षा ऑडिट में फेल हो गए हैं। इनमें छोटे-बड़े सभी तरह के कोचिंग सेंटर शामिल हैं। फायर डिपार्टमेंट ने इन 461 कोचिंग सेंटरों को नोटिस भेजा है।

27 जुलाई को ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राउ IAS कोचिंग के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में पानी भरने से 3 स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही दिल्ली के कोचिंगों की जांच कराने की मांग उठी थी। फायर डिपार्टमेंट के अलावा कोर्ट के आदेश पर विभिन्न एजेंसियों ने कार्रवाई करते हुए कोचिंग सेंटरों का सर्वे किया और नोटिस जारी कर भवन नियमों का पालन करने को लेकर निर्देश भी जारी किए।

राउ IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी थी, वहां पानी तेजी से भर रहा था। डूबने के कारण 3 स्टूडेंट की मौत हुई थी।

अगले महीने तक पूरे दिल्ली में सर्वे पूरा होगा
करोल बाग और मुखर्जी नगर के अलावा दिल्ली के अन्य इलाकों में चलने वाले कोचिंग सेंटरों में भी सर्वे हो रहा है, जो अगले महीने तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद जिन-जिन कोचिंग सेंटर में नियमों के मुताबिक उपाय नहीं किए गए हैं, उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा।

फायर डिपार्टमेंट की रिपोर्ट के अनुसार, विभागीय स्तर पर किए गए सर्वे में पाया गया है कि ये कोचिंग सेंटर दिल्ली फायर सर्विस एक्ट और उसके नियमों के अनुसार नहीं चले रहे थे। जून 2023 में मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से 61 छात्र घायल हो गए थे। अब IAS कोचिंग हादसे के बाद से नियमों की अनदेखी करने वाले तमाम कोचिंग सेंटरों पर एक्शन की मांग उठने लगी है।

6 पॉइंट में राजिंदर नगर हादसे की वजह

  1. 27 जुलाई की रात को बिल्डिंग में पावर कट के कारण बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी का बायोमेट्रिक गेट जाम हो गया। स्टूडेंट अंधेरे में लाइब्रेरी के अंदर फंस गए।
  2. गेट बंद होने के कारण पानी शुरुआत में बेसमेंट में नहीं घुसा था, लेकिन कुछ मिनट बाद ही पानी का प्रेशर तेज हुआ और गेट टूट गया।
  3. चश्मदीद ने बताया कि गेट टूटने के बाद पानी तेजी से बेसमेंट में भरने लगा। बहाव इतना तेज था कि सीढ़ियां चढ़ना मुश्किल हो रहा था।
  4. कुछ सेकेंड में ही घुटनों तक पानी भर गया। ऐसे में स्टूडेंट बेंच पर खड़े हो गए। महज 2-3 मिनट में ही पूरे बेसमेंट में 10-12 फीट पानी भर गया।
  5. स्टूडेंट को बचाने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, लेकिन पानी गंदा था, इसलिए रस्सी दिखाई नहीं दी। पानी में बेंच भी तैर रही थीं। इसलिए रेस्क्यू में दिक्कतें हुईं।
  6. देर रात 3 छात्रों के शव मिले। 14 को रस्सियों के सहारे निकाला गया। ​​​​​​रेस्क्यू जब आखिरी चरण में था, तब भी 7 फीट तक पानी अंदर भरा हुआ था।

पुलिस ने कोचिंग के सामने से कार चलाने वाले को गिरफ्तार किया, बाद में जमानत मिली

यह 27 जुलाई की फुटेज है। जब मनुज कथूरिया थार से कोचिंग के सामने से निकले थे।

पुलिस ने घटना वाले दिन कोचिंग के बाहर SUV लेकर निकलने वाले मनुज कथूरिया को अरेस्ट किया था। आरोप था कि गाड़ी निकलने से पानी का प्रेशर बढ़ा और कोचिंग के अंदर पानी घुसा। हालांकि, कार चला रहे मनुज को एक अगस्त को जमानत मिल गई थी। हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से पूछा कि आप सड़क पर जा रहे किसी व्यक्ति को कैसे अरेस्ट कर सकते हैं? आपको माफी मांगनी चाहिए।

पुलिस का सम्मान तब होता है, जब आप अपराधी को गिरफ्तार करें, निर्दोष को नहीं। अगर आप किसी निर्दोष (मनुज कथूरिया) को गिरफ्तार करते हैं और दोषी को छोड़ देते हैं तो यह दुख की बात है। अच्छा हुआ, आपने पानी का चालान नहीं काटा। कोर्ट की फटकार के बाद दिल्ली पुलिस ने माफी मांगी।

होईकोर्ट ने CBI जांच के आदेश दिए
दिल्ली हाईकोर्ट ने 2 अगस्त को IAS कोचिंग हादसे की जांच CBI को सौंप दी गई। जांच की निगरानी सेंट्रल विजिलेंस कमेटी के अधिकारी करेंगे। कोर्ट ने कहा, ‘लोगों को जांच पर शक न हो, साथ ही सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार में शामिल होने से जांच प्रभावित न हो, इसलिए यह फैसला लिया गया है।’ पूरी खबर पढ़ें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Budget 2024