बंगाल गवर्नर बोले- मेरे सामने तीन ममता बनर्जी हैं:एक ममता मेरी दोस्त हैं, दूसरी CM जिनसे प्रोफेशनल रिश्ते, तीसरी पॉलिटिशियन जो मुझे पसंद नहीं
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने रविवार को कहा कि वे CM ममता बनर्जी का व्यक्तिगत तौर पर सम्मान करते हैं, लेकिन पॉलिटिशियन के रूप में ममता उन्हें पसंद नहीं हैं। ममता के साथ उनके प्रोफेशनल संबंध हैं।
न्यूज एजेंसी PTI को रविवार को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने ममता बनर्जी से रिश्ते और यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद किए मानहानि के मामले पर चर्चा की।
गवर्नर ने कहा कि मेरे सामने तीन ममता बनर्जी हैं। एक ममता बनर्जी है, जिनके साथ मेरे अच्छे संबंध हैं, जो मेरी दोस्त भी हैं। दूसरी CM ममता बनर्जी हैं, जिनके साथ मेरे प्रोफेशनल रिलेशन्स हैं। तीसरा पॉलिटिशियन ममता हैं, जिन्हें मैं पसंद नहीं करता। यही तो रिश्ते में जटिलता है। वरना ममता तो मेरी दोस्ती हैं।
गवर्नर बोस यही नहीं रुके। उन्होंने ममता से रिश्तों को लेकर कहा- चुनावों के दौरान ममता बनर्जी ने मुद्दों को मिला दिया। मुख्यमंत्री ममता पॉलिटिशियन ममता से मिल गईं। उन्होंने कुछ बयान दिए। ऐसे में मैं भी राज्यपाल नहीं, बल्कि एक इंसान बन गया। मैंने उन पर मानहानि का मुकदमा किया।
बिल रोकने के आरोप पर बोले- 6 बिल राष्ट्रपति के लिए रिजर्व
गवर्नर बोस ने बंगाल विधानसभा से पास हुए बिल को रोकने के आरोपों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा- 8 बिलों को रोकने का मामला था। इनमें से 6 बिल राष्ट्रपति मुर्मू के लिए रिजर्व हैं। एक बिल पर बंगाल सरकार के अधिकारियों से चर्चा के लिए रोका गया है। इस पर जैसे अधिकारियों का स्पष्टीकरण आएगा वैसे ही सभी बिल या तो क्लीयर कर दिए जाएंगे, या तो एक्शन लिया जाएगा। एक अन्य बिल विचाराधीन भी है।
गवर्नर बोले- बंगाल में फाइनेंशियल मैनेजमेंट बहुत धीमा
इसके अलावा राज्य की इकोनॉमी पर उन्होंने कहा- बंगाल में फाइनेंशियल मैनेजमेंट बहुत धीमा, बहुत खराब और असंतुलित है। मेरा मानना है कि यहां की इकॉनमी में गिरावट देखी जा सकती है। यहां मंदी का दौर है। हालांकि, मैंने सरकार से इकॉनमी पर वाइट पेपर मांगा है। इसमें सरकार अलग-अलग फील्ड की स्थिति का आंकलन करके देगी।
राज्य में संविधान को कायम रखना और लोगों की भलाई सुनिश्चित करना मेरा संवैधानिक कर्तव्य है। अगर उनके आंकलन वाले वाइट पेपर में यह सब नहीं होगा तो एक्शन लेना होगा। एक्शन क्या लेना है, यह भी संविधान में साफ-साफ बताया गया है। हालांकि, अभी मैंने एक्शन लेने का मन नहीं बनाया है। वाइट पेपर आने देते हैं। मैं इंतजार करने के लिए तैयार हूं, क्योंकि मेरा इरादा सुधार करना है, किसी पर आरोप लगाना नहीं।
ममता ने कहा था- महिलाएं राजभवन जाने से डरती हैं, गवर्नर ने मानहानि केस किया था
राज्यपाल-सीएम में लंबे समय से खींचतान चल रही है। मई 2024 में गवर्नर आनंद बोस पर यौन शोषण के आरोप लगे। इसे लेकर ही जून में मुख्यमंत्री ममता ने कहा था कि महिलाओं ने उनसे शिकायत की है कि वे राजभवन की गतिविधियों की वजह से वहां जाने से डरती हैं।
गवर्नर बोस के खिलाफ यौन उत्पीड़न के दो केस
पहला केस: राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर राजभवन की महिला कर्मी ने 2 मई को यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। उसने मामले को लेकर हरे स्ट्रीट थाने में लिखित शिकायत दी। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, महिला का आरोप है कि वो 24 मार्च को स्थायी नौकरी का निवेदन लेकर राज्यपाल के पास गई थी। तब राज्यपाल ने बदसलूकी की। गुरुवार को फिर यही हुआ तो वह राजभवन के बाहर तैनात पुलिस अधिकारी के पास शिकायत लेकर गई।
दूसरा केस: राज्यपाल बोस के खिलाफ सेक्शुअल हैरेसमेंट का एक और केस सामने आया है। उन पर एक ओडिसी क्लासिकल डांसर ने दिल्ली के एक 5 स्टार होटल में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। शिकायत अक्टूबर 2023 में दर्ज कराई गई थी।न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, बंगाल पुलिस ने पिछले हफ्ते राज्य सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपी है। 14 मई को मामला सामने आया है। ओडिसी डांसर ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह विदेश यात्रा से जुड़ी दिक्कतों को लेकर राज्यपाल से मदद मांगने गई थी।
जांच रिपोर्ट में क्या
जांच रिपोर्ट में दावा किया गया है कि CCTV फुटेज में राज्यपाल के होटल में एंट्री और एग्जिट का समय और महिला ने अपनी शिकायत में जो समय बताया है, वह एक है।
हालांकि ओडिसी डांसर ने यह नहीं बताया कि उसने 10 महीने बीतने के बाद अक्टूबर में शिकायत क्यों दर्ज कराई। पूरे मामले पर सीवी बोस या राजभवन की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
राज्यपाल बोले- मुझे बदनाम करने की साजिश
राज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महिला के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा, ‘ये मुझे बदनाम करने की साजिश है। मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं। सत्य की जीत होगी। उन्होंने आगे कहा कि मैं बनावटी नरेटिव से डरने वाला नहीं। कोई मुझे बदनाम करके चुनावी फायदा चाहता है तो भगवान भला करे। मैं भ्रष्टाचार-हिंसा के खिलाफ लड़ाई नहीं रोक सकता।’